इंटरनेशनल डेस्क
कराची। पाकिस्तान के सबसे बड़े शहर कराची में बीते 48 घंटों में 21 बार भूकंप के झटकों ने लोगों को दहशत में डाल दिया। इन झटकों की तीव्रता 2.1 से 3.6 मैग्नीट्यूड के बीच रही, जिससे शहरवासियों में भय का माहौल बन गया। पाकिस्तान मौसम विज्ञान विभाग (PMD) ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है, लेकिन स्वतंत्र भूवैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि ये छोटे भूकंप एक बड़े और विनाशकारी भूकंप का संकेत हो सकते हैं।
मलीर जेल में हादसा: 216 कैदी फरार
रविवार रात को आए 3.6 मैग्नीट्यूड के भूकंप के झटके के कारण मलीर जेल की दीवार आंशिक रूप से ढह गई, जिससे 216 कैदी फरार हो गए। इनमें से 78 को अगले दिन तक पकड़ लिया गया, जबकि बाकी की तलाश जारी है। इस घटना ने प्रशासन को सकते में डाल दिया है और जेलब्रेक की जांच शुरू कर दी गई है।
भूकंपों की श्रृंखला: कराची में दहशत का माहौल
कराची के गदाप, कायदाबाद, खोखरापार, मलीर, लांधी, फ्यूचर मोर, गुल अहमद और हॉस्पिटल चौक जैसे इलाकों में भूकंप के झटके महसूस किए गए। हालांकि, अभी तक किसी बड़े जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है, लेकिन लगातार भूकंपों ने शहरवासियों में भय पैदा कर दिया है।
भविष्य की चेतावनी: बड़ा भूकंप संभव?
पाकिस्तान मौसम विज्ञान विभाग (PMD) के महानिदेशक माहर साहिबजाद खान ने लोगों को आश्वस्त करते हुए कहा कि अगले दो से तीन दिनों तक हल्की तीव्रता के भूकंप आ सकते हैं, लेकिन स्थिति में सुधार होगा और इनकी तीव्रता कम हो जाएगी। हालांकि, स्वतंत्र भूवैज्ञानिकों का दृष्टिकोण इससे अलग है। अर्थक्वेक न्यूज एंड रिसर्च सेंटर के सीईओ शाहबाज लघारी ने दावा किया कि उनकी टीम ने इन भूकंपों की भविष्यवाणी पहले ही कर दी थी। उन्होंने चेतावनी दी कि शुक्रवार और शनिवार की रात कराची के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। उनका शोध बताता है कि छोटे भूकंपों की श्रृंखला अक्सर एक बड़े भूकंप का संकेत होती है।
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भूगर्भीय स्थिति: कराची की संवेदनशीलता
कराची की भौगोलिक स्थिति इसे भूकंपों के प्रति अत्यधिक संवेदनशील बनाती है। शहर भारतीय, यूरेशियन और अरेबियन टेक्टॉनिक प्लेटों के जंक्शन पर स्थित है, जिसके कारण यहां बार-बार भूकंप आते हैं। हाल के महीनों में कराची में कई भूकंप दर्ज किए गए हैं, जिनमें 30 अप्रैल को 4.4 मैग्नीट्यूड और 12 अप्रैल को 5.8 मैग्नीट्यूड के भूकंप शामिल हैं।
सोशल मीडिया पर दहशत और अफवाहें
लगातार भूकंपों के कारण कराची में सोशल मीडिया पर भी हलचल मची हुई है। लोग बड़े भूकंप की आशंका को लेकर चिंता जता रहे हैं और कई अफवाहें भी फैल रही हैं। कुछ यूजर्स ने दावा किया कि ये छोटे भूकंप एक “मेगा अर्थक्वेक” का संकेत हो सकते हैं, जबकि अन्य ने प्रशासन से बेहतर तैयारी और जागरूकता अभियान चलाने की मांग की है।
प्रशासन की प्रतिक्रिया: सुधार की आवश्यकता
पाकिस्तान मौसम विज्ञान विभाग (PMD) ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है और कहा है कि स्थिति पर नजर रखी जा रही है। हालांकि, संयुक्त राज्य भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) और भारत के राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (NCS) ने रविवार के बाद से कराची क्षेत्र में किसी भी भूकंपीय गतिविधि को दर्ज नहीं किया है। इससे स्थानीय निगरानी और रिपोर्टिंग सिस्टम पर सवाल उठ रहे हैं। यह अंतर यह संकेत देता है कि पाकिस्तान के भूकंप निगरानी तंत्र में कुछ खामियां हो सकती हैं, जिसे तत्काल सुधारने की जरूरत है।
सतर्कता और तैयारी की आवश्यकता
कराची में लगातार आ रहे भूकंपों ने शहरवासियों को दहशत में डाल दिया है। हालांकि, अभी तक कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन विशेषज्ञों की चेतावनी को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। प्रशासन को चाहिए कि वह भूकंप निगरानी तंत्र को मजबूत करे, जनता को जागरूक करे और आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए तैयारी करे।
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