UP News : मौरंग खदान के निजी सुरक्षा कर्मी की हत्या के मामले में चार आरोपित हिरासत में

– मौरंग खदान कर्मी समेत छह लोगों के खिलाफ अपहरण कर हत्या करके बंदूक लूटने का मामला दर्ज

हमीरपुर (हि.स.)। जलालपुर थाना क्षेत्र के भेड़ी खरका स्थित मौरंग खदान के गैंगमैन (सुरक्षा कर्मी) की अपहरण कर हत्या किये जाने के मामले में बुधवार ने नामजद आरोपितों में चार को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। गैंगमैन की दोनाली लाइसेंसी बन्दूक भी हत्यारे लूट ले गये है। 
बता दे कि, कदौरा जालौन निवासी विजय बहादुर सिंह उर्फ गुड्डन जलालपुर थाना क्षेत्र के भेड़ी खरका में बेतवा नदी की मौरंग खदान खंड-23/23 में सुरक्षा कर्मी के पद पर कार्यरत था। मौरंग खदान के पट्टा धारक पिदावनी कंचनपुर धौलपुर राजस्थान निवासी सत्यनारायण शर्मा ने 13 दिसम्बर को थाने में सूचना देकर बताया गया था कि मौरंग खदान के गैंगमैन विजय बहादुर सिंह का, 11 दिसम्बर की देर रात खदान कर्मी भेड़ी डांडा गांव निवासी सुशील उर्फ पुल्ली लाल दुबे पुत्र रमाशंकर से खदान नंबर-23 पर आने की बात को लेकर विवाद हो गया था। कुछ देर बाद मामला शांत होने पर गैंगमैन घर जाने की बात कहकर खदान से चला गया था। यह मामला थाने में गुमशुदगी में लिखा गया था। मंगलवार को बेतवा नदी किनारे कदौरा सीमा में लापता गैंगमैन का शव पाया गया था। 
जलालपुर थाने के प्रभारी निरीक्षक उमापति मिश्रा ने आज शाम बताया कि मृतक गैंगमैन (सुरक्षा कर्मी) की पत्नी सोनी सिंह की तहरीर पर भेड़ी डांडा गांव निवासी विवेक पाठक उर्फ बब्बू महाराज, मिन्टू पाठक पुत्रगण रमेशचन्द्र पाठक, सुशील उर्फ पुल्लीलाला पुत्र रमाशंकर, शरण सेवक विश्वकर्मा, लोहारी धौलपुर राजस्थान निवासी मनोज शर्मा उर्फ बंटी व  पिदावली कंचनपुर राजस्थान निवासी ऋषिकेश परिहार के खिलाफ अपहरण कर हत्या करने और लाइसेंसी दोनाली बन्दूक लूटने का मामला दर्ज किया गया है। प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि आरोपितों में सुशील, मिंटू पाठक, मनोज शर्मा व ऋषिकेश परिहार को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। फरार आरोपितों की गिरफ्तारी के लिये भी पुलिस की टीमें लगातार कार्यवाही कर रही है। 
सीमा विवाद में नौ घंटे बाद शव का हुआ पंचायतनामाबताते है कि मौरंग खदान के सुरक्षा कर्मी का शव मंगलवार को दोपहर जलालपुर क्षेत्र में बहने वाली बेतवा नदी किनारे मिला था। जहां शव पाया गया था वह स्थान पड़ोसी जनपद के कदौरा क्षेत्र में आता है। सुरक्षा कर्मी की हत्या की खबर से परिजन और पड़ोसी भड़क गये। पत्नी ने जहां आत्महत्या करने की कोशिश की वहीं भीड़ ने पुलिस की लापरवाही पर सवाल खड़े करते हुये शव का पंचनामा नही भरने दिया था। कालपी के विधायक ने मौके पर पहुंचकर इस मामले में सख्त तेवर दिखाये। आरोपितों पर कार्रवाई करने के आश्वासन पर नौ घंटे बाद कदौरा पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये भेजा था। इस घटना को लेकर दोनों जनपदों की पुलिस रात में परेशान भी रही। 

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