लगातार दूसरे दिन बिजली कर्मियों का हड़ताल, पेयजल संकट से जूझ रहे लोग

वाराणसी(हि.स.)। निजीकरण के विरोध में बिजली कर्मियों की अनिश्चित कालीन हड़ताल लगातार दूसरे दिन मंगलवार को भी जारी रहा। भिखारीपुर स्थित प्रबंध निदेशक कार्यालय परिसर में धरनारत कर्मचारियों के कार्य बहिष्कार से कार्यालयों में सन्नाटा पसरा रहा। कर्मचारी नेता धरना स्थल पर अपनी मांगों को लेकर ऊर्जा प्रबन्धन पर बरसते रहे।
कर्मचारियों के हड़ताल से सोमवार अपराह्न बाद से पूरी रात तक शहर और ग्रामीण अंचल के ज्यादातर हिस्सों में बिजली आपूर्ति बाधित रहने से लोगों में आक्रोश बढ़ रहा है। शहर के कई हिस्सों में लोग भीषण उमस और पेयजल संकट से लगातार दूसरे दिन भी जूझते रहे। कर्मचारियों के हड़ताल से बाधित आपूर्ति को बहाल कराने के लिए जिला प्रशासन के अफसर भी जुटे है। लेकिन लोगों को राहत नहीं मिल पाई। 
  हड़ताल के दूसरे दिन कर्मचारियों के तेवर देख आमजन क्षुब्ध है। घरों में इन्‍वर्टर तक बंद हो चुके हैं, मोबाइल चार्ज करना भी कठिन हो गया है। सेमेस्टर परीक्षा दे रहे छात्रों के साथ ऑनलाइन कक्षाओं पर भी इसका असर पड़ा है। जलापूर्ति बाधित होने से सरकारी हैंडपंपों के सहारे लोग पानी ले रहे है। जहां हैंडपंप खराब है वहां के लोगों को नित्य क्रिया में भी परेशानी हुई। चांदपुर उपकेन्द्र से जुड़े दर्जन भर से अधिक गांवों के लोग सुबह से बिजली पानी के लिए परेशान रहे। पंचकोशी, पहड़िया, आशापुर, शक्तिपीठ फरीदपुर, रसूलगढ़, सलारपुर, रुस्तमपुर, सारनाथ, सिंहपुर, गोला, परशुरामपुर, बेनीपुर, तिब्बती संस्थान, मवइयां में भी लोग बिजली संकट से जूझते रहे। शहर के मैदागिन सब-स्टेशन से संबंधित औसानगंज व दारानगर आदि क्षेत्रों में रात 11 बजे से आज दोपहर तक विद्युत आपूर्ति बाधित है। बाबतपुर क्षेत्र के नेवादा (मंगारी) फीडर से बिजली सप्लाई पूरी रात ठप रहने के बाद पूर्वाह्न 11 बजे से चालू होने पर लोगों ने राहत की सांस ली।
बड़ागांव में पिछले 16 घंटे से आपूर्ति ठप होने से व्यापारी भी परेशान है। व्यापार मंडल बड़ागांव के अध्यक्ष घनश्याम पाठक ने कहा कि जनता बिजली के बिल, मीटर की समस्या, लोकल फाल्ट, बिजली कर्मियों की मनमानी से वैसे ही पहले से त्रस्त है उस पर ये हड़ताल से जनता का बुरा हाल है। लॉकडाउन के बाद से वैसे ही जनता,व्यापारी सभी परेशान है। व्यापारी नेता ने चेताया कि अगर इस समस्या का समाधान जल्द नहीं हुआ, तो व्यापारी भी धरना प्रदर्शन के लिए बाध्य होंगे।

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