इन 5 जानकारियों को AI Tools को शेयर करना पड़ सकता है भारी
नालेज डेस्क
आज के स्मार्ट तकनीकी युग में AI Tools ने जीवन को काफी सुविधाजनक बना दिया है। लोग इसका इस्तेमाल मेल लिखने, जानकारी जुटाने और यहां तक कि दफ्तर के काम निपटाने में भी कर रहे हैं। लेकिन विशेषज्ञ चेतावनी दे रहे हैं कि हर जानकारी AI Tools से साझा करना समझदारी नहीं है। जरूरत से ज्यादा निर्भरता आपकी प्राइवेसी और सिक्योरिटी के लिए खतरा बन सकती है।
निजी जानकारी कभी न बताएं
सबसे बड़ी गलती जो अधिकतर लोग करते हैं वह है अपनी पर्सनल डिटेल्स जैसे नाम, पता, मोबाइल नंबर या ईमेल AI Tools को बताना। यह जानकारी अगर गलत हाथों में चली गई तो आपकी पहचान चोरी हो सकती है।
बैंक अकाउंट की डिटेल्स न शेयर करें
AI Tools से बैंकिंग से जुड़े सवाल पूछना भी जोखिम भरा हो सकता है। अकाउंट नंबर, कार्ड डिटेल्स या UPI जैसी संवेदनशील जानकारी AI को देना सीधे-सीधे धोखाधड़ी को न्योता देना है।
यह भी पढ़ें: पम्बन ब्रिज : भारत का पहला वर्टिकल लिफ्ट सी ब्रिज
पासवर्ड और लॉगिन डिटेल्स न बताएं
कभी भी अपना पासवर्ड या यूजरनेम AI Tools से साझा न करें। एक बार यह जानकारी लीक हो गई तो कोई भी आपके सोशल मीडिया या बैंक अकाउंट में घुसपैठ कर सकता है।
ऑफिस के सीक्रेट न खोलें
कंपनी की गोपनीय जानकारी जैसे क्लाइंट डाटा, सीक्रेट कोड या प्रोजेक्ट डॉक्यूमेंट AI Tools को देना पॉलिसी के खिलाफ हो सकता है। सैमसंग जैसी बड़ी कंपनियां भी इससे नुकसान उठा चुकी हैं।
मेडिकल सलाह डॉक्टर से ही लें
स्वास्थ्य से जुड़ी रिपोर्ट या इंश्योरेंस डिटेल्स एआई से साझा करना सही नहीं। गलत सुझाव से आपकी सेहत बिगड़ सकती है और डेटा लीक होने का खतरा भी रहता है।

यह भी पढ़ें: Israel Iran Conflict: 9 परमाणु वैज्ञानिक समेत 138 ईरानियों की दर्दनाक मौत