हबीबुल ने ऑनलाइन लिया था आतंकी प्रशिक्षण

– कानपुर में रखकर देर रात तक हुई पूछताछ में कई खुलासे हुए

कानपुर (हि.स.) । देश की आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर जहां अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। आतंकी उत्तर प्रदेश में बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में हैं लेकिन यूपी एटीएस इनके मंसूबों को लगातार फेल कर रही है। इसी कड़ी में फतेहपुर से उठाए गए जैश-ए-मोहम्मद के संदिग्ध आतंकी हबीबुल इस्लाम से कानपुर के एक स्थान पर रखकर देर रात तक पूछताछ की गई। पूछताछ में उसके आनलाइन आतंकी प्रशिक्षण लेने के साथ ही देश विरोधी गतिविधियों में संलिप्त होने का पता चला है।

मूलरूप से बिहार के जिला मोतीहारी के रामगढ़वा गांव निवासी हबीबुल इस्लाम उर्फ सैफुल्ला चार भाईयों में सबसे बड़ा है। उसने कोतवाली के सैय्यदबाड़ा क्षेत्र स्थित एक मदरसे में पढ़ाई की और यहीं से वह वर्चुअल आईडी बनाने का प्रशिक्षण लेकर एक्सपर्ट बना गया। बेहद सीधा दिखने वाला हबीबुल इसी दौरान आतंकवादी संगठन के सम्पर्क में आ गया और देश के खिलाफ साजिश रचने में जुट गया।

एटीएस को 12 अगस्त को सहारनपुर से गिरफ्तार संदिग्ध आतंकी नदीम से पूछताछ के दौरान हबीबुल के बारे में पता चला था। इसके बाद एटीएस की टीम ने शनिवार की देर रात को फतेहपुर पहुंचकर उसे उठा लिया। कानपुर में एक स्थान पर रखकर रात भर पूछताछ हुई और सुबह तड़के उसे लेकर एटीएस लखनऊ आ गई।

50 वर्चुअल फेक आईडी बनाकर आतंकियों को भेजा

हबीबुल इस्लाम उर्फ सैफुल्ला भी नदीम की तरह वर्चुअल आईडी बनाने में माहिर है। उसी ने पाकिस्तानी और अफगानिस्तानी आतंकियों को लगभग 50 वर्चुअल फेक आईडी बनाकर दिया था। उसने कई ग्रुप बना रखे थे। एटीएस अब इसके पास से मिले मोबाइल व आईडी को खंगालते हुए उसके अन्य स्लीपिंग माड्यूल का पता लगाने में जुट गई हैं

राम बहादुर/दीपक

error: Content is protected !!