National News: जेईई मेन, नीट 2021 परीक्षा के लिए एनटीए को नया सिलेबस बनाने का दिया निर्देश

–  केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने दिया यूजीसी को हेल्पालाइन शुरू करने का निर्देश

– अगले शै‍क्षणिक वर्ष से मातृभाषा में तकनीकी शिक्षा प्रारंभ करने का निर्णय

सुशील बघेल

नई दिल्ली (हि.स.)। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने 2021 में आयोजित होने वाली संयुक्त प्रवेश परीक्षा-मुख्य (जेईई-मेन) और राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) सहित अन्य प्रतियोगी और प्रवेश परीक्षाओं के लिए राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) को एक नया पाठ्यक्रम तैयार करने का निर्देश दिया है।

केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने गुरुवार को मंत्रालय की विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में उच्च शिक्षा सचिव अमित खरे,  स्कूल शिक्षा सचिव अनिता करवाल और मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

बैठक में निर्णय लिया गया कि एनटीए प्रतियो‍गी परीक्षाओं के लिए विभिन्न बोर्डों की वर्तमान स्थिति का मूल्यांकन करने के बाद सिलेबस लाएगी। इन परीक्षाओं में इंजीनियरिंग में प्रवेश के लिए जेईई-मेन 2021 और मेडिकल के लिए नीट 2021 शामिल हैं। शिक्षा मंत्रालय, अगले साल बोर्ड परीक्षाएं कैसे और कब आयोजित करेगा इसके बारे में विद्यार्थियों, अभिभावकों और शिक्षकों की राय जानने के लिए अभियान चलाएगा।

उल्लेखनीय है कि कोविड-19 महामारी के कारण शिक्षण व्यवस्था में आये व्यवधान के मद्देनजर केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) और कई राज्य बोर्डों ने 10वीं और 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा के लिए पाठ्यक्रम को 30 तक कम करने का फैसला किया है।

बैठक में केंद्रीय मंत्री पोखरियाल ने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) को सभी छात्रवृत्तियां,  फैलोशिप समय पर वितरित करने और इसके लिए हेल्पालाइन शुरू करने का निर्देश दिया। उन्होंने निर्देश दिया कि विद्यार्थियों की सभी शिकायतों का त्वरित समाधान किया जाए।

अगले शै‍क्षणिक वर्ष से मातृभाषा में तकनीकी शिक्षा, विशेषकर इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों की शिक्षा प्रारंभ करने का मौलिक निर्णय लिया गया। इसके लिए कुछ आईआईटी और एनआईटी की सूची तैयार की जा रही है। शिक्षा मंत्री ने बताया कि विद्यार्थियों के समग्र विकास और शिक्षा प्रणाली में परिवर्तन का लक्ष्य  हासिल करने के लिए बनी राष्ट्रीय शिक्षा नीति का उचित क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए मंत्रालय के अधिकारी काम कर रहे हैं।

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