Gonda News : एक बार फिर घाघरा ने पार किया लाल निशान

संवाददाता

गोण्डा। पहाड़ों पर हुई बरसात के कारण घाघरा नदी एक बार फिर बढ़ने लगी है। सोमवार को दोपहर में यह एल्गिन ब्रिज पर खतरे के निशान से 39 सेमी ऊपर बह रही थी। इस बीच प्रशासन ने एल्गिन-चरसडी तटबंध सहित भिखारीपुर-सकरौर रिंग बांध पर निगरानी बढ़ा दी है। सूत्रों के अनुसार, एल्गिन ब्रिज घाघरा घाट स्थित केंद्रीय जल आयोग संस्थान से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार घाघरा के जलस्तर में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। सोमवार दोपहर 12ः00 बजे मिले आंकड़ों के अनुसार घाघरा का जलस्तर 106.46 दर्ज किया गया, जो खतरे के निशान से करीब 39 सेंटीमीटर ऊपर था। पहाड़ों सहित नदी के कैचमेंट वाले एरिया में हो रही लगातार बरसात से घाघरा उफान पर आ गई है। शारदा, गिरिजा सहित सरयू बैराज का डिस्चार्ज अचानक बढ़ जाने से आने वाले दिनों में घाघरा के जलस्तर में और बढ़ोतरी की उम्मीद जताई जा रही है। शारदा, गिरजा व सरजू बैराजों का कुल डिस्चार्ज दो लाख 71 हजार 253 क्यूसेक दर्ज किया गया। जिसमें गिरजा बैराज का डिस्चार्ज 1 लाख 25 हजार 721 क्यूसेक शारदा बैराज 1 लाख 31 हजार 337 क्यूसेक व सरयू बैराज 14195 क्यूसेक पर रहा। बांध पर तैनात अधिशासी अभियंता एमके सिंह के अनुसार बांध पर सभी प्रभावी इंतजाम किए जा रहे हैं। घाघरा नदी बांसगांव के पास किलोमीटर 27 से 29 के बीच अपना दबाव बनाए हुए हैं। तो वही सकरौर भिखारीपुर रिंग बांध पर भी नदी का दबाव है। दोनों स्थानों पर सिंचाई विभाग द्वारा कैंप बनाकर निगरानी कराई जा रही है। इधर बांध की जद में आने वाले बेहटा, परसावल, नेपुरा, मांझा रायपुर सहित नकहारा गांव के करीब 9 मजरों में घाघरा के पानी का फिर से आना शुरू हो गया है। ऊपर से लगातार हो रही बारिश आग में घी का काम कर रही है। जिससे बाढ़ पीड़ितों की मुश्किलें कम होने के बजाय बढ़ती ही जा रही हैं। करनैलगंज के नकहारा गांव के बाढ़ पीड़ितों का आरोप है यहां प्रशासनिक मदद न के बराबर है। जिससे बाढ़ पीड़ित मुश्किल में है। इधर तहसील के लेखपाल को कोरोना संक्रमित हो जाने के चलते पूरी तहसील को सील कर दिया गया है। जिससे बाढ़ पीड़ितों के लिए बनाया गया कंट्रोल रूम भी उसी दायरे में आ चुका है।

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