चीन के खिलाफ ‘डिजिटल स्ट्राइक’ को तैयार ट्रंप

अमेरिका में जल्द लग सकता है टिक टाक पर प्रतिबंध

इंटरनेशनल डेस्क

वाशिंगटन। भारत की चीन के खिलाफ डिजिटल स्ट्राइक के बाद अब अमेरिका भी इसी तर्ज पर उसके खिलाफ एक्शन की तैयारी में है। भारत के टिक टॉक बैन करने के बाद अब अमेरिका जल्द ही अपने देश में टिक टॉक पर प्रतिबंध लगा सकता है। इसकी पुष्टि खुद अमेरिकी राष्ट्र डोनाल्ड ट्रंप ने की है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को कहा कि उनका प्रशासन चीनी वीडियो शेयरिंग एप टिकटॉक(ज्पाज्वा) पर प्रतिबंध लगा सकता है। ट्रंप ने कहा कि हम टिक टॉक(ज्पाज्वा) को देख रहे हैं, हम ज्पाज्वा पर प्रतिबंध लगा सकते हैं। हम कुछ अन्य चीजें कर रहे हैं, हमारे पास कुछ विकल्प हो सकते हैं…लेकिन हम ज्पाज्वा के संबंध में बहुत सारे विकल्प देख रहे हैं।
इससे पहले बुधवार को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संवाददाताओं से कहा था कि अमेरिकी सरकार टिकटॉक पर प्रतिबंध लगाने के बारे में सोच रही है। ट्रम्प से जब संभवतः चीनी आवेदन पर प्रतिबंध लगाने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हम ज्पाज्वा को देख रहे हैं। हम एक निर्णय लेने के बारे में सोच रहे हैं। इससे पहले जुलाई में अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोंपिओ(डपाम च्वउचमव) ने कहा था कि ट्रंप सरकार, गोपनीयता से जुड़ी चिंताओं को लेकर टिकटॉक पर प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रहा है। चीन के साथ अपने संबंधों के कारण राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा होने के कारण बीजिंग के स्टार्टअप बाइटडांस के स्वामित्व वाले टिकटॉक एप की अमेरिकी राजनेताओं ने बार-बार आलोचना की है। इस महीने की शुरुआत में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (ब्ब्च्) की विदेश नीति को आगे बढ़ाने के लिए उपयोगकर्ता सामग्री के तिनकोत की सेंसरशिप पर चिंता व्यक्त करते हुए 25 अमेरिकी कांग्रेसियों और कांग्रेसियों के एक समूह ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से अमेरिकी लोगों की गोपनीयता और सुरक्षा की रक्षा के लिए निर्णायक कार्रवाई करने का आग्रह किया।

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