सीमैप ने विकसित की बुढ़ापे की रफ्तार कम करने के साथ ही अल्जाइमर जैसी बीमारियों में कारगर हर्बल चाय


लखनऊ (हि.स.)।  सीएसआईआर-केन्द्रीय औषधीय एवं सगंध पौधा संस्थान (सीएसआईआर-सीमैप) ने शनिवार को लखनऊ मुख्यालय और शोध केंद्रों ने  पंतनगर, पुरारा, बैंगलोर और हैदराबाद 79 वां  स्थापना दिवस मनाया। इस अवसर संस्थान द्वारा विकसित की गयी `सिम–एवरग्रीन` स्वस्थ वृद्ध हर्बल चाय (डॉ. राकेश पांडेय और उनकी टीम द्वारा विकसित किया गया है) रिलीज़ किया गया। यह हर्बल चाय बुढ़ापे की रफ़्तार को कम करने के साथ-साथ अल्जाइमर व पर्किंसंस जैसी बीमारियों में भी कारगर है। 
इस दौरान सीमैप द्वारा विकसित हर्बल उत्पाद ( हेंकूल, फ्लोर क्लीनर तथा मोस्सप्रे) को मेसेर्स व्योम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, बरेली को टेक्नालजी हस्तांतरित की गयी | इस अवसर पर  सुनील गुप्ता तथा क्षितिज गुप्ता, जो की कंपनी के निदेशक है उपस्थित थे। इस अवसर पर सीएसआईआर- सीमैप के निदेशक, डॉ. प्रबोध के. त्रिवेदी ने स्टाफ सदस्यों को संबोधित किया और प्रौद्योगिकी विकास पर संस्थान की प्रगति के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि संस्थान कोविड – 19 परीक्षण में सक्रिय रूप से शामिल है। उन्होंने जोर देकर कहा कि सीएसआईआर-सीमैप ने लॉकडाउन के दौरान 10 से अधिक एंटरप्रेन्योर और उद्योगों को हैंड सैनिटाइजर, फ्लोर क्लीनर और सर्फेस कीटाणुनाशक तकनीकों को हस्तांतरित किया और इसके साथ सीमैप ने लखनऊ विकास प्राधिकरण तथा  लखनऊ पुलिस को भी काफ़ी मात्रा में हॅंड सनीटीज़ेर्स वितरित किए।
26 सितंबर 1942 को सीएसआईआर की स्थापना की गयी थी। कोविड – 19 महामारी के कारण, समारोह को सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के माध्यम से प्रसारित किया गया। इस अवसर पर 25 कर्मचारी, जिन्होंने पिछले 25 वर्षों से संस्थान की सेवा की है और जो 2019 – 2020 के दौरान सेवानिवृत्त हुए हैं सम्मानित किए गये। वर्ष 2019 के लिए संस्थान की ई- वार्षिक रिपोर्ट 2019 – 20 और संस्थागत अनुसंधान पत्रिका `जर्नल ऑफ मेडिसिनल एंड एरोमेटिक प्लांट्स ` जनवरी – जून 2020 का संस्करण भी जारी की गई।
डॉ. संजय कुमार, प्रधान वैज्ञानिक ने इस आयोजन का समन्वय किया। इस अवसर पर डॉ. एन.पी. यादव, डॉ. पूजा खरे, डॉ. प्रेमा वासुदेव, डॉ. राकेश पांडे, डॉ. राजेश के. वर्मा, डॉ. एम. पी दारोकर, डॉ. रमेश श्रीवास्तव और ई. मनोज सेमवाल भी उपस्थित थे।

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