लाश लेकर पहुंच गए एडीजी कार्यालय, कार्रवाई का आश्वासन

मेरठ (हि.स.)। खरदौनी गांव के लोग सोमवार को एक व्यक्ति की लाश लेकर एडीजी कार्यालय पहुंच गए। लोगों ने भावनपुर पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए। पुलिसकर्मियों ने लोगों की एडीजी से मुलाकात कराई तो एडीजी ने जांच के बाद कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।

भावनपुर पुलिस ने एक सप्ताह पहले पचपेड़ा गांव में गुड़ा से भरा ट्रक पकड़ा था। ट्रक का मालिक खरदौनी निवासी रियाजुल है। पुलिस की जांच में पता चला कि ट्रक पर दूसरा इंजन रखकर चलाया जा रहा था। पुलिस ने रियाजुल को ट्रक के साथ ही गिरफ्तार कर लिया।

सोमवार को गांव के लोग रियाजुल के पिता नियाज मोहम्मद का शव लेकर एडीजी कार्यालय पर प्रदर्शन करने पहुंचे। उनकी मंशा भांपकर पुलिसकर्मियों ने लोगों की बात सुनी और उन्हें एडीजी मेरठ जोन राजीव सब्बरवाल के पास भेजा। लोगों ने एडीजी से शिकायत करते हुए बताया कि रियाजुल के पिता भावनपुर थाने पहुंचे थे। वहां पर दरोगा भगवती प्रसाद ने नियाज के बेटे को छोड़ने के लिए दो लाख रुपए मांगे थे। इसके बाद थाने में रियाज को हार्ट अटैक आया। जहां से उन्हें सूर्य नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया। इसके बाद विराट अस्पताल में उपचार कराया गया। जहां पर नियाज की मौत हो गई।

इसी बीच पुलिस ने रियाजुल को धोखाधड़ी के आरोप में जेल भेज दिया। एडीजी ने लोगों की बात सुनकर उन्हें जांच करके कठोर कार्रवाई का आश्वासन दिया। एडीजी ने मेरठ के एसएसपी को इस मामले की जांच करके कार्रवाई के निर्देश दिए। एसएसपी रोहित सिंह सजवान ने बताया कि मामले की निष्पक्ष जांच करके कार्रवाई की जाएगी।

कुलदीप

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