सोशल मीडिया के सहारे पूरे जिले पर पैनी नजर रखते हैं एसपी बलरामपुर

कोरोना काल में वह शक्तिशाली टूल्स के रूप में कर रहे हैं सोशल मीडिया का इस्तेमाल

जानकी शरण द्विवेदी

गोण्डा। बलरामपुर के पुलिस अधीक्षक देव रंजन वर्मा ने कोरोना संकट के दौरान सोशल मीडिया वाट्स एप का भरपूर इस्तेमाल कर रहे हैं। हालांकि कोरोना संकट से पहले भी वह सोशल मीडिया पर सक्रिय रहते हुए पुलिसिंग में वाट्स एप का जबरदस्त इस्तेमाल करते थे, किन्तु कोरोना संकट के दौरान उन्होंने जिला पुलिस में इसकी सार्थकता बढ़ा दी है। वह जिले की पुलिस की दिन रात सोशल मीडिया पर मानीटरिंग करते रहते हैं, जिससे मातहत पुलिस अधिकारियों को हमेशा सतर्क एवं चाक चौबंद रहना पड़ता है। जिला पुलिस को अधिकांश आदेश निर्देश भी वाट्स एप पर जारी करते हैं और उसकी अनुपालन आख्या भी उसी पर मंगाते हैं। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मंशा के अनुरूप सोशल मीडिया का भरपूर इस्तेमाल करते हुए उनका प्रयास ‘मिनिमम गवर्नमेंट और मैक्सिमम गर्वनेंस’ का है। खास बात यह है कि विभाग के सबसे निचले वर्ग के कर्मचारी से लेकर राजपत्रित अधिकारियों (जीओज) को वे एक नजर से देखते हैं।


एसपी ने जिला पुलिस के मीडिया ग्रुप पर सभी प्रभारी निरीक्षकों व थानाध्यक्षों को बुधवार को शाम 6 बजे से 8 बजे तक गरुण वाहिनी से गश्त करने तथा जांच का निर्देश दिया था। साथ ही थाना स्तर पर की गई कार्रवाई की फोटो इसी ग्रुप पर भेजने का निर्देश दिया था। जिले के सभी थानों की पुलिस ने इस निर्देश के क्रम में मोटर साइकिल से क्षेत्र में भ्रमण करते हुए गश्त किया तथा संदिग्ध व्यक्तियों व वाहनों की जांच करते हुए फोटो ग्रुप पर प्रेषित कर दिया। एसपी ने ग्रुप पर पोस्ट किए गए एक-एक फोटो को बारीकी से देखा तथा उसमें मिली कमियों की तरफ ध्यान आकर्षित करते हुए सम्बंधित को तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश दिया।

एसपी के निर्देश पर गश्त पर निकले क्षेत्राधिकारी नगर राधा रमण सिंह एक उपनिरीक्षक के मोटर साइकिल पर बिना हेलमेट के पीछे बैठे फोटो में पाए गए। एसपी ने उनसे स्पष्टीकरण तलब किया गया। इसी प्रकार रेहरा थाने के उपनिरीक्षक उमेश कुमार बाजपेई तथा उपेन्द्र यादव बिना टोपी के गश्त पर पाए गए। उनसे भी जवाब तलब किया गया। बिना हेलमेट के बाइक चलाते पाये जाने पर तुलसीपुर थाने के उप निरीक्षक चंद्रेश कुमार व सभाजीत सिंह, उप निरीक्षक श्याम नारायण, उप निरीक्षक उमेश सिंह तथा आरक्षी रणवीर सिंह का ई-चालान का निर्देश देते हुए जुर्माने की रसीद वाट्सएप पर ही भेजने का निर्देश दिया।

बिना मास्क पहने एक बाइक सवार की जांच करने वाले गैसड़ी के प्रभारी निरीक्षक कमलेश कुमार को खुद का कोरोना चालान करके रसीद वाट्स एप पर मंगाया। जिले में एसपी ने जुलाई माह को साफ-सफाई माह घोषित कर रखा है। प्रत्येक थानों में सुबह दो घंटे नियमित रूप से साफ-सफाई होती है। इसकी भी फोटो वह नियमित रूप से वाट्स एप पर मगाते हैं तथा सघन समीक्षा करते हैं। फोटो के माध्यम से वह इस बात पर भी नजर रखते हैं कि थानों में होने वाली पीटी व योग आदि में केवल नए आरक्षी ही प्रतिभाग कर रहे हैं या पुराने घाघ दारोगा भी। इस प्रकार उनके द्वारा सोशल मीडिया का भरपूर सदुपयोग किए जाने से आम जनता भी अपनी समस्या, शिकायत, सुझाव सुगमता से उन पर पहुंचा दे रही है, जो कानून व्यवस्था एवं अपराध नियंत्रण में सहायक साबित हो रहा है।

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