जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने मौके पर ही किसानों को दिलाए समाधान
संवाददाता
गोंडा। किसान दिवस के अवसर पर जिला प्रशासन ने किसानों के हित में जो सक्रियता दिखाई, वह सराहनीय और विश्वास दिलाने वाली रही। जिलाधिकारी गोंडा नेहा शर्मा की अध्यक्षता में बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में जिले के कोने-कोने से आए किसान प्रतिनिधियों की समस्याएं सुनी गईं और उनमें से अधिकांश के समाधान के लिए त्वरित आदेश भी दिए गए।
किसान दिवस की इस बैठक में किसानों ने सिंचाई, खाद-बीज की उपलब्धता, बिजली आपूर्ति, फसल बीमा, नलकूपों की मरम्मत और न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद से जुड़ी समस्याएं खुलकर रखीं। जिलाधिकारी ने इन सभी विषयों पर गंभीरता से विचार करते हुए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि किसान दिवस केवल औपचारिक न रह जाए, बल्कि इस मौके पर किसानों को वास्तविक राहत दी जाए।
बैठक के दौरान किसानों ने यह भी बताया कि कुछ क्षेत्रों में आवारा पशुओं के कारण फसलें बर्बाद हो रही हैं। इस पर जिलाधिकारी ने पशु चिकित्सा अधिकारी को तत्काल प्रभावित क्षेत्रों का सर्वेक्षण कर उचित कदम उठाने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि पशुओं के संरक्षण और नियंत्रण के लिए जिला स्तर पर विशेष योजना बनाई जाए।
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जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि किसानों की समस्याओं का समाधान प्रशासन की प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने कृषि विभाग को खाद और बीज की उपलब्धता पर नियमित निगरानी के निर्देश दिए और कहा कि सभी लाइसेंस प्राप्त दुकानों की जांच करते हुए यह सुनिश्चित किया जाए कि किसानों को गुणवत्तापूर्ण सामग्री उचित दामों पर मिल रही है।
फसल बीमा योजना को लेकर आए किसानों की शिकायतों पर भी जिलाधिकारी ने ध्यान दिया। उन्होंने बीमा कंपनियों को कड़ी चेतावनी दी कि किसान दिवस के अवसर पर यह संदेश जाए कि प्रशासन किसानों के साथ खड़ा है और उनके दावों का निपटारा प्राथमिकता के आधार पर किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि किसान देश की रीढ़ हैं और उनके सम्मान और संरक्षण के बिना कोई भी नीति कारगर नहीं हो सकती। किसान दिवस सिर्फ एक तिथि नहीं, बल्कि एक जिम्मेदारी है, जिसे प्रशासन को पूरी ईमानदारी से निभाना चाहिए। इस दौरान उन्होंने किसानों को आधुनिक कृषि तकनीकें अपनाने, जल संरक्षण करने और जैविक खेती की ओर कदम बढ़ाने का आह्वान भी किया।
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बैठक में उपस्थित सभी किसानों ने जिलाधिकारी की सक्रियता और संवेदनशीलता की सराहना की। उन्होंने विश्वास जताया कि यदि इसी तरह किसान दिवस प्रशासनिक कार्रवाई का माध्यम बनता रहा, तो जिले में कृषि क्षेत्र को नई दिशा मिल सकती है।
बैठक के अंत में जिलाधिकारी ने सभी किसानों को आश्वस्त किया कि आपकी समस्याएं प्रशासन की प्राथमिकता हैं और उनका समाधान हर हाल में किया जाएगा। यह आश्वासन सिर्फ कहने के लिए नहीं बल्कि क्रियान्वयन के स्तर पर भी दिखेगा।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अंकिता जैन, उपनिदेशक कृषि प्रेम ठाकुर, जिला कृषि अधिकारी सीपी सिंह, एसडीईएओ कृषि शिवशंकर चौधरी, जिला पंचायत राज अधिकारी लालजी दुबे, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, जिला गन्ना अधिकारी सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
किसान दिवस पर आयोजित यह बैठक एक भरोसेमंद उदाहरण बन गई कि यदि प्रशासन चाहे, तो हर समस्या का हल संभव है। आने वाले समय में किसानों को न केवल योजनाओं का लाभ मिलेगा, बल्कि उनकी समस्याओं का जमीनी समाधान भी होगा।