रामसेतु के दिव्य दर्शन से धन्य हुए पीएम मोदी
पीएम ने रामसेतु के साथ ही किए रामलला के सूर्य तिलक के भी दर्शन
श्रीलंका यात्रा के बाद स्वदेश लौटते समय दिया मोदी ने पर रामसेतु भावुक संदेश
नेशनल डेस्क
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रीलंका से स्वदेश लौटते समय आसमान से रामसेतु के दिव्य दर्शन किए। उनकी श्रीलंका यात्रा केवल कूटनीतिक दृष्टि से ही नहीं, आध्यात्मिक रूप से भी अत्यंत भावपूर्ण और ऐतिहासिक बन गई। रामनवमी के पावन अवसर पर भारत लौटते समय उन्होंने इस दुर्लभ और भावुक क्षण को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर साझा करते हुए कहा कि यह दृश्य उनके लिए एक ईश्वरीय संयोग जैसा था, जब उन्होंने एक साथ रामसेतु और अयोध्या में रामलला के सूर्य तिलक के दर्शन किए।
‘रामसेतु के दर्शन से भावुक हूं’-पीएम मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल पर रामसेतु के विहंगम दृश्य का एक वीडियो साझा करते हुए लिखा, ‘आज रामनवमी के पावन अवसर पर श्रीलंका से वापस आते समय आकाश से रामसेतु के दिव्य दर्शन हुए। ईश्वरीय संयोग से मैं जिस समय रामसेतु के दर्शन कर रहा था, उसी समय मुझे अयोध्या में रामलला के सूर्य तिलक के दर्शन का भी सौभाग्य मिला। मेरी प्रार्थना है कि हम सभी पर प्रभु श्रीराम की कृपा बनी रहे।’ इस वीडियो को लाखों लोगों ने देखा और सराहा, जिससे यह स्पष्ट है कि प्रधानमंत्री का भावनात्मक जुड़ाव रामायणकालीन स्थलों से गहरा है।

यह भी पढें: भाजपा की जीवन यात्रा : नहीं भूला मुखर्जी का सपना
अत्यंत सार्थक’ यात्रा पूरी कर लौटे मोदी
प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा भारत-श्रीलंका संबंधों को एक नई दिशा देने वाली मानी जा रही है। राष्ट्रपति अनुरा कुमार दिसानायके के साथ उनकी व्यापक वार्ता में रक्षा, ऊर्जा, डिजिटल कनेक्टिविटी और सांस्कृतिक आदान-प्रदान जैसे विषयों पर गंभीरता से चर्चा हुई। इस दौरान दोनों देशों के बीच कई अहम समझौतों पर हस्ताक्षर हुए। पीएम मोदी ने कोलंबो और अनुराधापुरा में जनसभाओं के माध्यम से भारतीय समुदाय और श्रीलंकाई नागरिकों के साथ संपर्क भी बढ़ाया। उन्होंने यात्रा के बाद पोस्ट करते हुए कहा, ‘चाहे वह कोलंबो हो या अनुराधापुरा, इस यात्रा ने हमारे देशों के बीच गहरे सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और सभ्यतागत संबंधों की पुष्टि की है।’
35 साल पुरानी कड़वी यादें हुईं पीछे
इस यात्रा के सबसे अहम पहलुओं में से एक था भारत-श्रीलंका रक्षा सहयोग को संस्थागत रूप देना, जिससे भविष्य में सैन्य अभ्यास, प्रशिक्षण और संयुक्त निगरानी को लेकर द्विपक्षीय समन्वय बढ़ेगा। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बताया कि यह सारगर्भित और निर्णायक यात्रा रही, जिसने दोनों देशों के रिश्तों को मजबूती दी। 1987-90 के बीच की भारतीय शांति सेना की श्रीलंका से वापसी के बाद से जो असहजता बनी हुई थी, वह अब धीरे-धीरे समाप्त होती दिख रही है।
यह भी पढें: अधूरे रिश्ते की प्रेम कहानी का दुखद अंत

पीएम मोदी ने किया ‘पंबन ब्रिज’ का उद्घाटन
रामसेतु का दर्शन करते हुए तमिलनाडु पहुंचने पर पीएम मोदी ने भारत के पहले ‘वर्टिकल सी-लिफ्ट रेल पुल’ ‘पंबन ब्रिज’ का उद्घाटन भी किया, जो रामेश्वरम को मुख्यभूमि से जोड़ता है। इस पुल से जुड़ी विशेषताएं इसे तकनीकी दृष्टि से अद्वितीय बनाती हैं। लगभग 2.08 किलोमीटर लंबा यह पुल 550 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बना है। इसमें 99 स्पैन और 72.5 मीटर लंबा वर्टिकल लिफ्ट स्पैन है जिसे 17 मीटर तक उठाया जा सकता है। स्टेनलेस स्टील और ‘पॉलीसिलोक्सेन’ पेंट के उपयोग से यह कठोर समुद्री वातावरण में भी टिकाऊ बना रहेगा। इसका निर्माण भविष्य की रेल आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए दोहरी पटरियों के साथ किया गया है।

चेन्नई तक सीधी सेवा की शुरुआत
उद्घाटन के अवसर पर प्रधानमंत्री ने रामेश्वरम-तांबरम (चेन्नई) ट्रेन सेवा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। साथ ही एक तटरक्षक पोत को भी उद्घाटन रूप में रवाना किया गया, जो पुल के नीचे से गुजरा। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव, तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि, वित्त मंत्री थंगम थेनारासु, भाजपा नेता एल. मुरुगन, के. अन्नामलाई, एच. राजा, वनथी श्रीनिवासन और अन्य प्रमुख लोग उपस्थित रहे। इस पूरी यात्रा ने एक बात साफ कर दी है कि भारत न केवल अपने आर्थिक और रक्षा हितों को लेकर सजग है, बल्कि आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत को भी सहेजना चाहता है। पीएम मोदी ने रामसेतु के दर्शन से लेकर अनुराधापुरा के ऐतिहासिक स्थलों तक, हर पड़ाव पर भारतीयता के भाव को जगाया।

पोर्टल की सभी खबरों को पढ़ने के लिए हमारे वाट्सऐप चैनल को फालो करें : https://whatsapp.com/channel/0029Va6DQ9f9WtC8VXkoHh3h अथवा यहां क्लिक करें : www.hindustandailynews.com
यह भी पढें: तीसरी शादी के लिए उठाया खौफनाक कदम
कलमकारों से: तेजी से उभरते न्यूज पोर्टल www.hindustandailynews.com पर प्रकाशन के इच्छुक कविता, कहानियां, महिला जगत, युवा कोना, सम सामयिक विषयों, राजनीति, धर्म-कर्म, साहित्य एवं संस्कृति, मनोरंजन, स्वास्थ्य, विज्ञान एवं तकनीक इत्यादि विषयों पर लेखन करने वाले महानुभाव अपनी मौलिक रचनाएं एक पासपोर्ट आकार के छाया चित्र के साथ मंगल फाण्ट में टाइप करके हमें प्रकाशनार्थ प्रेषित कर सकते हैं। हम उन्हें स्थान देने का पूरा प्रयास करेंगे : जानकी शरण द्विवेदी (प्रधान संपादक) मोबाइल- 9452137310 E-Mail : hindustandailynews1@gmail.com