Wednesday, July 9, 2025
Homeराज्यमलिश्का हत्याकांडः दादा ने पोती को उतारा मौत के घाट

मलिश्का हत्याकांडः दादा ने पोती को उतारा मौत के घाट

गांव के ही एक विजातीय युवक से सम्बंध पर घटित हुआ मलिश्का हत्याकांड

राज्य डेस्क

भोपाल। मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में इन दिनों चों तरफ मलिश्का हत्याकांड की चर्चा है! जौरा थाना क्षेत्र के बदरपुरा गांव में बीते दिनों 19 वर्षीय युवती मलिश्का की गोली मारकर हत्या कर दी गई। प्रारंभ में परिजनों ने इस वारदात को एक साजिशन हमला बताया, लेकिन जब पुलिस ने गहराई से जांच की, तो चौंकाने वाली सच्चाई सामने आई। इस मलिश्का हत्याकांड का मुख्य आरोपी उसका खुद का दादा निकला, जिसने कथित तौर पर अफेयर के चलते बदनामी के डर से अपनी ही पोती की हत्या कर दी।

घटना सोमवार रात करीब साढ़े नौ बजे की है, जब मलिश्का को उसके दादा सिरनाम सिंह ने गांव के बाहर मुख्य सड़क किनारे स्थित यात्री प्रतीक्षालय के पास बुलाया और नजदीक से तीन गोलियां मार दीं। उसे सिर और गले के पास बेहद नजदीक से गोली मारी गई, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।

पुलिस को शुरुआत में यह बताया गया कि मलिश्का अपने माता-पिता के साथ मामा के घर बालेरा से लौट रही थी, तभी रास्ते में चार हमलावरों ने घेर लिया। दादा ने दावा किया कि हमलावरों में से एक ने कहा कि ‘मैं इसे पहचान गया हूं’, और फिर गोली चला दी गई। इस कहानी में जब पुलिस को संदिग्धता नजर आई तो उन्होंने मामले की तह तक जाने का निर्णय लिया।

यह भी पढ़ें: भारत को लेकर Google की Country Head ने कही बड़ी बात

जांच में जब मलिश्का हत्याकांड की परतें खुलीं तो सामने आया कि मलिश्का का गांव के ही नरेश त्यागी के बेटे सौरभ से प्रेम संबंध था। इससे पहले वह अपने चाचा के साले सूरज कड़ेरा से भी जुड़ी हुई थी। परिवार को शुरू में इससे कोई आपत्ति नहीं थी, लेकिन जब सौरभ त्यागी से संबंधों की बात सामने आई, तो दादा को यह रिश्ता नागवार गुजरा। समाज में ‘बदनामी’ के डर से उसने मलिश्का हत्याकांड की साजिश रच डाली।

सिरनाम सिंह ने मलिश्का को यह कहकर बुलाया कि उसे बात करनी है। योजना के अनुसार उसने नरेश त्यागी से संपर्क किया और दोनों ने हत्या को अंजाम देने का फैसला किया। हत्या के तुरंत बाद सिरनाम भागकर घर लौट आया, लेकिन गांव के एक व्यक्ति ने उसे भागते हुए देख लिया और यह सूचना पुलिस तक पहुंचाई।

बाद में पुलिस ने मलिश्का के पिता लाखन सिंह से पूछताछ की, जो बयान बदलते जा रहे थे। उनकी घबराहट से पुलिस को शक हुआ। जब थाने में सख्ती से पूछताछ की गई तो वह टूट गए और स्वीकार किया कि उन्हें मालूम था कि बेटी की हत्या दादा ने की है। मलिश्का की मां ने भी ससुर यानी सिरनाम सिंह को दोषी बताया।

साइबर सेल द्वारा किए गए कॉल डिटेल विश्लेषण में सिरनाम और नरेश की हत्या के समय की लोकेशन घटना स्थल के पास पाई गई। यह निर्णायक प्रमाण था, जिससे मलिश्का हत्याकांड में दोनों की संलिप्तता सिद्ध हो गई।

यह भी पढ़ें: WhatsApp ने अपने यूज़र्स को दिया बड़ा झटका

मलिश्का हत्याकांड: अफेयर से नाराज दादा ने पोती को मारा
मुरैना के बदरपुरा में 19 वर्षीय मलिश्का की हत्या के बाद जांच करती पुलिस टीम

घटनास्थल से लौटकर पुलिस ने मुरैना पीएम हाउस से सिरनाम सिंह को हिरासत में लिया और पूछताछ में उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। वहीं, नरेश त्यागी की तलाश में पुलिस ने उसकी पत्नी कलावती को थाने लाया, जिसके विरोध में त्यागी समाज के सौ से अधिक लोग बागचीनी थाने पर पहुंच गए।

समाज के विरोध के बावजूद पुलिस अपनी मांग पर अड़ी रही कि जब तक नरेश थाने नहीं पहुंचेगा, कलावती को नहीं छोड़ा जाएगा। अंततः नरेश ने रात 9 बजे थाने पहुंचकर आत्मसमर्पण किया, तब जाकर पुलिस ने कलावती को छोड़ा। मलिश्का हत्याकांड ने समाज में प्रेम-संबंधों और पारिवारिक प्रतिष्ठा के नाम पर होने वाले अपराधों की भयावहता को उजागर कर दिया है। दादा-पोती के रिश्ते की मर्यादा को कुचलकर एक युवती को प्रेम की कीमत जान देकर चुकानी पड़ी।

यह भी पढ़ें: सोना मोहपात्रा का बड़ा खुलासा-मिली थीं गैंगरेप की धमकियां

RELATED ARTICLES

Most Popular