चित्रकूट : शार्ट सर्किट से शंकर एजेंसी में लगी भीषण आग में मां की जलकर मौत, करोड़ों का माल स्वाहा

– कर्वी कोतवाली के सदर बाजार की घटना 
– किराना और जनरल स्टोर के सामान की थोक दुकान थी शंकर एजेंसी 
चित्रकूट (हि.स.)। मुख्यालय के कर्वी कोतवाली अंतर्गत सदर बाजार रोड़ स्थित शंकर एजेंसी में देर रात भीषण आग लगने से डेढ़ करोड़ से अधिक का सामान जलकर खाक होने के साथ-साथ दुकानदार की मां गीता देवी के जिंदा जलने से मौत हो गई। 
मिली जानकारी के मुताबिक, कर्वी कोतवाली अन्तर्गत मिशन रोड स्थित शंकर एजेंसी (किराना और जनरल स्टोर की थोक दुकान) में बुधवार की देर रात करीब एक बजे शार्ट सर्किट से भीषण आग लग गई। आग लगने से अफरा-तफरी मच गई। आग की तेज लपटें देखकर आसपास के लोगों में दहशत फैल गई और घरों से बाहर निकाल आये। पड़ोसियों की सूचना पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। लेकिन इससे पहले दुकान संचालक शिवशंकर गुप्ता की मां गीता देवी गुप्ता (62) पत्नी वंश गोपाल की जिंदा जलकर मौत हो गई। 
व्यापारी नेता शानू गुप्ता ने बताया कि सदर बाजार में शंकर एजेंसी के नाम से थोक किराना स्टोर है। मकान के नीचे के तल पर बने किराना स्टोर में पीछे के हिस्से में संचालक शिवशंकर की मां और पिता वंशगोपाल रहते हैं। वहीं ऊपरी मंजिल पर उनके पुत्र शिवशंकर और उमाशंकर गुप्ता परिवार के साथ रहते हैं। बताया कि बुधवार को किराना स्टोर संचालक किसी काम से कानपुर गए थे। रात में मां और पिता स्टोर के पिछले हिस्से में बने अपने हिस्से में थे। करीब एक बजे शार्ट सर्किट से अचानक आग लग गई। आग की तेज लपटें उठती देखकर आसपास के लोगों में अफरा तफरी मच गई। लोग अपने घरों से बाहर आ गए। वहीं दुकान संचालक के भाई भी परिवार लेकर ऊपरी मंजिल से किसी तरह उतरकर सड़क पर आ गए। लोगों ने पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचना दी। इस बीच अंदर आग की लपटों के बीच से किराना स्टोर संचालक के पिता वंश गोपाल गुप्ता किसी तरह बाहर निकल आए, लेकिन उनकी पत्नी गीता देवी अंदर ही फंस गईं।  इस बीच आग की लपटें तेज हो जाने से कोई भी अदंर जाने की हिम्मत नहीं जुटा सका। फायर ब्रिगेड के जवानों ने आग कड़ी मशक्कत के बाद काबू पाया। लेकिन इससे पहले स्टोर संचालक की मां की जलकर मौत हो गई।
व्यापारी राजेश जायसवाल ने बताया कि आग इतनी भयावह थी कि देखते ही देखते कुछ ही क्षणों में पूरे घर को अपने आगोश में ले लिया। घर में अंदर दो भरे सिलेंडर रखे थे। उनके घर की दीवार खोदकर गैस सिलेंडरों को बाहर निकाला गया। यदि सिलेंडरो में आग लगती को बहुत बड़ा हादसा हो जाता। गुरुवार सुबह तक आग ठंडी हुई और आग के तांडव की कहानी को राख हो चुके सामान के ढेर में दिखाई दी।
वहीं, घटना की सूचना मिलने पर मौके पर सुबह पहुंचे सदर एसडीएम रामप्रकाश ने पीड़ित परिजनों को सांत्वना देते हुए शासन-प्रशासन से हर संभव मदद दिलाने का भरोसा दिलाया। इस मौके पर मौजूद रहे व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष ओम केशरवानी, उपाध्यक्ष सुनील द्विवेदी, नगर अध्यक्ष धर्म चंद्र गुप्ता आदि ने मुख्यमंत्री राहत कोष से पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता दिलाने की मांग की है। वही, कर्वी कोतवाल अरुण कुमार पाठक ने मृतिका के शव को पोस्टमार्टम के लिए मर्चरी भेजवा दिया है।

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