ओला के संस्थापक भावीश अग्रवाल

ओला का क्रांतिकारी स्वदेशी एआई मॉडल ‘कृत्रिम’ तैयार

चैट जीपीटी को कड़ी टक्कर देने आ रहा ओला का क्रांतिकारी ‘कृत्रिम’ एआई असिस्टेंट

कैब बुकिंग और घिबली फोटो जैसे खास फीचर्स से लैस होगा ओला का क्रांतिकारी ‘कृत्रिम’ असिस्टेंट

तकनीक डेस्क

ओला कंपनी द्वारा विकसित किया गया ‘कृत्रिम’ नामक एआई असिस्टेंट जल्द ही लांच के लिए तैयार है। यह भारत का पहला पूर्ण रूप से स्वदेशी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मॉडल है, जिसे विशेष रूप से भारतीय भाषाओं, जरूरतों और तकनीकी संरचना को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है। इसे भारत के एआई क्षेत्र में एक क्रांतिकारी कदम के रूप में देखा जा रहा है। ओला के संस्थापक भावेश अग्रवाल ने हाल ही में इस आगामी प्रोडक्ट के बारे में जानकारी साझा की और बताया कि ‘कृत्रिम’ असिस्टेंट अब आकार ले चुका है और इस महीने के अंत तक लांच किया जा सकता है।

विश्व के सबसे बड़े एआई मॉडल्स को देगा चुनौती ‘कृत्रिम’- भावेश
ओला के संस्थापक भावेश अग्रवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि उनकी टीम दिन-रात मेहनत कर रही है ताकि ‘कृत्रिम’ को एक ऐसा बेहतरीन प्रोडक्ट बनाया जा सके, जो चैट जीपीटी या अन्य ग्लोबल एआई मॉडल्स को बराबरी की टक्कर दे सके। उन्होंने यह भी बताया कि इस असिस्टेंट का नाम ‘कृति’ रखने का विचार किया जा रहा है, जो न सिर्फ नाम में भारतीयता लिए हुए है बल्कि इसकी तकनीक में भी भारतीय उपयोगकर्ताओं की ज़रूरतों की गहरी समझ नज़र आएगी।

यह भी पढें: हनुमान जयंती आज, जानें शुभ मुहूर्त और अचूक पूजा विधि

‘कृत्रिम’ होगा भारतीय भाषाओं के अनुकूल
ओला द्वारा निर्मित ‘कृत्रिम’ की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसे भारत की भाषाई विविधता और स्थानीय तकनीकी जरूरतों के मुताबिक बनाया गया है। जहां ग्लोबल एआई मॉडल्स भारतीय भाषाओं को केवल सपोर्ट करते हैं, वहीं ‘कृत्रिम’ इन भाषाओं में सहज संवाद कर सकता है। इस मॉडल को डीपसीक आरआई नामक रिसर्च इन्फ्रास्ट्रक्चर की मदद से तैयार किया गया है, जिससे यह सवालों के जवाब पहले सोचकर, फिर तार्किक ढंग से दे सकता है। यही रीजनिंग एबिलिटी इसे चैट जीपीटी जैसे त्वरित उत्तर देने वाले मॉडल्स से अलग बनाती है।

24a 2
ओला द्वारा निर्मित क्रांतिकारी ‘कृत्रिम’ देगा विश्वभर के एआई को टक्कर।

इन फीचर्स से लैस होगा ‘कृत्रिम’ असिस्टेंट
जहां अब तक के प्रमुख एआई मॉडल्स केवल संवाद तक सीमित हैं, वहीं ओला द्वारा निर्मित ‘कृत्रिम’ उससे आगे बढ़कर कैब बुकिंग जैसी उपयोगी सेवाएं भी प्रदान करेगा। ओला के इस असिस्टेंट से यूजर्स सीधे ऐप के माध्यम से ओला कैब बुक कर सकेंगे। इसके अतिरिक्त, इसमें एक और अनोखा फीचर जोड़ा जा रहा है घिबली स्टाइल फोटो जनरेशन। जापानी एनीमेशन स्टाइल से प्रेरित यह फीचर भारतीय युवाओं में तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। ओला इस मांग को ध्यान में रखते हुए एआई को घिबली स्टाइल में इमेज जनरेट करने की क्षमता दे रहा है।

