UP News : एक नाइजीरियन व उसकी महिला सहयोगी गिरफ्तार

गरीबों को हनीट्रेप में फंसाकर उनके खाते निकालते थे पैसे

प्रादेशिक डेस्क

लखनऊ। हापुड़ पुलिस ने भारत में टूरिस्ट वीजे पर आने के बाद लोगों को हनीट्रेप में फंसाकर करोड़ों की ठगी करने वाले एक नाइजीरियन और उसके सहयोगी को पुलिस ने पकड़ा है। आरोपियों ने पिलखुवा के एक युवक को फंसाकर करीब 40 लाख की ठगी की थी। पुलिस ने ठगों द्वारा प्रयोग किए गए 3 खातों को सीज कर दिया है। जबकि एक लाख 18 हजार रुपये की नगदी बरामद की है। नाईजीरियन युवक और उसके साथियों ने देश में अनेक लोगों से करोड़ों की ठगी कर चुके हैं।
एसपी संजीव सुमन ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए जानकारी दी कि पिलखुवा के जट्टपुरा निवासी कृष्णपाल फौजी को फेसबुक के माध्यम से प्रेमजाल में फंसाकर 25 मई से 4 जून तक महंगे उपहार देने की बात कहते हुए करीब 40 लाख रुपये की ठगी कर ली थी। जिसके बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था। पकड़े गए आरोपियों के गोरखपुर के गांव भटहट गुलरिया हाल निवासी लखनऊ प्रशांत पुत्र मिश्रीलाल एवं नाइजीरिया के अबेहोर प्रिंस पुत्र अबेहोर निवासी इरेगा स्ट्रीट बोजी एग्बोर डेल्टा स्टेट नाइजीरिया हाल पता आस्था हास्पिटल विकासपुरी नई दिल्ली हैं। पुलिस ने आरोपियों को पैरीफेयर मोड के पास से गिरफ्तार किया है। एसपी संजीव सुमन ने बताया कि ठगी के लिए नाइजीरियन लड़कियों और युवकों को सहारा बनाते थे। जिनके माध्यम से महिलाओं और पुरुषों को प्रेमजाल में फंसाते थे फिर ठगी करते थे। एसपी संजीव सुमन ने बताया कि नाइजीरिया का एक गिरोह हैं जो कि भारत में टूरिस्ट वीजा पर आता है और लंबे समय तक यहीं पर रहता है। वहीं भोले भाले लोगों को फेसबुक और अन्य तरीको से फंसा लेते हैं। जिसके बाद कॉल करके और उन्हें महंगे गिफ्ट देने की मांग करते हुए रुपये ठगना शुरू करते हैं।
एसपी संजीव सुमन ने बताया कि नाइजीरियन से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि वह अपने खाते में रूपये मंगवाने के बजाय ऐसे लोगों को तलाशते थे जो कि गरीब हों। उनके खाते में रूपये मंगवाने की बात कहकर उन्हें भी 10 से 15 हजार रूपये का किराया देते थे। ऐसे गरीब लोगों को प्रशांत ही नाइजीरियन से मिलवाता था। एसपी ने बताया कि प्रशांत पर गोरखपुर में करीब 13 मुकदमे दर्ज हैं, जबकि अबेहोर प्रिंस का अपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है। उन्होंने बताया कि आरोपियों से एक लाख 18 हजार की नगदी, 2 लाख 90 हजार कैसरबाग लखनऊ एसबीआई बैंक में सीज कराए हैं।

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