ईरान पर अमेरिकी हमले के बाद बहरीन हुआ चौकन्ना, कर दिया बड़ा ऐलान
Iran Israel War के बीच ईरान का कड़ा रुख: अमेरिका-इजराइल को दी चेतावनी
इंटरनेशनल डेस्क
वाशिंगटन/तेहरान/येरूशलेम! Iran Israel War में अमेरिका के कूद जाने के बाद पश्चिम एशिया एक बार फिर युद्ध के मुहाने पर खड़ा है। अमेरिका द्वारा ईरान के तीन प्रमुख परमाणु ठिकानों पर की गई भीषण बमबारी के बाद ईरान ने सीधे इजराइल को निशाना बनाया है। जवाबी कार्रवाई में तेहरान से दागी गई मिसाइलों ने इजराइल के कई बड़े शहरों को हिला कर रख दिया है। वैश्विक समुदाय इसे वर्ष 2003 के इराक युद्ध के बाद सबसे खतरनाक टकराव मान रहा है। इस सिलसिलेवार टकराव में अब तक जो घटनाएं सामने आई हैं, वे एक बड़े युद्ध की आहट देती हैं।
अमेरिका ने की ईरान के परमाणु ठिकानों पर बमबारी
Iran Israel War के बीच अमेरिका ने ईरान के फोर्दो, इस्फहान और नातांज स्थित परमाणु ठिकानों पर बी-2 स्टील्थ बॉम्बर विमानों से हमला किया। ये बमवर्षक विमान बंकर बस्टर बमों से लैस थे, जो भूमिगत संरचनाओं को नष्ट करने में सक्षम हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस के सिचुएशन रूम से इस हमले की निगरानी की और ऑपरेशन के बाद इसे ‘ऐतिहासिक सफलता’ बताया। उन्होंने कहा कि यह अमेरिका, इजराइल और पूरी दुनिया के लिए निर्णायक क्षण है।
ट्रंप ने यह भी कहा कि ईरान को अब यह युद्ध खत्म कर देना चाहिए। अगर उसने जवाबी हमला किया, तो अमेरिका फिर से हमला करेगा। उन्होंने इजरायली प्रधानमंत्री नेतन्याहू और वहां की सेना की तारीफ करते हुए कहा कि हमने मिलकर एक टीम की तरह काम किया है और हम खतरे को काफी हद तक समाप्त कर चुके हैं।
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इजराइल पर ईरान की जवाबी मिसाइलें
अमेरिका की बमबारी के चंद घंटों बाद ही Iran Israel War में तेजी देखने को मिली! ईरान ने इजरायल के प्रमुख शहरों तेल अवीव, हाइफा, नेस जियोना और रिशोन लेजियन पर मिसाइलों की बारिश कर दी। इजरायली रक्षा बलों (IDF) ने पुष्टि की कि करीब 30 मिसाइलें दागी गईं, जिससे कई क्षेत्रों में सायरन बजने लगे और लोग बंकरों में छिपने को मजबूर हो गए।
ईरानी मीडिया ने मिसाइल हमलों के लाइव फुटेज दिखाते हुए दावा किया कि यह शुरुआत मात्र है। इजराइल की इमरजेंसी सेवाओं ने बताया कि कम से कम 11 लोग घायल हुए हैं, जिनमें से एक की हालत गंभीर है।
संयुक्त राष्ट्र में ईरान की आपात बैठक की मांग
अमेरिका के हमले के तुरंत बाद ईरान ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से Iran Israel War पर विचार के लिए आपात बैठक बुलाने की मांग की है। ईरान के स्थायी प्रतिनिधि आमिर सईद इरावानी ने कहा कि अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र चार्टर, अंतरराष्ट्रीय कानून और परमाणु अप्रसार संधि (NPT) का उल्लंघन किया है। उन्होंने इसे एक पूर्व नियोजित आक्रामकता करार देते हुए कहा कि अमेरिका को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए। ईरान ने इस बात पर जोर दिया कि उसके परमाणु ठिकाने शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए हैं।
ईरान का कड़ा रुख: अमेरिका-इजराइल को दी चेतावनी
Iran Israel War के बीच ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के करीबी होसैन शरीयतमादारी ने अमेरिका को चेतावनी दी कि अब जवाब देने की बारी हमारी है। उन्होंने सुझाव दिया कि बहरीन में अमेरिकी नौसैनिक अड्डे को निशाना बनाया जाए और होर्मुज जलडमरूमध्य को बंद कर दिया जाए।
ईरानी विदेश मंत्री सैय्यद अब्बास अराग्ची ने भी अमेरिका पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि यह हमला एक अपराध है और इसका उत्तर दिया जाएगा। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि ईरान अपने संप्रभु अधिकारों की रक्षा के लिए हर विकल्प खुला रखता है।
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वैश्विक चिंता और कूटनीतिक हल की अपील
Iran Israel War के तेज होते ही कई देशों ने चिंता जताई है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने कहा कि परमाणु ठिकानों पर हमले बेहद खतरनाक हैं और सभी पक्षों को संयम बरतना चाहिए। न्यूजीलैंड ने सभी पक्षों से वार्ता बहाल करने का अनुरोध किया है। चीन के सरकारी मीडिया ने सवाल उठाया कि क्या अमेरिका फिर से इराक जैसी गलती दोहरा रहा है? उनके अनुसार यह हमला पश्चिम एशिया को एक और युद्ध में झोंक सकता है।
युद्ध की आंच और शांति की उम्मीद
इस पूरे घटनाक्रम से यह स्पष्ट है कि ईरान-इजराइल टकराव अब खुला युद्ध बन चुका है और अमेरिका की खुली भागीदारी ने इसे और खतरनाक बना दिया है। ईरान ने जहां मिसाइलों से जवाब दिया है, वहीं अमेरिका आगे और लक्ष्यों को नष्ट करने की धमकी दे चुका है।
अब देखना यह होगा कि क्या अंतरराष्ट्रीय समुदाय मध्यस्थता कर शांति की राह प्रशस्त करता है या फिर यह संघर्ष वैश्विक संकट का रूप ले लेता है। एक बात तो तय है Iran Israel War अब केवल सीमित संघर्ष नहीं रहा, बल्कि यह एक व्यापक क्षेत्रीय युद्ध का संकेत दे रहा है।
बहरीन का बड़ा ऐलान
Iran Israel War के बीच ईरान के परमाणु ठिकानों पर अमेरिकी हमले के बाद मुस्लिम देश बहरीन भी चौकन्ना हो गया है। बहरीन में अमेरिका के बहुत से नेवी ठिकाने हैं। बहरीन सरकार ने रविवार को जारी आदेश में कहाकि उसके 70 फीसदी तक कर्मचारी घर से ही काम करेंगे।
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