भादों माह में गंगा के जलस्तर में बढ़ाव शुरू,घाटों के सम्पर्क मार्ग पर पहुंचा पानी

बदला गंगा आरती का स्थान,सम्पर्क मार्ग पर पहुंचा पानी

वाराणसी (हि.स.)। भादों माह के पहले सप्ताह में गंगा का जलस्तर एक बार फिर से बढ़ने लगा है। गंगा में बढ़ाव की रफ्तार देख गंगा और वरूणा नदी के तटवर्ती क्षेत्र के नागरिक भी सतर्क हो गये हैं । माह के दूसरे और तीसरे सप्ताह में पिछले कई वर्षो से बाढ़ का पानी बस्तियों में पहुंचता रहा है। ऐसे में लोगों को फिर से बाढ़ का डर सताने लगा है।

केन्द्रीय जल आयोग के अनुसार बुधवार को सुबह आठ बजे तक गंगा का जलस्तर 67.06 मीटर दर्ज किया गया। गंगा में चेतावनी बिंदू 70.262 मीटर और खतरे का निशान 71.262 मीटर है। गंगा की लहरें तीन सेमी प्रतिघंटे की रफ्तार से बढ़ रही है। गंगा के सभी 84 घाटों के सम्पर्क मार्ग पर लहरों में समाने लगे है। 24 घंटे में जलस्तर में 177 सेमी से अधिक वृद्धि हुई है। दशाश्वमेध घाट पर दैनिक गंगा आरती एक बार फिर छत हो रही है। जबकि तीन दिन पहले ही आरती पुराने स्थल पर शुरू हुई थी। गंगा में तेज बढ़ाव को देख जिला प्रशासन ने ढाब इलाकों के लोगों को सतर्क कर दिया है। राजस्व अधिकारियों को बाढ़ चौकियों को सक्रिय करने का निर्देश दिया है। जल पुलिस व एनडीआरएफ की टीम ने भी गश्त शुरू कर दिया है।

घाटों के किनारे रहने वाले पुरोहित और फूल मालाओं की दुकान लगाने वाले दुकानदारों को भी अपने स्थान में परिवर्तन करना पड़ा है। क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि वर्ष 2019 में अगस्त माह के अंत में गंगा में बढ़ोतरी शुरू हुई थी। तब तटवर्ती क्षेत्र का बड़ा हिस्सा बाढ़ से जूझता रहा। लोग बाढ़ शिविरों में रहने के लिए विवश हुए थे।

श्रीधर

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