Saturday, July 19, 2025
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उज्जैन में राजा रघुवंशी का पिंडदान

मुख्य साजिशकर्ता सोनम का भाई भी हुआ शामिल

शादी के बाद केवल चार दिन राजा रघुवंशी के साथ रही सोनम

नेशनल डेस्क

नई दिल्ली। राजा रघुवंशी हत्याकांड ने मध्यप्रदेश को झकझोर कर रख दिया है। इस मामले में शुक्रवार को एक भावनात्मक और विस्मयकारी दृश्य तब सामने आया, जब मृतक के परिजन उज्जैन (मप्र) के सिद्ध वट घाट पर उनका पिंडदान करने पहुंचे और उनके साथ मुख्य आरोपी सोनम का भाई भी शामिल हुआ। इंदौर के ट्रांसपोर्ट व्यवसायी राजा रघुवंशी की हत्या उनकी पत्नी सोनम द्वारा अपने प्रेमी राज कुशवाहा और उसके साथियों के साथ मिलकर मेघालय में कर दी गई थी। अब इस हत्याकांड के कई चौंकाने वाले पहलू एक-एक कर सामने आ रहे हैं।

परिवार के पिंडदान में शामिल हुआ सोनम का भाई
राजा रघुवंशी की शव को बरामद हुए दस दिन बीत चुके हैं। इस बीच शुक्रवार को उनका पूरा परिवार उज्जैन पहुंचा और सिद्ध वट घाट पर पिंडदान किया। राजा के भाई विपिन रघुवंशी ने बताया कि जब वे पिंडदान की योजना बना रहे थे, तभी सोनम के भाई गोविंद का फोन आया। उसने कहा कि वह भी इस धार्मिक कर्मकांड में शामिल होना चाहता है। विपिन ने बताया कि हमने उसे अनुमति दी क्योंकि हमें लगा कि वह अपनी बहन की गलती को समझ चुका है और पश्चात्ताप में है।

अगर अफेयर का पता होता तो शादी करवा देता-गोविंद
सोनम के भाई गोविंद ने राजा रघुवंशी हत्याकांड पर अपना पक्ष रखते हुए कहा कि सोनम बहुत ज़िद्दी और गुस्सैल स्वभाव की थी। उसने जो किया है, वह पूरे परिवार के लिए कलंक बन गया है। गोविंद ने कहा कि अगर मुझे सोनम और राज के रिश्ते की भनक भी होती, तो मैं उनकी शादी करा देता या कहता कि भाग जाओ। हमारे परिवार ने उस पर कभी दबाव नहीं बनाया था। वह अपने फैसले खुद ले सकती थी।

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उज्जैन में राजा रघुवंशी हत्याकांड के बाद पिंडदान करते परिजन
सिद्ध वट घाट पर राजा रघुवंशी का पिंडदान करते परिजन, साथ में आरोपी सोनम का भाई भी

राजा को भाई मानता हूं, बहन को नहीं-गोविंद
गोविंद ने कहा कि सोनम के इस कृत्य ने न सिर्फ राजा के परिवार को बल्कि पूरे मध्यप्रदेश को शर्मिंदा किया है। उसने कहा कि अगर मेरी बहन दोषी साबित होती है तो उसे फांसी होनी चाहिए। वह अब मेरे लिए बहन नहीं रही, लेकिन राजा आज भी मेरे लिए भाई के समान हैं।

सिर्फ 10 दिन पुरानी शादी और फिर खौफनाक हत्याकांड
राजा रघुवंशी हत्याकांड की शुरुआत 11 मई को हुई, जब राजा और सोनम की शादी हुई थी। शादी के 10 दिन बाद 21 मई को दोनों हनीमून के लिए शिलॉन्ग पहुंचे। इसी बीच सोनम ने अपने प्रेमी राज कुशवाहा और उसके दो साथियों को शिलॉन्ग बुलाया और राजा को एक पिकनिक स्पॉट पर ले जाकर उसकी लोकेशन साझा की, जहां पर तीनों ने मिलकर राजा की बेरहमी से हत्या कर दी।

शादी के बाद भी प्रेमी से करती थी बातचीत
सोनम शादी के बाद केवल चार दिन ससुराल में रही। इस दौरान भी वह अपने प्रेमी राज के संपर्क में थी। उसके पास दो मोबाइल थे। उसने राजा की भाभी किरण से कहा था कि एक मोबाइल ऑफिस का और दूसरा पर्सनल है। राजा उस पर पूरी तरह भरोसा करता था और कभी मोबाइल नहीं चेक किया। इसी भरोसे का फायदा उठाकर उसने राजा को लोकेशन भेजी और हत्यारों को पिकनिक स्पॉट तक बुलाया।

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मोबाइल और पहचान पत्रों से सुलझी हत्या की साजिश
राजा रघुवंशी हत्याकांड की जांच में पुलिस को आधार कार्ड, PSTN डेटा, और मोबाइल टावर लोकेशन से बड़े सुराग मिले। होटल बुकिंग में प्रयुक्त पहचान पत्रों से यह पुष्टि हुई कि सोनम, राज और उनके साथी एक साथ उसी होटल में थे। इसी से पुलिस ने घटनास्थल, समय, और साजिश का खाका तैयार किया।

नार्को टेस्ट की मांग उठी, जांच पर सवाल
राजा के बड़े भाई सचिन रघुवंशी ने कहा कि राजा रघुवंशी हत्याकांड की सच्चाई तब तक सामने नहीं आएगी, जब तक सोनम और राज का नार्को टेस्ट नहीं किया जाता। उनका कहना है कि पुलिस को अब भी यह नहीं पता कि इस साजिश में कौन-कौन और लोग शामिल थे। उन्होंने कहा ‘जांच अधूरी है, पुलिस को जल्दबाज़ी नहीं बल्कि गहराई से जांच करनी चाहिए।’

पुलिस का दावा-चार्जशीट जल्द दाखिल होगी
मेघालय पुलिस का कहना है कि केस में तेजी से काम हो रहा है। पूछताछ में कई अहम सुराग मिले हैं और जल्द ही अदालत में चार्जशीट दाखिल की जाएगी। हालांकि नार्को टेस्ट की मांग पर पुलिस ने अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है।

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