हाथरस प्रकरण : दोनों परिवारों का पॉलीग्राफ और नॉरोटिक टेस्ट होना चाहिए- राजेश सिंह चौहान

अलीगढ़ (हि.स.)। हाथरस प्रकरण को लेकर सुरेंद्र नगर स्थित महाराणा प्रताप पार्क में सवर्ण समाज के लोगों के साथ अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा ने रविवार को एक बैठक का आयोजन किया। बैठक में बिटिया की आत्मा की शान्ति के लिए दो मिनट का मौन धारण कर प्रार्थना की गई। 
बैठक में अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. राजेश सिंह चौहान ने घटना पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने सीबीआई जांच की संस्तुति करके एक सराहनीय कदम उठाया है। इससे दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा और हमारी मांग भी है कि दोनों पीड़ित परिवार एवं आरोपित परिवार के लोगों को नॉरकोटिक टेस्ट के साथ-साथ पॉलीग्राफ टेस्ट भी कराया जाये। 

डॉ. शैलेन्द्र पाल सिंह ने कहा सांसद और विधायक किसी एक जाति के नहीं होते वे सर्व समाज के द्वारा चुने जाते हैं, लेकिन हाथरस के सांसद राजवीर दिलेर उनकी बेटी और कांग्रेस के नेता स्योराज जीवन ने इसे राजनैतिक दबाव द्वारा दुष्कर्म में तब्दील कराकर घटना की दिशा ही बदल दी है जो कि बहुत निंदनीय है। इसलिए इन नेताओं की भूमिका की जांच कराकर इनके खिलाफ कठोर कार्यवाही की जानी चाहिये। 

यशपाल सिंह ने कहा कि हाथरस कांड को टीवी मीडिया ने जिस तरह से दिखाया वह बहुत निंदनीय है क्योंकि राजस्थान, बलरामपुर, आजमगढ़ में हुई बलात्कार की घटनाओं को नहीं दिखाया जा रहा क्यों की उसमें एक विशेष धर्म के लोग आरोपित है। लेकिन हाथरस में क्षत्रिय समाज के लोगों को आरोपित बनाए जाने को तूल दिया जा रहा है ऐसे चैनलों का हमें बहिष्कार करना चाहिए।

दलवीर सिंह चौहान ने कहा कि सवर्ण समाज में अनेक सामाजिक संगठन है। हमे एक मंच पर आकर झूठे आरोपों का विरोध करना होगा। अन्यथा हम अपनी आने वाली पीढ़ी को जबाब भी नहीं दे पाएंगे।

संतोष सिंह ने कहा कि हम चाहे किसी भी राजनैतिक पार्टी से हो, लेकिन हमारी पहचान अपने समाज से है। हम सभी राजनेताओं को अपने समाज के निर्दोष बच्चों के खड़ा होना चाहिए। बैठक की अध्यक्षता ओम प्रकाश गुप्ता ने की। 

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