चैनल की आड़ में कर रहा था ड्रग्स और अवैध असलहों की तस्करी
UP News कानपुर की क्राइम ब्रांच तथा बिठूर थाने की पुलिस ने संयुक्त अभियान में की कार्रवाई
प्रादेशिक डेस्क
कानपुर। UP News उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक यू-ट्यूब चैनल के संपादक को न केवल नशीली दवाओं की तस्करी बल्कि अवैध हथियारों की आपूर्ति के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के अनुसार, बलराम राजपूत नामक व्यक्ति, जो ‘क्राइम-9’ नामक यू-ट्यूब चैनल चलाता था, ने चैनल की आड़ में अपराध का जाल बिछा रखा था। बलराम के साथ उसके साथी रजत वर्मा को भी गिरफ्तार किया गया है। दोनों के पास से अवैध पिस्टल, स्मैक और चरस बरामद हुई है। यह कार्रवाई क्राइम ब्रांच और बिठूर पुलिस की संयुक्त टीम ने की।
UP News पुलिस के अनुसार, बलराम ने क्राइम-9 चैनल की शुरुआत एक रिपोर्टिंग प्लेटफॉर्म के रूप में की थी। उसने चार अन्य युवकों को चैनल में रिपोर्टर के तौर पर जोड़ लिया था और उन्हें पहचान पत्र भी जारी किए थे। लेकिन यह चैनल असल में एक परदे की तरह इस्तेमाल हो रहा था, जिसके पीछे संगठित अपराध का जाल फैला हुआ था। बलराम और उसके साथी यू-ट्यूब चैनल का इस्तेमाल अपने स्थानीय प्रभाव और पहुंच बनाने के लिए करते थे, ताकि वे बेरोकटोक अपनी तस्करी और अवैध गतिविधियां चला सकें।
UP News गिरफ्तारी के वक्त दोनों आरोपी जंगल वाला वाटर पार्क के पास स्थित एक मकान में स्मैक की पुड़िया बेचते पाए गए। यह इलाका बिठूर थाना क्षेत्र में आता है। पूछताछ में बलराम ने बताया कि वह मुंगेर से अब तक लगभग 10 बार अवैध पिस्टल ला चुका है। प्रत्येक पिस्टल वह 35 हजार रुपये में खरीदता था और कानपुर में 50 हजार रुपये तक में बेच देता था। इससे यह स्पष्ट है कि आरोपी हथियारों की तस्करी के एक व्यापक नेटवर्क में शामिल था। यह भी खुलासा हुआ है कि वह युवाओं को ड्रग्स और हथियार बेचने का काम करता था, खासकर स्कूल-कॉलेज के छात्रों और पैसेवाले रईसजादों को।
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UP News पुलिस के अनुसार, बलराम स्मैक की 50 ग्राम खेप को डेढ़ लाख रुपये में खरीदता था। इसके बाद वह 10 ग्राम स्मैक से लगभग 175 पुड़िया बनाकर हर पुड़िया को 300 रुपये में बेचता था। इस तरह वह रोजाना औसतन 15 हजार रुपये की कमाई करता था। यही नहीं, वह चरस की बिक्री में भी लिप्त था। उसका नेटवर्क बिठूर, चकेरी, बजरिया और जाजमऊ इलाकों तक फैला हुआ था। यहां तक कि उसके साले और परिवार के अन्य सदस्य भी इस कारोबार में शामिल हैं। बलराम के खिलाफ चकेरी, बिठूर और छावनी थानों में कुल नौ मुकदमे दर्ज हैं, जिनमें एनडीपीएस और आर्म्स एक्ट के तहत मामले प्रमुख हैं।
UP News बलराम के साथी रजत वर्मा का आपराधिक इतिहास भी पुलिस खंगाल रही है। रजत ने पुलिस को बताया कि वह पहले लोडर चलाता था और कुछ समय पहले ही बलराम के संपर्क में आया। तीन महीने से वह ड्रग्स बेचने का काम कर रहा था। रजत की शादी नवंबर में तय थी, लेकिन अब उसके मुताबिक यह रिश्ता टूट जाएगा। पुलिस सूत्रों के अनुसार बलराम का बिठूर में करोड़ों रुपये की संपत्ति है, जिसमें एक आलीशान मकान भी शामिल है। यह संदेह जताया जा रहा है कि यह संपत्ति अपराध से अर्जित धन से बनाई गई है।
UP News सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि बलराम दो बार पुलिस मुठभेड़ में घायल हो चुका है। 2020 में चकेरी थाना क्षेत्र में और 2024 में रेलबाजार थाना क्षेत्र में उसका इनकाउंटर हुआ था। दोनों बार उसे दाहिने पैर में गोली लगी थी लेकिन वह बच गया। इसके बावजूद वह अपराध की दुनिया में बना रहा और अपने नेटवर्क को और विस्तारित करता गया।
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UP News पुलिस अधिकारियों का मानना है कि डिजिटल प्लेटफॉर्म जैसे यू-ट्यूब का दुरुपयोग करके अब अपराधी न केवल अपने गैरकानूनी काम को छिपा रहे हैं, बल्कि एक छद्म सामाजिक प्रतिष्ठा भी गढ़ रहे हैं। ‘क्राइम-9’ चैनल के नाम से बलराम ने इलाके में पत्रकारिता की आड़ में प्रभाव जमाया और इसी का लाभ उठाकर पिस्टल व नशीले पदार्थों की बिक्री को छुपाया।
UP News पुलिस अधीक्षक (पश्चिम) के मुताबिक, अब पूरे चैनल और इसके जुड़े लोगों की जांच होगी और टेक्निकल साक्ष्य जुटाए जाएंगे। बलराम के मोबाइल, कैमरा, यू-ट्यूब चैनल के डैशबोर्ड और बैंक खातों की जांच भी शुरू हो गई है ताकि उसके नेटवर्क की जड़ तक पहुंचा जा सके। पुलिस ने यह भी संकेत दिया है कि मामले में कुछ और गिरफ्तारियां संभव हैं, क्योंकि यह गिरोह एक संगठित अपराध सिंडिकेट की तरह काम कर रहा था।
UP News यह मामला उन सभी के लिए एक चेतावनी है जो सोशल मीडिया या डिजिटल मीडिया की आड़ में अवैध गतिविधियों को अंजाम देने की सोचते हैं। कानपुर पुलिस की यह कार्रवाई एक मिसाल के तौर पर सामने आई है, जिससे न केवल एक खतरनाक अपराधी गिरफ्तार हुआ, बल्कि एक पूरे नेटवर्क का खुलासा भी हुआ।

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