सर्पदंश से हुए घाव का प्लास्टिक सर्जरी से सफल इलाज

लखनऊ (हि.स.)। संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआईएमएस) में सर्पदंश से हुए घाव का प्लास्टिक सर्जरी से सफल इलाज किया जाता है। इसके लिए जरूरी है कि सांप कांटने के तुरंत बाद बिना देरी किये मरीज अस्पताल पहुंच जाए।

एसजीपीजीआईएमएस के प्लास्टिक सर्जरी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. राजीव अग्रवाल ने बताया कि विगत 05 अगस्त को 25 साल कि एक युवती को सांप ने डंस लिया था। वह ओपीडी में दिखाने आयी थी। बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के ग्राम मीनापुर की निवासी युवती ने बताया कि एक नाग इसके घर के बाहर जंगल में कई महीने से रहता था। वह घर के अंदर कई बार आ जाता था। 24 जुलाई को नाग ने रात को सोते समय उसको दायें हाथ पर डंस लिया। डंसने के तुरंत बाद हाथ में अत्यधिक दर्द, सूजन और जलन हो गयी। आसपास के त्वचा के रंग में भी बदलाव आ गया और बुखार, उल्टी, सिर दर्द एवं कंपकपी लगने लगी। उसके बाद उसके मुंह से झाग निकलने लगा और वो बेहोश हो गयी। घर पर उसका प्राथमिक इलाज जो भी उपलब्ध था, उसे किया गया। घर के लोगों ने हाथ के ऊपरी हिस्से पर कस के कपड़ा बांध दिया। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से उसे जिला अस्पताल रेफर किया गया, जहां पर संभवतः उसको एन्टीवेनम दिया गया। एन्टीवेनम देने के बाद मरीज को होश आ गया। इसके कुछ दिनों के बाद रोगी सर्पदंश से ठीक हो गयी, लेकिन उसके हाथ का घाव बढ़ता चला गया।

डॉ. अग्रवाल ने बताया कि रोगी के दायें हाथ पर घाव काफी गहरा था। घाव को ड्रेसिंग के द्वारा बेहतर किया गया और उसके बाद आधुनिक प्लास्टिक सर्जरी की गयी। अब यह रोगी पूर्णतः स्वस्थ है एवं स्वास्थ्य लाभ ले रही है। यह आपरेशन चार घंटे चला। आपरेशन टीम में प्रो. राजीव अग्रवाल, डॉ. संजय कुमार और डॉ. भूपेश शामिल थे।

बृजनन्दन

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