मॉकड्रिल के दौरान नागरिकों ने सीखी सुरक्षा की रणनीति

Gonda : मॉकड्रिल में लोगों को दी गई जरूरी जानकारी

हवाई हमले की स्थिति में कराया गया जन-जागरूकता का अभ्यास

पुलिस प्रशासन समेत सम्बंधित विभागों की मौजूदगी में नागरिकों को कराया गया मॉकड्रिल

जानकी शरण द्विवेदी

गोंडा। भारत-पाक तनाव के बीच गोंडा में बुधवार शाम जिलाधिकारी नेहा शर्मा की अगुवाई में एक व्यापक एयर रेड एवं सिविल डिफेंस मॉकड्रिल का आयोजन किया गया, जिसने सुरक्षा तैयारियों की झलक प्रस्तुत की। शहीदे आजम सरदार भगत सिंह (टॉमसन) इंटर कॉलेज परिसर में हुए इस अभ्यास में हवाई हमले, ब्लैकआउट और बचाव कार्य जैसे आपात स्थितियों से निपटने की योजनाओं का सफल परीक्षण किया गया। मॉकड्रिल का उद्देश्य आम जनता में जागरूकता फैलाना और प्रशासनिक समन्वय को और बेहतर बनाना था।

मॉकड्रिल में नागरिकों ने सीखे बचाव के तरीके
यह मॉकड्रिल एक युद्धकालीन परिदृश्य पर आधारित थी जिसमें यह मान लिया गया कि शत्रु देश द्वारा जनपद पर संभावित हवाई हमला किया गया है। इस स्थिति में नागरिकों की सुरक्षा, प्रशासनिक जवाबदेही, आपदा प्रबंधन प्रणाली की तत्परता, तथा समन्वय कार्यप्रणाली की प्रभावशीलता का वास्तविक आकलन किया गया।

मॉकड्रिल के दौरान नागरिकों ने सीखी सुरक्षा की रणनीति
गोंडा में हुआ आपात तैयारी का अभ्यास

यह भी पढें: शुभमन गिल बन सकते हैं भारत के नए टेस्ट कप्तान!

मॉकड्रिल का पहला चरण शाम छह बजे शुरू हुआ। जैसे ही दो मिनट तक सायरन बजा, एनसीसी कैडेट्स, स्वयंसेवकों, स्काउट गाइड और स्थानीय नागरिकों ने जमीन पर लेटकर कान ढक लिए। यह अभ्यास हवाई हमले की चेतावनी का संकेत था। 6ः02 से 6ः10 तक नागरिकों को बंकरों में ले जाया गया। इसके बाद 6ः10 से 6ः15 तक रॉकेट और बम गिरने जैसी ध्वनि प्रभावों के माध्यम से आक्रमण का अनुकरण किया गया।

राहत बचाव कार्य में दिखी प्रशासनिक तत्परता
मॉकड्रिल में हवाई हमला एवं गोलाबारी का काल्पनिक प्रदर्शन 06ः10 से 06ः15 बजे तक ध्वनि प्रभावों द्वारा रॉकेट हमले व बम गिरने की स्थिति के माध्यम से अनुकरण किया गया। युद्ध समाप्ति की घोषणा 06ः15 से 06ः18 बजे तक सायरन के माध्यम से दी गई। आगजनी की घटनाओं पर नियंत्रण व राहत कार्य 06ः18 से 06ः45 बजे तक अग्निशमन विभाग द्वारा मॉक आग बुझाने का प्रदर्शन किया गया। सीएफओ राम सुमेर त्रिपाठी और प्रभारी अधिकारी नीतेश शुक्ल ने नागरिकों को बताया कि आगजनी की स्थिति में प्राथमिक बचाव कैसे किया जाए।

मॉकड्रिल के दौरान नागरिकों ने सीखी सुरक्षा की रणनीति
मॉकड्रिल ने दिखाई सजगता और सहयोग की भावना

यह भी पढें: ऑपरेशन सिंदूर से सहमा पाकिस्तान, पंजाब में इमरजेंसी!

घायल नागरिकों को मिला त्वरित उपचार
मॉकड्रिल में 6ः45 से 7ः00 बजे तक स्वास्थ्य विभाग और स्वयंसेवकों ने घायल नागरिकों को प्राथमिक चिकित्सा दी। डॉ. फारुख सगीर, डॉ. शर्मिला यादव, डॉ. मनीष गोस्वामी और डॉ. जीएम चिश्ती की टीम ने घायलों का इलाज किया। फार्मासिस्ट अवधेश तिवारी और उनकी टीम ने 10 मिनट में सभी 15 घायल नागरिकों को इलाज मुहैया कराया। इनमें से छह को गंभीर हालत में मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया।

ब्लैकआउट के दौरान अंधेरे में रहने का अभ्यास
बिजली बंद (ब्लैकआउट) अभ्यास व रात के समय निर्धारित अवधि में बिजली बंद कर नागरिकों को अंधकार में रहने का अभ्यास कराया गया ताकि शत्रु को लक्ष्य निर्धारित करना कठिन हो। संवेदनशील स्थानों की सुरक्षा व अस्पताल, थाना, संचार केन्द्रों पर विशेष सुरक्षा उपाय एवं नकली छावनियाँ स्थापित की गईं।

