शिलांग पहुंच गई सोनम, अन्य आरोपियों के साथ आज होगी अदालत में पेशी
Raja Raghuvanshi मर्डर केस : सोनम के प्रेमी राज कुशवाह का गृह जनपद है गाजीपुर
नेशनल डेस्क
नई दिल्ली। इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी Raja Raghuvanshi की नृशंस हत्या के मामले में पुलिस ने नया मोड़ उजागर किया है। हत्या की मुख्य आरोपी सोनम को लेकर पुलिस शिलॉन्ग पहुंच गई है, जबकि उसके चार साथी अब तक वहां नहीं पहुंचे थे। सभी को बुधवार सुबह कोर्ट में पेश किया जाएगा। शिलॉन्ग पुलिस इन सभी से रिमांड पर पूछताछ करेगी। मामले की गंभीरता को देखते हुए शिलॉन्ग के सदर थाने में सीआरपीएफ की तैनाती की गई है और किसी को भीतर जाने की अनुमति नहीं है।
सोनम को कोर्ट ने तीन दिन की ट्रांजिट रिमांड पर मेघालय पुलिस को सौंपा है, जबकि उसके चार सहयोगियों को सात दिन की रिमांड मिली है। इस दौरान पुलिस इन सभी आरोपियों को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की रणनीति पर काम कर रही है। Raja Raghuvanshi की हत्या में सोनम की भूमिका बेहद संदिग्ध मानी जा रही है।
विशेष बात यह है कि यूपी के गाजीपुर जिले में जहां सोनम ने सरेंडर किया था, वह उसके प्रेमी राज कुशवाह का गृह जनपद है। इससे इस बात की संभावना बढ़ जाती है कि सोनम गाजीपुर में ही कहीं छिपी रही होगी और हत्यारोपियों के गिरफ्त में आते ही उसने भी आत्मसमर्पण कर दिया।
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मंगलवार को गिरफ्तार चारों आरोपियों राज कुशवाह, आकाश राजपूत, विशाल चौहान और आनंद कुर्मी ने पूछताछ में स्वीकार किया कि सोनम मौके पर मौजूद थी और उसने पति को मरते हुए देखा। इससे पहले विशाल ने पीछे से Raja Raghuvanshi के सिर पर पहला वार किया था। जब वह अचेत हो गया, तो सभी ने मिलकर उसे गहरी खाई में फेंक दिया।
विशाल ने बताया कि वह पहले ही एक छोटी कुल्हाड़ी (दाव) खरीदकर लाया था, जिसे उसने सुनसान जगह मिलने पर सोनम के इशारे पर इस्तेमाल किया। इस वारदात में Raja Raghuvanshi के सिर से बहते खून से आकाश का जैकेट खून से भर गया। बाद में आकाश ने उस जैकेट को फेंक दिया।
हत्या के बाद सोनम ने खुद अपनी जैकेट आकाश को पहना दी थी। इसी खून से सनी जैकेट के कारण पहले ये संदेह हुआ था कि शायद सोनम के साथ भी कुछ अनहोनी हुई हो। लेकिन जांच में पता चला कि जैकेट सोनम की नहीं, बल्कि आकाश की थी।
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पुलिस के अनुसार, शव को गहरी खाई में फेंकने का विचार भी सोनम का ही था। यहां तक की जिस स्थान पर शव फेंका गया, वहां तक पहुंचना NDRF और SDRF की टीमों के लिए भी चुनौतीपूर्ण था। यह इलाका इतना सुनसान है कि स्थानीय लोग भी वहां नहीं जाते। आशंका जताई जा रही है कि सोनम पहले भी शिलॉन्ग आ चुकी थी और उसने इस स्थान को पहले ही चुन रखा था।
पूरे षड्यंत्र में सोनम की सक्रिय भूमिका की पुष्टि पुलिस अधिकारियों ने की है। उन्होंने बताया कि आनंद दूसरी बाइक से निगरानी कर रहा था कि कहीं कोई गवाह न हो। Raja Raghuvanshi की हत्या की योजना सुनियोजित थी और इसके पीछे भावनात्मक नहीं, पूरी तरह से आपराधिक मंशा प्रतीत होती है।
Raja Raghuvanshi हत्याकांड के बाद इंदौर पुलिस की टीमें पहले गुवाहाटी पहुंचीं, फिर वहां से सड़क मार्ग से शिलॉन्ग रवाना हुईं। अब सोनम और अन्य आरोपियों को एक साथ कोर्ट में पेश करने के बाद गहन पूछताछ होगी।
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यह मामला अब सिर्फ घरेलू विवाद या व्यक्तिगत रंजिश तक सीमित नहीं रह गया है, बल्कि इसमें साजिश, क्रूरता और पूर्व नियोजित हत्या जैसे गंभीर आयाम जुड़े हुए हैं। Raja Raghuvanshi के परिवार को अब सिर्फ न्याय की प्रतीक्षा है। पुलिस का कहना है कि सोनम ने खुद को पहले पीड़िता दिखाने की कोशिश की थी, लेकिन अब मिले सबूतों और बयानों से उसकी संलिप्तता पर संदेह नहीं रह गया है।
शिलॉन्ग पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या सोनम का वहां कोई स्थायी संपर्क था और क्या यह इलाका उसने पूर्व योजना के तहत ही चुना था। Raja Raghuvanshi की हत्या में अब तक जितने तथ्य सामने आए हैं, वे यह स्पष्ट करते हैं कि सोनम की भूमिका सिर्फ एक दर्शक की नहीं, बल्कि एक साजिशकर्ता की भी थी।

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