अम्बुज भार्गव
बलरामपुर। जिले में शुक्रवार को थाना गैड़ास बुजुर्ग परिसर में आयोजित थाना समाधान दिवस के मौके पर जिलाधिकारी पवन अग्रवाल और पुलिस अधीक्षक विकास कुमार ने शिकायतकर्ताओं की समस्याएं सुनीं और संबंधित विभागों को समयबद्ध और निष्पक्ष निस्तारण के निर्देश दिए।
अधिकारियों ने राजस्व एवं पुलिस विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को टीम बनाकर शिकायतों की गंभीरता से जांच करने और मौके पर जाकर निस्तारण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शिकायतों का शत-प्रतिशत निष्पक्ष निस्तारण सुनिश्चित किया जाए।
पुलिस अधीक्षक विकास कुमार ने मौके पर उपस्थित पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया कि समाधान दिवस के दौरान प्राप्त सभी शिकायती पत्रों का गुणवत्तापूर्ण एवं शीघ्र निस्तारण किया जाए। उन्होंने कहा कि जिन प्रार्थना पत्रों का निस्तारण उच्चाधिकारी स्तर से किया जाना है, उन्हें रिपोर्ट संलग्न कर संबंधित अधिकारी को भेजा जाए ताकि समय से उचित कार्यवाही सुनिश्चित हो सके।
एमएलके कॉलेज में प्रदर्शनी, वृक्षों की उपयोगिता पर छात्रों ने रखे विचार
बलरामपुर। विश्व योग दिवस 21 जून के उपलक्ष्य में माँ पाटेश्वरी विश्वविद्यालय के तत्वावधान में चल रहे कार्यक्रमों की श्रृंखला के अंतर्गत एमएलके पीजी कॉलेज के बीएड विभाग में ‘प्रकृति का महत्व’ विषय पर आधारित प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इस प्रदर्शनी में वृक्षों की उपयोगिता पर केंद्रित प्रोजेक्ट प्रस्तुत किए गए।
कार्यक्रम के नोडल अधिकारी प्रो. राघवेंद्र सिंह ने कहा कि संस्कृत भाषा में विभिन्न जड़ी-बूटियों, वनस्पतियों और वृक्षों से संबंधित प्राचीन एवं सनातन ज्ञान का उल्लेख मिलता है, जो समय के साथ कम होता गया है। इसे संरक्षित और प्रचारित किए जाने की आवश्यकता है।

जैव विविधता के लिए सभी प्रकार के वृक्षों का अपना-अपना महत्व है। जनसंख्या वृद्धि के कारण प्राकृतिक संसाधनों का दोहन बढ़ा है, जिससे वृक्षों का कटाव तेजी से हो रहा है। यह समाज के हर व्यक्ति का नैतिक कर्तव्य है कि उपयोगी पौधों का रोपण कर उनके संरक्षण पर विशेष ध्यान दें।
डॉ पंकज गुप्ता
डॉ के के सिंह ने नीम, पीपल, गूलर, आँवला, पाकड़, तुलसी, गिलोय, घृतकुमारी जैसे औषधीय पौधों की उपयोगिता पर प्रकाश डालते हुए अधिक से अधिक पौधरोपण और संरक्षण पर बल दिया। वहीं, डॉ सुधीर सिंह ने चंदन वृक्ष की ऐतिहासिक, आध्यात्मिक और व्यावसायिक महत्ता पर चर्चा की।
प्रदर्शनी में मनमोहन सिंह, विकेशिका त्रिपाठी, अमन और असीम ने प्रतिभाग किया। छात्र मनमोहन सिंह ने अपने प्रोजेक्ट के माध्यम से प्रकृति में वृक्षों की भूमिका और उनके महत्व पर प्रकाश डाला। इस कार्यक्रम में प्रो. पी के सिंह, डॉ लवकुश पांडे, डॉ देवेंद्र चौहान और श्री नारायण सिंह भी उपस्थित रहे।