Sunday, November 9, 2025
Homeराज्यसिम्हाचलम मंदिर हादसाः दीवार ढही, 8 की मौत, 16 घायल

सिम्हाचलम मंदिर हादसाः दीवार ढही, 8 की मौत, 16 घायल

भारी बारिश के बाद टेंट गिरा, फिर मंदिर परिसर की दीवार हुई ध्वस्त

सिम्हाचलम मंदिर हादसा में एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की टीमें राहत कार्य में जुटीं

राज्य डेस्क

विशाखापट्टनम। आंध्रप्रदेश के विशाखापट्टनम जिले में स्थित प्रसिद्ध सिम्हाचलम मंदिर हादसा में आठ श्रद्धालुओं की मौत हो गई और 16 अन्य घायल हो गए। हादसा उस समय हुआ जब भारी वर्षा के कारण एक अस्थायी टेंट गिरा और उसके दबाव में मंदिर परिसर के पास बनी एक पुरानी दीवार ढह गई। हादसे के बाद मंदिर क्षेत्र में अफरातफरी मच गई।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सिम्हाचलम मंदिर हादसा उस समय हुआ, जब बुधवार को ’नरसिंह जयंती’ के अवसर पर भारी संख्या में श्रद्धालु जुटे थे। इसी दौरान मौसम अचानक बिगड़ गया और मूसलाधार बारिश शुरू हो गई। प्रशासन द्वारा लगाए गए अस्थायी टेंट में दर्शनार्थियों को आश्रय दिया गया था, लेकिन बारिश के कारण टेंट का ढांचा कमजोर पड़ गया और वह गिर पड़ा। टेंट के नीचे खड़े लोग सुरक्षित निकल पाते, उससे पहले ही एक साइड की दीवार भरभरा कर गिर गई।

भारी बारिश बनी दीवाल गिरने की वजह
सिम्हाचलम मंदिर हादसा के बाद घटनास्थल पर चीख-पुकार मच गई। कई लोग मलबे में दब गए, जबकि अन्य जान बचाने के लिए इधर-उधर दौड़ पड़े। स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं ने तुरंत घायलों को मलबे से निकालने का प्रयास किया। सूचना मिलते ही जिला प्रशासन और पुलिस मौके पर पहुंची और राहत कार्य शुरू किया गया।

सिम्हाचलम मंदिर हादसे में दीवार गिरने से श्रद्धालुओं की मौत
सिम्हाचलम मंदिर हादसे में दीवार गिरने से कई श्रद्धालुओं की मौत, बचाव कार्य में एनडीआरएफ जुटी

यह भी पढें: भीषण आग से कोलकाता के होटल में मची तबाही

एनडीआरएफ ने सम्हाला मोर्चा
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल और राज्य आपदा मोचन बल की टीमें भी तत्काल मौके पर पहुंचीं। भारी बारिश के बावजूद राहत कर्मियों ने तेजी से बचाव कार्य को अंजाम दिया। अब तक आठ लोगों के शव निकाले जा चुके हैं, जबकि 16 घायलों को विशाखापट्टनम के किंग जॉर्ज अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इनमें से चार की हालत गंभीर बताई जा रही है।

सिम्हाचलम मंदिर हादसा पर सीएम का शोक
आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने सिम्हाचलम मंदिर हादसा पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने जिला प्रशासन से हादसे की पूरी जानकारी मांगी और घायलों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री कार्यालय से जारी बयान में कहा गया है कि मृतकों के परिजनों को पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी, जबकि घायलों को निःशुल्क इलाज मुहैया कराया जाएगा।

राज्य सरकार ने घटना की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं और मंदिर प्रबंधन से टेंट और दीवार की संरचनात्मक स्थिति की रिपोर्ट तलब की है। विपक्षी दलों ने हादसे को प्रशासनिक लापरवाही का नतीजा बताया है और जिम्मेदार अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

