कोर्ट ने सजा दी है,राहुल गांधी शहीद होने की कोशिश न करेंः लक्ष्मीकांत वाजपेई

-इमरजेंसी लगाकर न्याय पालिका का गला घोटने का काम भाजपा ने नहीं किया था

वाराणसी (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी के पूर्व उत्तर प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद लक्ष्मीकांत वाजपेई ने रविवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कोर्ट ने उन्हें सजा दी है और राहुल शहीद होने की कोशिश न करें। जनता उन्हें शहीद नहीं मानेगी। भारत की न्यायपालिका स्वतंत्र है। कोर्ट के फैसले के विरुद्ध अपील करने का अधिकार है। सड़क पर क्यों बोल रहे हैं, अपील कर दें। हम भी स्वीकार करेंगे और सरकार भी मानेगी।

शहर में आए राज्यसभा सांसद ने नई सड़क गीता मंदिर के पास पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ रेडियो पर प्रसारित प्रधानमंत्री मोदी के ’मन की बात’ कार्यक्रम को सुना। इसके बाद उन्होंने पत्रकारों से बातचीत भी की। राहुल गांधी से जुड़े सवालों पर वाजपेई ने कहा कि वे आदतन गलती करने के अभ्यासी हैं। राहुल गांधी चंद्रमा पर थूक रहे हैं, कहां गिरेगा, उन्हें पता नहीं है।विदेश की धरती पर बैठकर उन्होंने भारत माता के प्रति जो विचार प्रकट किया, शायद इससे बड़ा पाप और राष्टविरोधी काम कोई और नहीं हो सकता।

वाजपेई ने तंज कसते हुए कहा कि राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी का अपमान नहीं किया है, बल्कि देश की पिछड़ी जाति का अपमान करने का कार्य किया है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव के बयान को लेकर पूछे गये सवाल पर कि सांसद ने कहा कि उन्हें भी अपनी गिरफ्तारी का डर सता रहा है। शायद उन्हें अपना किया हुआ कोई कर्म याद आ गया है। इस वजह से डर रहे होंगे।

2024 लोकसभा चुनाव के लिए विपक्षी पार्टियों की एकजुटता के प्रश्न पर उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी को अपने विकास कार्यों और देश की जनता पर भरोसा है। ये लोग कितने भी एक हो जाएं,अंत में बिखर जाएंगे। भाजपा का कोई नुकसान होने वाला नहीं है। हम 2024 में बहुमत से सरकार बनाएंगे। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ने एक सवाल के जवाब में कहा कि भाजपा ने इमरजेंसी लगाकर न्यापालिका का गला घोटने का काम नहीं किया। य ह काम इंदिरा गांधी ने किया था।

श्रीधर

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