विद्युत कर्मियों ने चौथे दिन भी किया कार्य बहिष्कार, झालक्षमजीरा बजाकर जताया विरोध

ऐलान, अनिश्चितकालीन हड़ताल, जयचंदों को महिला ब्रिगेड चूड़ियां भेंट करेंगी

वाराणसी (हि.स.)। 15 सूत्रीय मांगों को लेकर विद्युत कर्मियों ने लगातार चौथे दिन शुक्रवार को भी कार्य बहिष्कार किया। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति उत्तर प्रदेश के आह्वान पर भिखारीपुर स्थित प्रबंध निदेशक कार्यालय परिसर में प्रदर्शन और सभा के दौरान कर्मचारियों ने विरोध स्वरूप झाल मजीरा भी बताया। प्रदर्शन में शामिल अभियंताओं, अवर अभियंताओं और कर्मचारियों ने मांगों के समर्थन में अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान कर कहा कि वर्ष 2000 में हड़ताल के दौरान महिला कर्मचारियों ने मोर्चा संभाला था । इस बार भी महिला ब्रिगेड मोर्चा संभालेगी एवं जयचंदों को चूड़ियां भेंट करेंगी। वक्ताओं ने प्रबंधन की दमनकारी नीति का कड़ा विरोध करते हुए कहा कि हड़ताल की घोषणा होते ही उपकेंद्रों एवं पावर हाउसों में शिफ्ट में कार्य कर रहे अभियंता अवर अभियंता एवं कर्मचारी भी कार्य बहिष्कार में शामिल हो जाएंगे, जिसके गंभीर परिणाम होंगे। जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी प्रबंधन की होगी।

वक्ताओं ने सभी अभियंताओं अवर अभियंताओं एवं कर्मचारियों से अपील किया कि वे मंदिर मस्जिद गुरुद्वारा की भांति अपने विद्युत उपकेंद्र एवं लाइनों की सतत निगरानी करते रहें, क्योंकि आंदोलन को बदनाम करने के लिए क्षेत्रों में घूम-घूम कर बाहरी मिस्त्रियों द्वारा अनधिकृत रूप से किए जा रहे कार्य एवं लाइनों से छेड़छाड़ से गंभीर विद्युत व्यवधान आ सकता है, जिसे हमें रोकना होगा। हमें गांधीवादी और शांतिपूर्ण ढंग से अपने आंदोलन को जारी रखना है। हमेशा सत्य की विजय होती है और जब भी सरकार शासन प्रबंधन से समझौता वार्ता होगी तो सबसे पहले आंदोलन के दौरान किए गए उत्पीड़नात्मक कार्रवाई को तत्काल वापस लेने की मांग की जाएगी और इतिहास गवाह रहा है कि जब भी समझौता वार्ता हुई है उसमें की गई सभी दंडात्मक कार्रवाई वापस ले ली गई है। अध्यक्षता ई. अरुण यादव एवं संचालन मदनलाल श्रीवास्तव ने की। सभा में ई.अमित त्रिपाठी,मायाशंकर तिवारी,ई. संजय भारती,विजय सिंह,ई. जितेंद्र सिंह, मनीष श्रीवास्तव, रमाशंकर ,अंकुर पाण्डेय आदि ने भी सम्बोधित किया।

श्रीधर

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