UP News:एक संगठित और वैधानिक लूट थी नोटबंदी-प्रमोद तिवारी

प्रादेशिक डेस्क

लखनऊ। कांग्रेस ने नोटबंदी को भारत की जनता व अर्थव्यवस्था के साथ विश्वासघात बताया है। कांग्रेस नेता व पूर्व राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने नोटबन्दी के चार वर्ष पूरे होने पर लखनऊ में आयेजित पत्रकार वार्ता में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा की गई नोटबन्दी देश की 125 करोड़ जनता के साथ विश्वासघात और एक संगठित और वैधानिक लूट थी। उन्होंने इसे अर्थव्यवस्था को चौपट करने वाला बताया और कहा कि इस नोटबंदी से भाजपा और कुछ पूंजीपतियों को ही फायदा पहुंचा।
प्रधानमंत्री के एक भाषण का जिक्र करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने 50 दिन मांगे थे और कहा था कि इससे देश से बेनामी सम्पत्ति, भ्रष्टाचार, कालाधन, आतंकवाद और नक्सलवाद की पूर्ण समाप्ति हो जाएगी। श्री तिवारी ने कहा कि कांग्रेस उन्हें याद दिलाना चाह रही है कि चार वर्ष बीत गए हैं लेकिन देश की अर्थव्यवस्था रसातल में है। नोटबंदी की विफलता पर प्रधानमंत्री को माफी मांगनी चाहिए।नोटबंदी के बाद ही पुलवामा की घटना हुई जिसमें 40 जवान शहीद हो गए। उन्होंने कहा कि नोटबंदी का ही नतीजा है कि सर्वाधिक बेरोजगारी है, जीडीपी रसातल में है, प्रवासी मजदूरों की घर वापसी की वजह भी यही है क्योंकि नोटबन्दी से कई प्रदेशों की अर्थव्यवस्था टूट गई थी और प्रवासी श्रमिकों को अत्यधिक दिक्कतों का सामना करना पड़ा। श्री तिवारी ने कहा कि 86.4 प्रतिशत की नोटबन्दी इससे पहले तानाशाह गद्दाफी, मुसोलनी और हिटलर ने की थी। नोटबन्दी का फैसला करके प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने आपको इस कतार में खड़ा कर लिया है।

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