Shravasti News : 01 अक्टूबर से शुरू होगा विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान
तैयारियों को लेकर जिलाधिकारी ने अधिकारियों से लिया फीडबैक
संवाददाता
श्रावस्ती। जिलाधिकारी टीके शिबू के निर्देशन में आगामी 01 अक्टूबर से जनपद में प्रारम्भ होने वाले विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान की तैयारियों को लेकर बैठक सम्पन्न हुई। जिलाधिकारी ने बताया है कि प्रदेश सरकार लोगों के स्वास्थ्य के प्रति गम्भीर है। इसके लिए चालू वर्ष में माह मार्च एवं जुलाई में विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान का आयोजन सम्पन्न हो चुका है। इसी क्रम में अब संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान का तृतीय चरण पूरे जनपद में 01 अक्टूबर से 31 अक्टूबर 2020 तक संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाते हुए माह मार्च एवं जुलाई 2020 में संचालित की गयी सभी गतिविधियों को पुनः विस्तृत कार्ययोजना बनाकर संचालित किया जायेगा। उन्होंने बताया है कि साफ-सफाई, कचरा निस्तारण, जल भराव रोकने तथा शुद्ध पेयजल उपलब्धता पर विशेष जोर दिया जाए। इस अभियान में कुछ महत्वपूर्ण परिवर्तन किए गए है, जिसमें आशा कार्यकत्री घर-घर भ्रमण के दौरान बुखार के रोगियों के साथ खांसी तथा सांस लेने में परेशानी के लक्षण के रोगियों के विषय में भी जानकारी प्राप्त करेगी तथा ऐसे रोगियों की सूचना प्राप्त होने पर उनको निर्धारित प्रपत्र पर सूचीबद्ध कर सूचना प्रेषित करनी होगी। इस अभियान में कोविड-19 रोग के संक्रमण के दृष्टिगत विशेष सावधानियां अपनाते हुए तथा सोशल डिस्टेंसिंग के प्रोटोकॉल का अनुपालन करते हुए समस्त गतिविधियों को सम्पादित किया जाना है।
जिलाधिकारी ने जनपद में अभियान को सफल बनाने हेतु ग्राम विकास, पंचायती राज, शिक्षा, बाल विकास व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों सहित सभी सम्बन्धितों को अभी से अपने विभाग की कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए। उन्होने कहा कि अभियान से जुडे अधिकारी अपने-अपने अधीनिष्ठ व फील्ड स्टाफ के साथ बैठक कर कार्यक्रम की महत्ता को समझाते हुए उन्हें क्या और कैसे करना है, यह सब विस्तार से बता दें, ताकि कार्यक्रम में कही भी त्रुटि की गुंजाइश न रहे। उन्होंने डेंगू तथा अन्य संचारी रोगों की रोकथाम हेतु सभी सम्बन्धित विभागों के बीच आपसी समन्वय स्थापित कर पूरे जनपद में एक साथ 31 अक्टूबर तक अभियान चलाये जाने के निर्देश दिये। उन्हांने कहा कि विकास खण्ड स्तर पर भी समन्वय समितियों का गठन कर बैठक आयोजित की जायें जिसमें स्थानीय लोगों का भी सहयोग लेकर आम जनता को साफ-सफाई व डेंगू सहित अन्य वैक्टर जनित रोगों की रोकथाम व बचाव के बारे में जागरूक किया जायें।
उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दियें है कि वह सुनिश्चित करायें कि चिकित्सालय परिसर एवं उसके आसपास आवासीय भवनों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न होने न पायें। उन्होंने यह भी निर्देश दिये है कि चिकित्सालयां में फीवर हैल्प डेस्क स्थापित कराकर उस पर तैनात कर्मी को निर्देशित करें कि वह बुखार से पीड़ित रोगियों को सहायता उपलब्ध कराते हुये रोगी और उनके तीमारदारों को बचाव एवं नियंत्रण तथा स्वास्थ्य विभाग में उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी प्रदान करायें। उन्हांने निर्देश दिये है कि सभी चिकित्सालयों में पर्याप्त मात्रा में दवाओं की उपलब्धता बनाये रखा जाये और चिकित्सालय परिसर में प्रचार-प्रसार द्वारा वैक्टर जनित रोगां की विस्तृत जानकारी प्रदान की जायें। उन्होने अपर मुख्य चिकित्साधिकारी मलेरिया को निर्देश दियें है कि वह मलेरिया विभाग के कर्मचारियों द्वारा लार्वीसाइडल का छिडकाव करायें। उन्होने यह भी निर्देश दियें है कि स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर भ्रमण कर जल एकत्रित होने वाले पात्रों व स्थानों का चिन्हिकरण करते हुये उनके हटाने की कार्यवाही करें। जिन स्थानों से जल भराव समाप्त न किया जा सकें उन स्थानों पर एण्टीलार्वा स्प्रे कराया जायें और शहर की गली, मौहल्ले एवं घनी आवादी वाले क्षेत्रों में फोगिंग करायी जायें।
उन्होंने नगर पालिका/नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि वह सभी गली मोहल्लों में साफ-सफाई एवं कूडा निस्तारण की सुदृढ व्यवस्था स्थापित करायें। मच्छर जनित परिस्थितियों को समाप्त कराने हेतु निरीक्षण करें तथा भवन स्वामियों को रोगवाहक मच्छर प्रतिरोधी उपाय करने के सुझाव दिये जाएं। उन्होंने नगर पालिका व नगर पंचायत के अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया कि स्वास्थ्य विभाग से समन्वय स्थापित कर फॉगिंग व लार्वासाइडल स्प्रे एवं आई.सी.सी. की एकीकृत कार्यवाही कराना सुनिश्चित करेंं। इसी प्रकार उन्होंने पंचायती राज विभाग, ग्राम विकास, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग सहित सम्बन्धित विभागीय अधिकारियां को निर्देश दियें है कि वह जनपद में बढते संचारी रोगों की रोकथाम बचाव एवं प्रभावी नियंत्रण के लिए जनपद में चल रहे 01 से 31 अक्टूबर तक विशेष अभियान में आपसी समन्वय स्थापित कर सफल बनायें। बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी कुमार हर्ष, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एपी भार्गव, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. मुकेश मातनहेलिया, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. उदयनाथ, डीपीआरओ किरन, जिला कार्यक्रम अधिकारी आशा सिंह सहित सभी एमओआईसी व सम्बन्धित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।