UP News : बच्चों, गर्भवती व धात्री महिलाओं को मिलेगा दूध और घी

संवाददाता

अमेठी। बच्चों, गर्भवती और धात्री महिलाओं को स्वस्थ रखने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा पौष्टिक खानपान की व्यवस्था की जा रही है। जिसके तहत उन्हें हर महीने गेहूं, चावल, दाल, घी और दूध का वितरण किया जाएगा। स्वयं सहायता समूह के माध्यम से होने वाले वितरण की देखरेख आंगनबाड़ी कार्यकत्री करेंगी। वितरण के लिए स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को ब्लॉक मुख्यालयों पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। बच्चों गर्भवती और धात्री महिलाओं के साथ ही किशोरियों में होने वाले कुपोषण को रोकने व उन्हें सुपोषित करने के लिए सरकार ने योजना तैयार की है। योजना के तहत 6 माह से लेकर 6 वर्ष तक के बच्चों के साथ ही गर्भवती महिलाओं, धात्री महिलाओं और स्कूल से बाहर 11 से 14 वर्ष की किशोरियों को अनाज, घी व दूध दिया जाएगा।
योजना के तहत 6 माह से 3 वर्ष के बच्चों को एक किलो चावल, डेढ़ किलो गेहूं, 750 ग्राम दाल, 450 ग्राम देशी घी व 400 ग्राम स्किम्ड मिल्क पाउडर दिया जाएगा। 3 से 6 वर्ष के बच्चों को एक किलो चावल, डेढ़ किलो गेहूं व 400 ग्राम दूध दिया जाएगा। गंभीर रूप से कुपोषित 6 माह से 6 वर्ष तक के बच्चों को डेढ़ किलो चावल, ढाई किलो गेहूं, 500 ग्राम दाल, 900 ग्राम देसी घी, 750 ग्राम मल्कि पाउडर मिलेगा। वही गर्भवती व धात्री महिलाओं तथा स्कूल से बाहर 11 से 14 वर्ष की किशोरियों को एक किलो चावल, 2 किलो गेहूं, 750 ग्राम दाल, 450 ग्राम घी व 750 ग्राम दूध दिया जाएगा। गेहूं, चावल और दाल जहां प्रतिमाह के हिसाब से मिलेगा, वही देसी घी व दूध पाउडर तिमाही दिया जाएगा। योजना के तहत वितरित किया जाने वाला गेहूं व चावल कोटेदार विपणन केंद्र से उठाकर चयनित स्वयं सहायता समूह को सौंपेंगे। दाल, देसी घी व दूध पाउडर शासन द्वारा नर्धिरित मूल्य पर स्वयं सहायता समूह द्वारा बाजार से क्रय किया जाएगा। जिसके बाद आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की देखरेख में स्वयं सहायता समूह इसका लाभार्थियों में वितरण करेंगे। जिला कार्यक्रम अधिकारी सरोजनी देवी ने बताया कि योजना के लाभार्थियों का चिन्हांकन कर लिया गया है। शासन के निर्देशानुसार बच्चों, गर्भवती व धात्री महिलाओं तथा किशोरियों को अनाज, देसी घी व दूध पाउडर का जल्द ही वितरण कराया जाएगा।

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