UP News : उद्यमी से बातचीत में प्रधानमंत्री ने रखी मजदूरों की पीड़ा , दिये बेहतरी के सुझाव

-पीएम के संस्कार, भोजपुरी और श्री काशी विश्वनाथ के प्रति अगाध आस्था के लोग हुए कायल 

वाराणसी (हि.स.) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी को 614 करोड़ की 30 परियोजनाओं की सौगात दी। इस दौरान प्रधानमंत्री ने वर्चुअल काशी की विभूति बास्केटबाल खिलाड़ी पद्मश्री प्रशांति सिंह, गृहिणी नीलिमा मेहता और उद्यमी विपिन अग्रवाल से संवाद भी किया। प्रशांति से बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री अभिभावक की भूमिका में दिखे। सबसे पहले प्रशान्ति से बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री ने उन्हें दीपावली की बधाई दी। बेहद सहजता से प्रशांति की उपलब्धियों का जिक्र कर उन्होंने पूछा कि ‘दीवाली की तैयारी चल रही’ है। बनारस का माहौल त्यौहार और खेलकूद वाला बना है कि नहीं। प्रशान्ति ने भी स्टेडियम में विकास कार्यों के लिए प्रधानमंत्री को बधाई देते हुए बताया कि खेल की गतिविधियों के बाद दिवाली मनाती हैं। शहर में भी उत्साह है। प्रशान्ति ने बताया कि कोरोना काल में अब स्टेडियम खुल गया है। नई सुविधाओं से राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं की तैयारी में काफी मदद मिल रही है। संकट काल में खिलाड़ियों ने आपदा को अवसर में बदला है। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं की तैयारी भी चल रही है। चेंजिंग रूम और आवासीय भवन को लेकर भी प्रशांति ने बातचीत की। इस पर प्रधानमंत्री ने कहा कि समय-समय पर खेल जगत के लोगों से सुझाव लेने के बाद उनके अनुभव को भी सुनते हैं। बनारस में खेल की प्रगति को लेकर प्रधानमंत्री ने गंभीरता दिखाते हुए कहा कि यहां की युवा पीढ़ी और आगे आए। सरकार खिलाड़ियों की सुविधा को लेकर कार्य कर रही है। कालभैरव मोहल्ले की गृहिणी नीलिमा मेहता से बातचीत के दौरान जब तकनीकी बाधा आई तो प्रधानमंत्री ने इसके बाद भी बातचीत की। गृहिणी से बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री ने ‘नीलिमा जी ‘ कह कर बात शुरू की तो महिला ने कहा कि सर, हमें सिर्फ नीलिमा कहें तो प्रधानमंत्री ने मुस्कराते हुए कहा हमारे भी संस्कार बने रहना चाहिए। महिला से प्रधानमंत्री ने जिस अपनत्व के साथ स्थानीय पुट देते हुए बात की ,इसका हर कोई कायल हो गया। प्रधानमंत्री ने कहा कि काशी को लोग देखने आते हैं, काशी की गली में रौनक और स्वच्छता भी बढ़ी है। उन्होंने पूछा कि कालभैरव गली की सफाई प्रतिदिन होती है या सिर्फ आज ही हुई। इस पर नीलिमा ने कहा कि सब आपकी देन है तो प्रधानमंत्री ने कहा कि साफ-सफाई नागरिकों के सहयोग के बिना संभव नहीं है।उद्यमी विपिन अग्रवाल से संवाद में प्रधानमंत्री ने संजीदगी से मजदूरों की पीड़ा, दशा की बात रखी। उनकी दशा सुधारने की ललक भी दिखाई। उन्होंने कहा कि उद्योगों में मालिक और मैनेजर का चैंबर तो बेहतर दिखता है लेकिन परिसर में कारीगरों के स्‍थान,खाने की जगह को  बेहतर बनाने की जरूरत है। प्रधानमंत्री ने इसके लिए सुझाव देकर कहा कि कारीगर को भी घर जाने का मन न हो ऐसा माहौल होना चाहिए। दीवाली और त्‍योहारों पर ध्यान देना चाहिए। उद्यमी ने व्यापार की दिक्कतों की भी प्रधानमंत्री के साथ चर्चा की। प्रधानमंत्री ने भी लॉकडाउन के बाद सुधार को लेकर संजीदगी से अपनी बात रखी।
प्रधानमंत्री ने बाबा विश्वनाथ के प्रति दिखाई अगाध आस्थावाराणसी में 614 करोड़ की परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास के बाद प्रधानमंत्री ने हमेशा की तरह भोजपुरी बोलकर ‘हर-हर महादेव’ के उद्घोष से बात शुरू की। प्रधानमंत्री ने अपने संसदीय क्षेत्र के नागरिकों को दीपावली, भैयादूज, अन्नकूट , डाला छठ की बधाई देकर काशी की महिमा का बखान किया। उन्होंने कहा कि शास्त्रों में कहा गया है, काश्यां हि काशते काशी, काशी सर्वप्रकाशिका। अर्थात काशी को काशी ही प्रकाशित करती है और काशी सभी को प्रकाशित करती है। इसलिए आज विकास को जो प्रकाश फैल रहा है और जो बदलाव हो रहा है, ये सब काशी और काशीवासियों के आशीर्वाद का ही परिणाम है। काशी का आशीर्वाद साक्षात महादेव का आशीर्वाद है, ऐसे में कोई काम बड़ा नहीं होता।  

error: Content is protected !!