13c
अस्पताल ले जाए जाते हमले में घायल नागरिक

यह भी पढें: आपरेशन सिंदूर : मसूद अजहर का परिवार तबाह, 14 मरे

मॉकड्रिल से मिली अहम सीख
आईजी अमित पाठक ने बताया कि मॉकड्रिल प्रशासनिक दक्षता और समन्वय का परीक्षण भर नहीं था, बल्कि इसने लोगों को आपदा प्रबंधन के प्रति गंभीर और सजग बनाया। उन्होंने कहा कि युद्ध या आपात स्थिति में जनता और प्रशासन दोनों की तैयारियों का स्तर अहम होता है। आईजी ने कहा कि यह मॉकड्रिल पूरी तरह से अभ्यास था, कृपया इसे लेकर कोई भ्रांति अथवा दहशत न फैलाएं। इसका उद्देश्य केवल जनजागरूकता एवं आपदा से निपटने की तत्परता को सुनिश्चित करना था।

अफवाहों से सतर्क रहने की सलाह
मॉकड्रिल में एसपी विनीत जायसवाल ने लोगों से कहा कि संकट के समय शांति बनाए रखें और किसी भी अफवाह पर विश्वास न करें। केवल अधिकृत स्रोतों से मिली जानकारी को ही सच मानें। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे सोशल मीडिया पर भ्रामक सूचनाएं न फैलाएं और प्रशासन द्वारा चिन्हित सुरक्षित स्थानों को पहचानें।

13d 1
मॉकड्रिल के दौरान मौजूद प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी।

यह भी पढें: ऑपरेशन सिंदूर : भारत का पाक पर एअर स्ट्राइक

नागरिकों को दी गई तैयारी की सलाह
मॉकड्रिल के दौरान प्रशासन ने नागरिकों को आपातकालीन किट तैयार रखने की सलाह दी है, जिसमें पानी, सूखा भोजन, प्राथमिक चिकित्सा, टॉर्च, बैटरियां, पहचान पत्र, जरूरी दस्तावेज और नकदी शामिल होनी चाहिए। साथ ही खिड़कियों और दरवाजों से दूर आंतरिक कमरों में शरण लेने की बात कही गई है। प्रशासन के निर्देशों का पालन करें व किसी भी आपदा की स्थिति में संयम रखें और बचाव टीमों के साथ सहयोग करें।

मॉकड्रिल ने दिखाई सजगता और सहयोग की भावना
गोंडा में हुई यह मॉकड्रिल जहां एक ओर प्रशासनिक तैयारी का प्रदर्शन था, वहीं दूसरी ओर आम नागरिकों की जागरूकता और सहयोग की भावना भी सामने आई। यह आवश्यक है कि इस प्रकार के अभ्यास नियमित रूप से हों ताकि किसी भी आपदा की स्थिति में जन-जीवन को सुरक्षित रखा जा सके।

13e
मॉकड्रिल के दौरान मौजूद प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी।

यह भी पढें: आयरन डोम करेगा भारत की अभेद्य वायु सुरक्षा

इनकी रही उपस्थिति
इस मॉकड्रिल में अपर पुलिस अधीक्षक (पूर्वी) राधेश्याम राय नोडल अधिकारी की भूमिका में रहे, जबकि विभिन्न विभागों जैसे पुलिस, राजस्व, अग्निशमन, स्वास्थ्य, विद्युत, नगर निकाय, शिक्षा, सिविल डिफेंस, एनसीसी, एनएसएस, तथा जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण समेत नागरिक समाज के लोगों ने समन्वित सहभागिता निभाई।

हमारे वाट्सऐप चैनल को फालो करें : https://whatsapp.com/channel/0029Va6DQ9f9WtC8VXkoHh3h

आवश्यकता है संवाद सूत्रों की www.hindustandailynews.com को गोंडा के सभी न्याय पंचायतों, विकास खण्डों व समाचार की दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थानों पर ऐसे युवा व उत्साही संवाद सूत्रों की आवश्यकता है, जो स्मार्ट फोन इस्तेमाल करते हैं। सामाजिक रूप से जागरूक हों। अपने आसपास घटित होने वाली घटनाओं से भिज्ञ रहते हों। मोबाइल पर बोलकर अथवा लिखकर हिंदी टाइपिंग कर लेते हों तथा वीडियो बना लेते हों। इसके साथ ही प्रदेश के सभी 18 मण्डल और जनपद मुख्यालयों पर भी हमें संवाददाता की आवश्यकता है। इच्छुक युवक युवतियां अपना बायोडाटा निम्न पते पर भेजें : hindustandailynews1@gmail.com जानकी शरण द्विवेदी प्रधान सम्पादक मोबाइल – 9452137310

यह भी पढें: क्यों होती है झुनझुनी और कैसे पाएं इससे राहत?

कलमकारों से: पोर्टल पर प्रकाशन के इच्छुक कविता, कहानियां, महिला जगत, युवा कोना, सम सामयिक विषयों, राजनीति, धर्म-कर्म, साहित्य एवं संस्कृति, मनोरंजन, स्वास्थ्य, विज्ञान एवं तकनीक इत्यादि विषयों पर लेखन करने वाले महानुभाव अपनी मौलिक रचनाएं एक पासपोर्ट आकार के छाया चित्र के साथ मंगल फाण्ट में टाइप करके हमें प्रकाशनार्थ प्रेषित कर सकते हैं। हम उन्हें स्थान देने का पूरा प्रयास करेंगे : जानकी शरण द्विवेदी, प्रधान संपादक मोबाइल- 9452137310 E-Mail : hindustandailynews1@gmail.com

error: Content is protected !!