UP News: समय से चलेंगी चीनी मिलें, गन्ना मूल्य का होगा भुगतान : जिलाधिकारी

मेरठ(हि.स.)। जिलाधिकारी के बालाजी ने कहा कि फसल अवशेषों की खेत में जुताई करके मिलाने से मिट्टी की उर्वरा शक्ति बढ़ती है। चीनी मिलों का संचालन समय से होगा और किसानों का गन्ना भुगतान भी समय से होगा।

विकास भवन सभागार में मंगलवार को जनपद स्तरीय फसल अवशेष प्रबन्धन पर कृषक जागरूकता गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिलाधिकारी के बालाजी ने कहा कि गन्ना मिलों का संचालन समय से कराकर शीघ्र ही पिछले वर्ष का समस्त भुगतान कराया जाएगा। फसल अवशेष जलाने के नाम पर किसी भी कृषक का उत्पीडन नहीं होने दिया जाएगा।
मुख्य विकास अधिकारी ईशा दुहन ने कहा कि किसान फसल अवशेषों का प्रबंधन करते हुए अपनी जमीनल में जैविक सब्जियां उगाएं। अपनी आय में बढ़ोतरी के लिए किसान कृषि विविधीकरण को अपनाएं। गन्ने के साथ सहफसली खेती कर अपनी आय बढ़ाए। कृषि, गन्ना एवं सहकारिता विभाग फसल अवशेष प्रबन्धन के अनुदान पर वितरित किए गए यंत्रों का स्थलीय प्रदर्शन कराकर किसानों को जागरुक करें। 
मृदा परीक्षण प्रयोगशाला के सहायक निदेशक प्रबोध कुमार ने कहा कि किसानों को अपनी खेत की मिट्टी में उर्वरता बनाए रखने के लिए मिट्टी की जांच कराएं। किसानों में अपनी खेती के प्रति नई जागरूकता उत्पन्न हुई है। उन्होंने अपनी खेत की उर्वरता बनाए रखने के लिये किसानों को अपने खेत की मिट्टी प्रयोगशाला में जांच हेतु लाने का अनुरोध किया।
कृषि विज्ञान केन्द्र हस्तिनापुर के डाॅ. पीएस तिवारी द्वारा फसल प्रबन्धन के बारे में बताया गया। उन्होंने कहा कि पूरे वर्ष फसल प्रबन्ध की बात याद रखनी चाहिए। फसल अवशेष प्रबंधन हेतु प्रयोग की जाने वाले आधुनिक कृषि यंत्रों के प्रयोग के विषय में अवगत कराया गया।
उप कृषि निदेशक मेरठ ब्रजेश चन्द्र ने बताया कि फसल अवशेष प्रबन्धन हेतु जनपद की 19 सहकारी समितियों, 6 गन्ना समितियों तथा 4 ग्राम पंचायतों को 80 प्रतिशत अनुदान पर कल्चर तथा रिर्वसेबल मैकेनिकल प्लाव उपलब्ध कराए गए हैं। सभी गन्ना समितियों एवं सहकारी समितियों के माध्यम से कृषको को निशुल्क वेस्ट डिकम्पोजर वितरित कराए जा रहे हैं। 

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