यह भी पढें: पिता-पुत्र, सगे भाइयों समेत पांच को आजीवन कारावास

‘कृत्रिम’ के माध्यम से भारत खुद गढ़ेगा अपनी पहचान
ओला के संस्थापक भावेश अग्रवाल का मानना है कि भारत को अब अपनी तकनीकी पहचान खुद गढ़नी चाहिए। उन्होंने कहा कि ग्लोबल मॉडल्स अक्सर भारतीय संदर्भों और ज़रूरतों को अनदेखा कर देते हैं। इसीलिए ‘कृत्रिम’ को इस प्रकार डिजाइन किया गया है कि यह न केवल भाषा में सहज हो, बल्कि क्षेत्रीय डेटा और यूजर बिहेवियर को ध्यान में रखकर सटीक उत्तर दे सके। वर्तमान में ‘कृत्रिम’ ओला ऐप के भीतर ही उपलब्ध है, हालांकि अभी यह पूरी तरह सक्रिय नहीं है। लेकिन कंपनी का दावा है कि लॉन्च के बाद इसमें फोटो जनरेशन, स्मार्ट रीजनिंग, कैब बुकिंग जैसी सुविधाएं पूरी तरह एक्टिव हो जाएंगी।

भारतीय एआई का स्वदेशी भविष्य है ‘कृत्रिम’
ओला द्वारा निर्मित ‘कृत्रिम’ का आगमन न केवल एक तकनीकी प्रगति है, बल्कि यह भारत की आत्मनिर्भर डिजिटल नीति के तहत एक बड़ी उपलब्धि भी है। स्वदेशी तकनीक पर आधारित यह एआई मॉडल उन सभी तकनीकी चुनौतियों को सीधे संबोधित करता है, जिन्हें अब तक विदेशी एआई टूल्स नजरअंदाज करते आए हैं। एक ओर जहां चैट जीपीटी, बार्ड और कोपायलट जैसे वैश्विक मॉडल्स अमेरिका या यूरोपियन संदर्भों में अधिक कुशल हैं, वहीं ‘कृत्रिम’ जैसे मॉडल भारतीय उपयोगकर्ताओं के लिए विशेष रूप से उपयोगी साबित हो सकते हैं।

भारत के लिए बड़ी उपलब्धि
ओला द्वारा निर्मित ‘कृत्रिम’ का लांच भारतीय एआई इकोसिस्टम के लिए एक बड़ा मोड़ साबित हो सकता है। यह न केवल तकनीकी आत्मनिर्भरता की दिशा में एक मजबूत कदम है, बल्कि भारतीय बाजार के लिए एक प्रासंगिक और सटीक समाधान भी प्रस्तुत करता है। इसके जरिए भारत न केवल तकनीक का उपभोक्ता रहेगा, बल्कि एक वैश्विक निर्माता के रूप में भी उभर सकता है।

24
ओला द्वारा निर्मित क्रांतिकारी ‘कृत्रिम’ देगा विश्वभर के एआई को टक्कर।

यह भी पढें: इंटरसिटी ट्रेन का जरवल रोड में ठहराव जल्द संभव

पोर्टल की सभी खबरों को पढ़ने के लिए हमारे वाट्सऐप चैनल को फालो करें : https://whatsapp.com/channel/0029Va6DQ9f9WtC8VXkoHh3h अथवा यहां क्लिक करें : www.hindustandailynews.com

कलमकारों से: तेजी से उभरते न्यूज पोर्टल पर प्रकाशन के इच्छुक कविता, कहानियां, महिला जगत, युवा कोना, सम सामयिक विषयों, राजनीति, धर्म-कर्म, साहित्य एवं संस्कृति, मनोरंजन, स्वास्थ्य, विज्ञान एवं तकनीक इत्यादि विषयों पर लेखन करने वाले महानुभाव अपनी मौलिक रचनाएं एक पासपोर्ट आकार के छाया चित्र के साथ मंगल फाण्ट में टाइप करके हमें प्रकाशनार्थ प्रेषित कर सकते हैं। हम उन्हें स्थान देने का पूरा प्रयास करेंगे : जानकी शरण द्विवेदी, प्रधान संपादक मोबाइल- 9452137310 E-Mail : hindustandailynews1@gmail.com

error: Content is protected !!