Gonda News : सीडीओ ने किया तीन कार्यालयों का औचक निरीक्षण

जानकी शरण द्विवेदी

गोण्डा। मुख्य विकास अधिकारी शशांक त्रिपाठी ने सोमवार को विकास भवन में स्थित लघु सिंचाई, पशुपालन एवं मत्स्य पालक विकास अभिकरण कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण में अनुपस्थित पाए गए अधिकारियों कर्मचारियों से जवाब तलब करते हुए शासन की मंशा के अनुरूप पारदर्शी कार्य संस्कृति के साथ काम करने का निर्देश दिया।
सीडीओ ने बताया कि उन्होंने सबसे पहले लघु सिंचाई कार्यालय का निरीक्षण किया। यहां के सहायक अभियन्ता बिना किसी सूचना के कार्यालय में अनुपस्थित मिले। कार्यालय की उपस्थिति पंजिका का अवलोकन किया गया। कार्यालय में कुल 07 कर्मचारी कार्यरत हैं और 06 कर्मचारी निरीक्षण के समय उपस्थित मिले। एक कर्मचारी मनोज कुमार सिंह अवकाश पर मिले, जिनका अवकाश प्रार्थना पत्र अवलोकित किया गया। सहायक अभियन्ता को निर्देशित किया गया कि अनुपस्थित के संबंध में अपना स्पष्टीकरण 03 दिवस के अन्दर प्रस्तुत करें। कार्यालय के सभी कक्षों का निरीक्षण किया गया। कक्षों में सफाई व्यवस्था संतोषजनक थी। स्थापना कक्ष में एक छोटे कमरे को स्टोर रूप बनाया गया है, जिसमें काफी पुराने अभिलेख व टूटे फर्नीचर बिखरे हुये मिले हैं। एचटी कक्ष में रखे बक्से में बंद अभिलेखों के संबंध में जानकारी करने पर बताया गया कि इसमें वर्षों पूर्व की एमबी रखी हुई है। कर्मचारियों की अलमारी को खुलवाकर देखा गया जिसमें अभिलेख सुव्यवस्थित ढंग से रखे हुये नहीं मिले। संबंधित कर्मचारियों को निर्देशित किया गया कि स्टोर कक्ष एवं बक्से में रखे अभिलेखों का तत्काल नियमानुसार बीडिंग कराकर उसे निष्प्रयोज्य कराते हुये अनुपयोगी अभिलेख/सामान एक सप्ताह में हटवा कर कक्ष को साफ सुथरा बनाया जाय। साथ ही अलमारी में अभिलेख सुव्यवस्थित ढंग से रखा जाय और रैक पर स्लिप चस्पा की जाय कि उस रैक पर कौन से अभिलेख रखे हुये हैं। इसी प्रकार अवर अभियन्ता कक्ष में बने अलमारी भी अभिलेख अव्यवस्थित ढंग से रखे हुये मिले। पूछने पर बताया गया कि इस कक्ष में अवर अभियन्ता बैठते हैं और उनके द्वारा जिला मुख्यालय के साथ-साथ क्रमशः विकास खण्ड बेलसर, बभनजोत, इटियाथोक एवं नवाबगंज का भी कार्य देखा जा रहा है। निरीक्षण के समय बताया गया कि विकास खण्ड बेलसर गये हैं। वरिष्ठ सहायक को निर्देशित किया गया कि जिला मुख्यालय व विकास खण्डां का कार्य देखने हेतु एक रोस्टर जारी किया जाय कि किस दिवस को कहां पर उपस्थित रहकर कार्यों का सम्पादन करेंगे। साथ भ्रमण पंजिका पर बनाया जाय, जिसमें विकास खण्ड जाने आदि का विवरण अंकित किया जाय।
त्रिपाठी ने बताया कि इसके बाद पशुपालन कार्यालय की साफ-सफाई एवं अभिलेखों के रखरखाव का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के समय मुख्य पशु चिकित्साधिकारी उपस्थित मिले। कार्यालय की उपस्थिति पंजिका का अवलोकन किया गया, जिसमें निरंकार सिंह अनुपस्थित मिले। शेष कर्मचारी उपस्थित मिले। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया गया कि अनुपस्थित कर्मचारी का स्पष्टीकरण प्राप्त कर अपनी संस्तुति के साथ 03 दिवस में प्रस्तुत करें। कार्यालय के सभी कक्षों का निरीक्षण किया गया। कक्षों में सफाई व्यवस्था संतोषजनक मिली। लेखा कक्ष से सटे हुये एक छोटे कमरे को स्टोर रूम बनाया गया है, जिसमें काफी पुराने अभिलेख/ टूटे फर्नीचर रखे हुये मिले। लेखा कक्ष एवं स्थापना कक्ष में बने अलमारी में काफी पुराने अभिलेख रखे हुये मिले।
मत्स्य पालक विकास अभिकरण कार्यालय के निरीक्षण के दौरान वह उपस्थित मिले। अधिकारी के कक्ष में बने अलमारी पर रखे हुये अनुपयोगी अभिलेखां व सामान को तत्काल हटवाये जाने हेतु निर्देशित किया गया। निरीक्षण के समय सभी कर्मचारी उपस्थित मिले। कार्यालय के सभी कक्षों का निरीक्षण किया गया। कक्षों में सफाई व्यवस्था संतोषजनक मिली। एक कक्ष में ही आधे भाग में मत्स्य निरीक्षक बैठते हैं तथा आधे भाग में आलमारी का पार्टीशन करके स्टोर बनाया गया है, जिसमें काफी पुराने अभिलेख व अन्य अनुपयोगी सामान रखे हुये हैं। स्थापना कक्ष में बने अलमारी पर काफी पुराने अभिलेखो को कपड़े के बस्ते में बांध कर रखा गया है, जिस पर काफी धूल जमी हुई पायी गई तथा सभी कमरों में दीवालों पर जाले लगे हुये मिले। कक्ष में रखे हुये अलमारी के ऊपर अभिलेख व अनावश्यक सामान रखे हुये मिले। अलमारी को खुलवाकर देखा गया जिसमें अभिलेख सुव्यवस्थित ढंग से रखे हुये नहीं मिले। मुख्य कार्यकारी अधिकारी को निर्देशित किया गया कि स्टोर कक्ष में रखे अनुपयोग अभिलेख टूटे फर्नीचार का तत्काल हटवाकर कक्ष को साफ सुथरा बनाया जाय।

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