UP News : कई आक्रामक अपराधी पुलिस के रडार पर

ऑपरेशन क्लीन के लिए तैयार हो रही कुण्डली

प्रादेशिक डेस्क

गोरखपुर। कानपुर की घटना के बाद माफिया, हिस्ट्रीशीटरों की जिलेवार कुंडली तैयार हो रही है। वहीं विकास दुबे की तरह के अक्रामक स्वभाव वाले ऐसे बदमाश जो फरार चल रहे हैं और जिनकी गिरफ्तारी के दौरान पुलिस को मोर्चा लेना पड़ सकता है उनकी अलग से सूची तैयार हो रही है। उन पर सख्ती के साथ ही गिरफ्तारी के लिए अलग रणनीति के तहत काम किया जा रहा है। इन बदमाशों में गोरखपुर से राघवेन्द्र यादव और राकेश यादव का नाम सूची में शामिल किया गया है। राघवेन्द्र यादव पहले से एक लाख का इनामी है जबकि राकेश पर इनाम बढ़ाने के लिए डीआईजी ने फाइल मांगी है।
कानपुर में हिस्ट्रीशीट के घर दबिश देने के दौरान पुलिस टीम पर फायरिंग के बाद प्रदेश भर में पुलिस हाई अलर्ट पर है। गोरखपुर परिक्षेत्र के डीआईजी राजेश डी मोदक के निर्देश के बाद गोरखपुर रेंज में सभी एसपी को उनके इलाके के हिस्ट्रीशीटरों की सूची सौंपी गई है ताकि नियमित उनकी निगरानी की जा सकें। हिस्ट्रीशीटर की निगरानी के लिए पुलिस नंगा निषाद समेत कई के घरों पर पहुंची तो वे अपने घर से गायब मिले है। मगर पुलिस ने सभी की सरगर्मी से तलाश शुरू कर दी है। पुलिस के मुताबिक गोरखपुर जिले में 14 सौ से ज्यादा हिस्ट्रीशीटर है, इसमें से कई ऐसे भी है जो अब निष्क्रिय हो चुके हैं उनकी उम्र ढल चुकी है या फिर उन्होंने अपराध की दुनिया से तौबा कर लिया है। अफसरों ने उनको अलग कर एक्टिव हिस्ट्रीशीटरों की एक सूची तैयार कराई है। नई सूची को सभी एसपी को सौंपने के साथ ही थाना पुलिस को उन पर कार्रवाई का निर्देश दिया गया है। एक लाख रुपये का इनामी हिस्ट्रीशीटर राघवेंद्र यादव या फिर राकेश यादव, नंगा निषाद सभी की सरगर्मी से पुलिस तलाश करने लगी है। पुलिस वैसे तो पुराने हिस्ट्रीशीटरों की हर महीने ही समीक्षा करती है लेकिन एक्टिव अक्सर फरार हो जाते हैं जिस पर अब सख्ती बढ़ा दी गई है। डीआईजी राजेश डी मोदक ने शुक्रवार को ही रेंज के सभी एसपी को पत्र लिखकर हिस्ट्रीशीटरों पर कड़ी कार्रवाई और निगरानी का आदेश दे दिया है जिसके बाद पुलिस की सक्रियता और बढ़ गई है।

जिले में 1431 हिस्ट्रीशीटर, इस थाने में इतने

कोतवाली थाने मं 44, राजघाट थाने में 48, तिवारीपुर में 38, कैंट में 29, खोराबार में 55, रामगढ़ताल में 14, गोरखनाथ थाने में 62, शाहपुर में 50, कैंपियरगंज में 52, पीपीगंज में 64, सहजनवां में 36, चिलुआताल में 60, गीडा में 49, चौरीचौरा में 99, झंगहा में 82, पिपराइच में 76, गुलरिहा में 37, बांसगांव में 63, गगहा में 79, बेलीपार 47, गोला में 49, बड़हलगंज में 80, उरूवां में 33, बेलघाट में 28, खजनी में 79, सिकरीगंज में 45, हरपुर बुदहट में 33 हिस्ट्रीशीटर है। कानपुर की घटना के बाद ऐसे बदमाशों और माफिया की भी सूची तैयार हुई जिनकी गिरफ्तारी के दौरान पुलिस टीम पर हमला हो सकता है इसमें राकेश यादव और राघवेन्द्र का नाम गोरखपुर से शामिल किया गया है। दोनों फरार चल रहे हैं। राघवेन्द्र तो चार हत्या करके चार साल से फरार चल रहा है जबकि राकेश पिछले कुछ दिनों से। राकेश पर गोरखपुर एसएसपी ने इनाम भी रखा है। डीआईजी ने एसएसपी से बात कर इनाम की रकम बढ़ाने के लिए राकेश की फाइल मांगी है। वहीं राघवेन्द्र गोरखपुर जोन का एक लाख का इनामी है। पुलिस सूत्रों का मानना है कि राघवेन्द्र कोलकाता तो राकेश नेपाल की तरफ फरार है। इनकी गिरफ्तारी को लेकर नए सिरे से योजना पर पुलिस काम कर रही है।

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