रसभरी के नियमित सेवन से ब्लड शुगर कंट्रोल और पाचन मजबूत
बदलती जीवनशैली और असंतुलित खानपान के कारण ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और मोटापा से जूझते लोगों के लिए एक छोटा-सा फल रसभरी वरदान साबित हो सकता है। यह सुनने में भले ही मामूली लगे, लेकिन इसके लाभ असाधारण हैं। खट्टे-मीठे स्वाद वाली यह नारंगी रंग की गोल फलियों वाली रसभरी को अंग्रेज़ी में Golden Berries, Cape Gooseberries या Makoy भी कहा जाता है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, इसमें मौजूद विटामिन-सी, विटामिन-ए, आयरन, कैल्शियम, फॉस्फोरस, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स, शरीर को कई गंभीर बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं। खासकर डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए यह फल किसी रामबाण से कम नहीं।
ब्लड प्रेशर में सुधार लाती है रसभरी
रसभरी में पोटैशियम की भरपूर मात्रा होती है, जो रक्तचाप को नियंत्रित करने में सहायक है। इसमें पाए जाने वाले पॉलीफेनॉल्स और केरोटेनॉएड्स जैसे फाइटो-केमिकल्स, हृदय की कार्यप्रणाली को बेहतर बनाते हैं। साथ ही इसमें मौजूद सॉल्युबल पेक्टिन फाइबर, बैड कोलेस्ट्रॉल को कम कर दिल की सेहत सुधारता है।
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रसभरी से पाचन होगा दुरुस्त
फाइबर से भरपूर होने के कारण रसभरी कब्ज, गैस और अपच जैसी परेशानियों को दूर करने में मदद करती है। यह पाचन क्रिया को सहज बनाती है और मलत्याग की प्रक्रिया को सरल करती है। जिन लोगों को बार-बार पेट से जुड़ी शिकायतें रहती हैं, उनके लिए यह फल अत्यंत लाभकारी है।
डायबिटीज मरीजों के लिए सुपरफूड
शोधों में पाया गया है कि यह टाइप-2 डायबिटीज से ग्रसित लोगों के लिए ब्लड शुगर और इंसुलिन के स्तर को स्थिर करने में उपयोगी है। इसमें मौजूद हाई फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स, शरीर में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को घटाते हैं और लिपिड मेटाबॉलिज्म को सुधारते हैं। यह इंसुलिन रेसिस्टेंस को कम करके शरीर को बैलेंस में लाने में सहायता करती है।
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सूजन और दर्द में भी राहत
रसभरी में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्व, शरीर में किसी भी तरह की सूजन या सूक्ष्म चोट के कारण होने वाले दर्द को कम कर सकते हैं। खासकर जोड़ों की समस्या या मांसपेशियों में जलन जैसी शिकायतों के लिए इसका सेवन बेहद कारगर माना गया है।
वजन घटाने में सहायक
कम फैट और कैलोरी के कारण रसभरी वेट लॉस डाइट में शामिल करने के लिए बेहतरीन विकल्प है। आप इसे अपने सुबह के नाश्ते में सलाद, स्मूदी या सूप में मिलाकर ले सकते हैं। यह शरीर को ऊर्जा देता है लेकिन बिना वजन बढ़ाए।
रसभरी के सेवन के आसान तरीके
सुबह खाली पेट एक मुट्ठी रसभरी खाना लाभकारी
सलाद, स्मूदी और चाट में मिलाकर स्वाद के साथ पोषण भी
बच्चों को स्नैक्स के रूप में देना फायदेमंद
हफ्ते में 3-4 बार नियमित सेवन से फायदे और अधिक
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