मास्क न लगाना एसडीएम को पड़ा महंगा

बांदा। वैश्विक महामारी से निपटने के लिए कोविड-19 में प्रोटोकॉल है कि हर किसी को मास्क का इस्तेमाल करना है।चाहे वह नागरिक हो, अधिकारी हो या जनप्रतिनिधियों हो।हर किसी को इस नियम का पालन करना है। इसके बावजूद बबेरू एसडीएम बिना मास्क लगाकर न सिर्फ जनता से मिल रहे थे बल्कि मीडिया में बातचीत भी कर रहे थे।  यह जानकारी मिलते ही जिलाधिकारी ने तत्काल उन्हें बबेरू से हटाकर बांदा में अतिरिक्त मजिस्ट्रेट के रूप में रखा  है।
बबेरू तहसील के उपजिलाधिकारी महेंद्र प्रताप सिंह लॉकडाउन के दौरान लगातार मास्क का इस्तेमाल नहीं कर रहे थे इधर वह बिना मास्क लगाए ही मीडिया के साथ बातचीत भी कर रहे थे।कुछ लोगों ने इस बारे में आपत्ति की लेकिन उनकी आवाज दबा दी गई।जब यह मामला जिला अधिकारी के संज्ञान में आया तो उन्होंने तत्काल बबेरू तहसील से उन्हें हटा कर बांदा में अतिरिक्त मजिस्ट्रेट के रूप में रखा है।उनके स्थान पर बबेरू में सौरभ शुक्ला उप जिलाधिकारी बनाए गए हैं। उन्होंने आज अपना कार्यभार भी ग्रहण कर लिया। इस संबंध में विश्व हिंदू महासंघ के जिला अध्यक्ष  शिवविलास शर्मा ने कहा कि एसडीएम महेंद्र प्रताप सिंह द्वारा कोरोना महामारी के दौरान अक्सर लापरवाही बरती जा रही थी।लॉकडाउन के बाद भी उनकी कृपा से दुकानें खुल जाती थी। इस संबंध में हमने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर कार्रवाई की मांग की थी। उन्होंने यह भी बताया कि कोरोना से बचाव के लिए जनता को तो मास्क लगाने की नसीहत दी जाती रही लेकिन वह खुद बिना मास्क लगाकर कोविड-19 के नियमों की धज्जियां उड़ाते रहे, जिन्हें यहां से हटाकर प्रशासन ने सही कदम उठाया है।

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