ट्रम्प ने दिए सरकारी ठेकों की जांच की चेतावनी
विवादों के बीच मस्क ने दिए नई राजनीतिक पार्टी बनाने के संकेत
इंटरनेशनल डेस्क
वॉशिंगटन। अमेरिका की राजनीति और व्यापार जगत में ट्रंप मस्क विवाद ने एक नया मोड़ ले लिया है। पूर्व में सहयोगी रह चुके अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और टेस्ला व स्पेसएक्स जैसी कंपनियों के सीईओ एलन मस्क के बीच बढ़ता तनाव अब सार्वजनिक रूप से नई मशक्कत का कारण बन गया है। ट्रंप ने शुक्रवार को कहा कि वे एलन मस्क को मिले सभी सरकारी ठेकों की जांच कराने के लिए तैयार हैं, क्योंकि उन्हें ‘बहुत सब्सिडी’ मिलती है।
ट्रंप ने स्पष्ट किया कि ऐसा कोई भी फैसला पूरी निष्पक्षता से लिया जाएगा। उन्होंने कहा-हम सभी चीजों को देखेंगे। उनके पास बहुत पैसा है और उन्हें भारी मात्रा में सरकारी सहायता मिलती है। हम देखेंगे कि ये अनुबंध देश और जनता के लिए उपयुक्त हैं या नहीं। ट्रंप के इस बयान से अमेरिका की टेक्नोलॉजी इंडस्ट्री, खासकर एलन मस्क की कंपनियों, जैसे स्पेसएक्स, टेस्ला और नासा से जुड़ी फर्मों में चिंता बढ़ गई है।
रिपब्लिकन पार्टी में मची हलचल
ट्रंप मस्क विवाद को देखते हुए रिपब्लिकन पार्टी के कई वरिष्ठ सांसदों ने चिंता जताई है। उन्हें डर है कि दो शक्तिशाली व्यक्तित्वों के बीच की यह दुश्मनी, पार्टी के कर सुधार और सीमा व्यय कानून के मार्ग को जटिल बना सकती है। वाशिंगटन राज्य के रिपब्लिकन प्रतिनिधि डैन न्यूहाउस ने उम्मीद जताई कि यह व्यक्तिगत संघर्ष पार्टी के काम में बाधा नहीं बनेगा। वहीं टेक्सास के सीनेटर टेड क्रूज़ ने भी फॉक्स न्यूज़ पर कहा कि वे चाहते हैं कि ट्रंप और मस्क फिर साथ काम करें, क्योंकि अमेरिका को उनकी संयुक्त शक्ति की ज़रूरत है।
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ट्रंप की नाराजगी और एलन मस्क की चुप्पी
ट्रंप मस्क विवाद की शुरुआत तब हुई जब ट्रंप ने एलन मस्क के व्यवहार पर ‘निराशा’ जताई थी। उन्होंने कहा कि वे मस्क के भरोसे को लेकर खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। इसके कुछ ही घंटों के भीतर ट्रंप ने सोशल मीडिया पर यह कहते हुए झगड़ा और तेज़ कर दिया कि एलन की सरकारी सब्सिडी और अनुबंधों को समाप्त करना देश के बजट में अरबों डॉलर की बचत कर सकता है।मस्क की ओर से फिलहाल कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन ट्रंप के इन बयानों ने यह साफ कर दिया है कि मामला केवल व्यक्तिगत टकराव तक सीमित नहीं रहा।
राजनीतिक और कारोबारी भविष्य पर असर
ट्रंप मस्क विवाद का असर सिर्फ अमेरिका की राजनीति तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर व्यापारिक संबंधों, सरकारी अनुबंधों और तकनीकी प्रगति को भी प्रभावित कर सकता है। ट्रंप के बयान ने संकेत दिया है कि मस्क की कंपनियों के साथ हुए सभी सरकारी अनुबंधों की समीक्षा की जाएगी। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर मस्क को मिली सरकारी सहायता और ठेकों पर कानूनी या प्रशासनिक शिकंजा कसा गया, तो इससे टेस्ला और स्पेसएक्स जैसी कंपनियों की योजनाएं प्रभावित हो सकती हैं, जो फिलहाल अमेरिका के इलेक्ट्रिक वाहन और अंतरिक्ष कार्यक्रमों का नेतृत्व कर रही हैं।
क्या दोनों फिर साथ आएंगे?
जहां एक ओर ट्रंप ने जबरदस्त सख्ती का संकेत दिया है, वहीं पार्टी के भीतर कुछ नेताओं को अब भी उम्मीद है कि ये दोनों दिग्गज अंततः समझौते की ओर बढ़ेंगे। हालांकि ट्रंप की टिप्पणियों से यह साफ है कि वे इस बार पीछे हटने के मूड में नहीं हैं। इस मुद्दे पर यदि जांच आगे बढ़ती है, तो यह 2025 की अमेरिकी नीतियों में एक बड़ा मोड़ साबित हो सकता है। इस बीच मस्क ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डालकर नई राजनीतिक पार्टी बनाने की संभावना पर लोगों से उनके विचार जाने। इसे व्यापक समर्थन मिला।
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