UP News : शिष्यों के स्वागत में गुरूओं ने बरसाए फूल, ताली बजाकर हुआ बच्चों का अभिनंदन

लम्बे समय बाद बुधवार को खुले प्राथमिक स्कूलों में बजी घंटी, लौटे रौनक

कानपुर (हि.स.)। कोरोना की दूसरी लहर के कारण बंद चल रही कक्षा एक से पांच तक की कक्षाएं बुधवार से गुलजार हुई। नन्हे विधार्थी कंधों पर बैग लटकाए सुबह आठ बजे स्कूल पहुंचे, तो प्रधानाध्यापिका ने फूल बरसा कर एवं ताली बजाकर अपने शिष्यों का स्वागत किया। साथ ही गुरूओं का आशीर्वाद पाकर बच्चों ने कक्षाओं में प्रवेश किया।

प्राथमिक विद्यालय समुही भटपुरवा में प्रधानाध्यापिका प्रियंका तिवारी ने खुद बच्चों का तिलक कर एवं ताली बजाकर बच्चों का स्वागत किया। कक्षा में प्रवेश के बाद सभी विद्यार्थियों को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ बैठाया गया। विद्यालय में प्रबंध समिति की बैठक हुई, जिसमें बच्चों की पेयजल समस्या, सोशल डिस्टेंसिंग आदि के बारे में गहन चर्चा हुई।

इस मौके पर विद्यालय स्टाफ के साथ प्रेरणा साथी एवं विद्यालय प्रबंध समिति अध्यक्ष सुमन देवी, प्रधान पति समुही विजेंद्र निषाद, मंडल कोषाध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी हिमांशु प्रजापति, सृजन एक सोच से ओम प्रजापति, सोहनलाल अग्निहोत्री, माधुरी देवी, सुदामा देवी, सपना देवी आदि उपस्थित रहे।

कोविड प्रोटोकाल से खुले स्कूल, बच्चों में दिखा उत्साह

लगभग ढेड़ साल बाद आज जब प्राथमिक स्कूल खुले तो बच्चों मे जबरदस्त उत्साह देखा गया, जिसमें बिल्हौर ग्रामीण क्षेत्र विद्यालयों मे बच्चों का स्वागत भी किया गया। वहीं इस दौरान इण्टर कालेजों में छह से लेकर बारहवींं तक के बच्चों के स्कूल पहुंचने पर सड़कों पर भी खूब चहल-पहल देखी गई। कई विद्यालयों में जाकर आज हिन्दुस्थान समाचार ने चेक किया तो स्थिति संतोषजनक रही। ककवन कस्बे के डीपीएसएन इंटर कॉलेज में कक्षाओं में बच्चे उत्साह व मॉस्क के साथ नजर आए। वहीं विकास खण्ड के परषदीय विद्यालय मे भी बच्चों का हर्षोल्लास के साथ स्वागत किया। हालाकिं कुछ परषदीय विद्यालयों मे शिक्षक अपनी आदत के साथ दस बजे ही विद्यालय पहुंचे।

गौरतलब है कि, जनपद में बुधवार को लम्बे समय बाद प्राथमिक स्कूल खुले। स्कूलों के खुलने को लेकर जहां छात्र-छात्राओं में उत्साह दिखा तो वहीं गुरूजन भी शिष्यों के आने पर काफी प्रसन्न थे। गुरूओं द्वारा शिष्यों को तरह-तरह से पहले दिन स्वागत किया। इसको लेकर शिष्यों ने भी खुशी जाहिर की। स्कूलों में कोविड प्रबंधन को लेकर विशेष तैयारी करते हुए छात्र-छात्राओं को प्रवेश दिया गया है। वहीं कोविड प्रोटोकॉल को लेकर अभिभावकों द्वारा बच्चों को भेजा गया है।

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