उप्र पुलिस एवं विधि विज्ञान विवि में वीसी, रजिस्ट्रार सहित तीन पद सृजित

लखनऊ। प्रदेश सरकार ने उप्र पुलिस एवं विधि विज्ञान विश्वविद्यालय को लेकर तीन पद सृजित कर दिए हैं। इनमें वाइस चांसलर सहित रजिस्ट्रार और फाइनेंस ऑफिसर शामिल हैं। इस विश्वविद्यालय की स्थापना का मकसद फॉरेंसिक व अन्य विषयों में दक्ष विशेषज्ञों की टीम तैयार करना और क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम को मजबूत करना है। 

अपर मुख्य सचिव, गृह अवनीश अवस्थी ने रविवार को बताया कि ये विश्वविद्यालय तकनीकी विश्वविद्यालय के सहयोग से स्थापित किया जाएगा। इसके लिए सरोजनी नगर तहसील में 35 एकड़ भूमि उपलब्ध हो चुकी है। जल्द ही इसका निर्माण होगा और विश्वविद्यालय मूर्त रूप ले लेगा। विश्वविद्यालय में कई नए विभाग होंगे। इसमें साइबर और डीएनए लैब भी होगी। विधि विज्ञान से जुड़े अलग-अलग एरिया होंगे। विश्वविद्यालय को लेकर केन्द्र और राज्य की विशेषज्ञ एंजेंसियों का भी सहयोग लिया जाएगा।   
उप्र पुलिस एवं विधि विज्ञान विश्वविद्यालय के निर्माण में आधुनिक तकनीक, डिजाइन और सुविधाओं का समावेश किया जायेगा तथा इसकी शैली उत्कृष्ट प्रकार की होगी। साइबर अपराध से निपटने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश में फॉरेंसिक लैब तथा साइबर थाने की स्थापना की जा रही है। ऐसे अपराधों की विवेचना एवं अभियोजन के लिए अपने पुलिस तंत्र एवं अभियोजकों को साइबर अपराधों के क्षेत्र में दक्ष बनाया जाना अत्यन्त आवश्यक है। इसके दृष्टिगत प्रदेश की राजधानी लखनऊ में स्थापित होने वाले पुलिस एवं विधि विज्ञान विश्वविद्यालय की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।

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