गांवों के विकास में पंचायत सहायकों की भूमिका अहम : ऊर्जा राज्यमंत्री

– गांवों के चतुर्दिक विकास को प्रशिक्षित किए जा रहे पंचायत सहायक

– कर्तव्यों का पारदर्शी तरीके से निर्वहन को उप निदेशक पंचायत ने किया प्रेरित

मीरजापुर (हि.स.)। गांवों के विकास में पंचायत सहायकों की भूमिका अहम होती है। ग्राम पंचायत ईमानदारी व कर्तव्यनिष्ठा से कार्य करें। उक्त बातें ऊर्जा राज्यमंत्री रमाशंकर सिंह पटेल ने गुरुवार को पंचायत सहायकों से कहीं।

उप निदेशक पंचायत विंध्याचल मंडल संजय बरनवाल ने कर्तव्यों का पारदर्शी तरीके से निर्वहन के लिए प्रेरित किया। दूधनाथ चुंगी स्थित मां बलिराजी शिक्षण संस्थान में चल रहे प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान पंचायत सहायकों को गांव के चतुर्दिक विकास के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है। प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र का भी वितरण किया गया। प्रशिक्षण के दौरान ऑनलाइन वित्तीय संसाधन, योजनाओं की कार्ययोजना बनाने, शिकायतों का निस्तारण, भुगतान एवं स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत ओडीएफ के स्थायित्व व ओडीएफ प्लस पर जानकारी दी गई। डीपीआरओ अरविंद कुमार, डीपीआरओ भदोही बालेशधर द्विवेदी, जिला कंसलटेंट विनोद कुमार श्रीवास्तव ने शौचालयों के प्रयोग, रख-रखाव, सामुदायिक शौचालयों की उपयोगिता, ठोस तथा तरल अपशिष्ट प्रबंधन के लिए प्रशिक्षण दिया।

मंडलीय कंसलटेंट विपिन कुमार, फैकल्टी मेंबर राजेश कुमार तिवारी तथा कन्हैया दुबे ने प्रशिक्षण दिया। प्रशिक्षकों ने पंचायत सहायकों को शौचालयों की उपयोगिता, शौचालयों का सर्वे, शौचालयविहीन, पात्र लाभार्थियों की आनलाइन फीडिंग एवं सोख्ता गड्ढा व कंपोस्ट गड्ढे के बारे में जानकारी दी। इसके बाद प्रशिक्षणार्थियों ने शपथ लिया कि ग्राम पंचायतों में ग्राम सचिवालय में बैठकर अपने दायित्व एवं कर्तव्यों का पारदर्शिता से निर्वहन करेंगे। जनपद के 809 ग्राम पंचायतों में ग्राम पंचायत सहायक तैनात हैं। इनके द्वारा गांवों के विकास का खाका खींचा जाता है। इसके चलते पंचायत सहायकों का प्रशिक्षण अहम माना जाता है।

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