Gonda News:कटे-फटे होंठ और तालू के निःशुल्क इलाज के लिए तत्काल कराएं पंजीकरण

सीएमओ कार्यालय परिसर में 06 दिसंबर तक प्रतिदिन 10 से पांच बजे के बीच करा सकते हैं पंजीकरण

अब तक गोण्डा जिले के कटे-फटे होंठ एवं तालू वाले 364 बच्चों का किया जा चुका है निःशुल्क एवं सफल ऑपेरशन

जानकी शरण द्विवेदी

गोण्डा। बच्चों में जन्मजात कटे-फटे होंठ एवं तालू का निःशुल्क जाँच एवं उपचार किये जाने हेतु मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय परिसर में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत स्माइल ट्रेन संस्था द्वारा हेल्थसिटी ट्रामा सेन्टर एवं सुपर स्पेशिलिटी हॉस्पिटल, लखनऊ की ओर से पंजीकरण शिविर आयोजित किया जा रहा है। इसमें 23 नवम्बर से आगामी 06 दिसंबर तक प्रातः 10 बजे से शाम पांच बजे के बीच ऐसे बच्चों का पंजीकरण किया जायेगा तथा हेल्थ सिटी ट्रामा सेन्टर एवं सुपर स्पेशिलिटी हॉस्पिटल लखनऊ में बिल्कुल निःशुल्क इलाज किया जायेगा। वहां बच्चों के साथ-साथ उनके तीमारदार के भी रहने-खाने की व्यवस्था निःशुल्क की जायेगी तथा उन्हें आने-जाने का किराया भी दिया जायेगा।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ मधु गैरोला ने राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम से सम्बद्ध स्माइल ट्रेन प्रोजेक्ट के बारे में बताते हुये कहा कि कई बच्चों के होठ व तालू जन्मजात कटे होते हैं। इसके लिए अमेरिका की स्माइल ट्रेन प्रोजेक्ट के निदेशक डॉ वैभव खन्ना और प्रदेश का प्रख्यात अस्पताल हेल्थसिटी ट्रामा सेन्टर एवं सुपर स्पेशिलिटी हॉस्पिटल सार्थक भूमिका निभा रहे हैं। जन्मजात कटे-फटे होंठ व तालू की समस्या लगभग 3000 से 5000 जीवित शिशुओं में से एक को हो सकती है। यह होंठ के दोनो तरफ अथवा एक ही तरफ सम्भव है। सामान्यतः तालू के साथ होंठ भी कटा होता है परन्तु कभी-कभी अकेले तालू के कटे होने की सम्भावना भी रहती है। इसके कारणों में किसी भी चीज की स्पष्ट भूमिका अभी तक नहीं प्रमाणित है। नोडल अधिकारी, आरबीएसके डॉ मलिक आलमगीर ने कहा कि यह बीमारी बच्चों में जन्मजात होती है तथा प्लास्टिक सर्जरी द्वारा बच्चों के चेहरे पर मुस्कान वापस लाई जा सकती है। इस संस्था द्वारा इलाज पूर्णतया निःशुल्क किया जाता है। उन्होंने यह भी बताया कि अब तक इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत डॉ वैभव खन्ना के नेतृत्व में 10000 से अधिक मरीजों का निःशुल्क सफल ऑपेरशन किया जा चुका है।
डॉ वैभव खन्ना, एमएस, एमसीएच प्लास्टिक सर्जन/प्रोजेक्ट डायरेक्टर स्माइल ट्रेन का कहना है कि पैदायशी कटे होंठ वाले बच्चे का इलाज जन्म से 4 माह और कटे तालू वाले बच्चे का इलाज जन्म के 8 माह से 15 माह के दौरान किया जाय, तो बच्चे के चेहरे पर जीवन भर मुस्कान बनी रहती है। इसके बावजूद यदि आपके बच्चे की उम्र उसके आगे निकल गयी है, तो भी सर्जरी हो सकती है, पर सही समय पर सर्जरी कराने से नतीजा ज्यादा अच्छा होता है। यह सर्जरी किसी भी उम्र के रोगियों के लिये निःशुल्क उपलब्ध है। उमाशंकर वर्मा, डीईआईसी मैनेजर, आरबीएसके गोण्डा ने बताया कि जन्मजात कटे-फटे होंठ व तालू के सम्पूर्ण इलाज में क्रेनियोफेशियल व आर्थोग्नैतिक सर्जरी जैसी प्रक्रियाओं का इस्तेमाल होता है। उन्होंने बताया कि हेल्थसिटी ट्रामा सेन्टर एवं सुपर स्पेशिलिटी हॉस्पिटल द्वारा अब तक गोंडा जनपद के कटे-फटे होंठ एवं तालू वाले 364 बच्चों का निःशुल्क एवं सफल ऑपेरशन किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि अधिक जानकारी के लिए स्माइल ट्रेन संस्था के प्रतिनिधि नीरज कुमार शर्मा के मोबाइल नम्बर 9454159999, 9565437056 पर संपर्क किया जा सकता है!

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