सिम्हाचलम मंदिर हादसे में दीवार गिरने से श्रद्धालुओं की मौत
हादसे के बाद घटना स्थल का निरीक्षण करते जिम्मेदार

यह भी पढें: सास दामाद की कथित लव स्टोरी में चौंकाने वाला नया मोड़

श्रद्धालुओं की सुरक्षा पर उठे सवाल
सिम्हाचलम मंदिर हादसा के बाद श्रद्धालुओं की सुरक्षा पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं। यहां हर साल हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं, खासकर धार्मिक पर्वों पर। ऐसे में यह सवाल उठता है कि क्या मंदिर प्रशासन और जिला प्रशासन ने इतने बड़े आयोजन के लिए पर्याप्त तैयारी की थी? न तो बारिश की पूर्व चेतावनी को गंभीरता से लिया गया, न ही टेंट और दीवारों की स्थिति की जांच की गई। स्थानीय लोगों का आरोप है कि मंदिर परिसर में कई पुरानी दीवारें वर्षों से क्षतिग्रस्त स्थिति में हैं, लेकिन उनकी मरम्मत को नजरअंदाज किया गया।

सिम्हाचलम मंदिर हादसा : सबक और ज़िम्मेदारियां
सिम्हाचलम मंदिर हादसा एक बार फिर दर्शाता है कि धार्मिक आयोजनों में सुरक्षा को लेकर अत्यधिक सतर्कता जरूरी है। श्रद्धालुओं की जान की कीमत किसी भी आयोजन से अधिक है। सिम्हाचलम मंदिर हादसे ने न सिर्फ प्रशासन की लापरवाही को उजागर किया, बल्कि यह भी बताया कि हमें आपदा से निपटने के तौर-तरीकों में सुधार की सख्त ज़रूरत है।

सिम्हाचलम मंदिर हादसा वाला प्रमुख मंदिर
सिम्हाचलम मंदिर हादसा वाला प्रमुख मंदिर

यह भी पढें: DM Gonda द्वारा की गई निर्णायक कार्रवाई, दिए ये निर्देश

हमारे वाट्सऐप चैनल को फालो करें : https://whatsapp.com/channel/0029Va6DQ9f9WtC8VXkoHh3h

आवश्यकता है संवाद सूत्रों की www.hindustandailynews.com को गोंडा के सभी न्याय पंचायतों, विकास खण्डों व समाचार की दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थानों पर ऐसे युवा व उत्साही संवाद सूत्रों की आवश्यकता है, जो स्मार्ट फोन इस्तेमाल करते हैं। सामाजिक रूप से जागरूक हों। अपने आसपास घटित होने वाली घटनाओं से भिज्ञ रहते हों। मोबाइल पर बोलकर अथवा लिखकर हिंदी टाइपिंग कर लेते हों तथा वीडियो बना लेते हों। इसके साथ ही प्रदेश के सभी 18 मण्डल और जनपद मुख्यालयों पर भी हमें संवाददाता की आवश्यकता है। इच्छुक युवक युवतियां अपना बायोडाटा निम्न पते पर भेजें : hindustandailynews1@gmail.com जानकी शरण द्विवेदी प्रधान सम्पादक मोबाइल – 9452137310

कलमकारों से: पोर्टल पर प्रकाशन के इच्छुक कविता, कहानियां, महिला जगत, युवा कोना, सम सामयिक विषयों, राजनीति, धर्म-कर्म, साहित्य एवं संस्कृति, मनोरंजन, स्वास्थ्य, विज्ञान एवं तकनीक इत्यादि विषयों पर लेखन करने वाले महानुभाव अपनी मौलिक रचनाएं एक पासपोर्ट आकार के छाया चित्र के साथ मंगल फाण्ट में टाइप करके हमें प्रकाशनार्थ प्रेषित कर सकते हैं। हम उन्हें स्थान देने का पूरा प्रयास करेंगे : जानकी शरण द्विवेदी, प्रधान संपादक मोबाइल- 9452137310 E-Mail : hindustandailynews1@gmail.com

RELATED ARTICLES

Most Popular