सर्किल रेट बढ़ाकर किसानों को छह गुना मुआवजा दे सरकार :अखिलेश

-कहा,भाजपा सरकार की नीति-रीति के खिलाफ जनाक्रोश चरम पर

लखनऊ। अयोध्या में श्रीराम एयरपोर्ट के लिए जमीनों के अधिग्रहण में कम मुआवजा मिलने को लेकर समाजवादी पार्टी ने सरकार पर निशाना साधा है। पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रविवार को कहा कि भाजपा सरकार की किसानों के प्रति निष्ठुरता का पता इसी से लगता है कि खुद रामनगरी अयोध्या में पुण्यकार्य के लिए किसानों की भूमि का अधिग्रहण तो कर लिया गया। लेकिन उन्हें उचित मुआवजा नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि इस अधिग्रहीत जमीन के लिए किसानों में आम सहमति बनाकर उन्हें सर्किल रेट बढ़ाकर छह गुना मुआवजा सरकार को देना चाहिए। 
सपा अध्यक्ष ने कहा कि आंदोलनरत किसानों का नेतृत्व पूर्व मंत्री एवं अयोध्या से विधायक रहे तेज नारायण पाण्डेय कर रहे हैं। शनिवार को गांव धर्मपुर शहादत के किसानों के साथ तेज नारायण पाण्डेय ने प्रदर्शन किया और राज्यपाल को सम्बोधित ज्ञापन प्रशासन को सौंपा गया। श्रीराम एयरपोर्ट में किए जा रहे भूमि अधिग्रहण के दौरान धर्मपुर शहादत गांव के किसान कम मुआवजा मिलने को लेकर विरोध कर रहे हैं और अपनी जमीनों का बैनामा नहीं कर रहे हैं। 
सपा अध्यक्ष ने कहा कि वास्तव में जनता में भाजपा सरकार की नीति-रीति के खिलाफ जनाक्रोश चरम पर है। वादा खिलाफी का दंश झेल रहे किसानों के लिए भाजपा का जंगलराज काल बन गया है। इसके साथ ही युवाओं ने भी युवा व छात्र विरोधी भाजपा सरकार के खिलाफ जगह-जगह संघर्ष छेड़ दिया है। 
उन्होंने कहा कि चाहे कोरोना काल हो या सामान्य भाजपा सरकार की खुशहाली विनाशक नीतियों के चलते श्रमिक, किसान लगातार अपनी जानें गंवा रहे हैं। नोएडा में अप्रैल से अगस्त तक पांच महीने में 145 आत्महत्याएं दर्ज हुईं हैं। 01 सितम्बर से अभी तक आर्थिक तंगी और बेकारी से परेशान 4 लोगों ने फांसी लगाकर जान दी है।
सीतापुर में महोली क्षेत्र के भूड़ाहूसा गांव निवासी किसान रामचन्द्र वर्मा की गला रेतकर हत्या कर दी गईं। अमेठी के गौरीगंज थानान्तर्गत उत्तरगांव के मजरे बस्तीदेई में किसान को जिंदा जला दिया गया। उसका अधजला शव बरामद हुआ। कानपुर देहात के खपरेमऊ गांव में किसान पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी गई। हत्या, लूट अपहरण और छेड़छाड़ की घटनाएं तो रोज की बात हो गई है। इन पर कोई लगाम नहीं लगी है।
अखिलेश ने कहा कि युवाओं में भाजपा सरकार के प्रति गुस्सा बढ़ता ही जा रहा है। भाजपा के लोग इस गुस्से के तूफान से बचने के लिए मुंह छुपाए बैठे हैं। तमाम विरोध के बावजूद कोरोना संकटकाल में परीक्षाएं आयोजित की जा रही हैं। रोजगार के नाम पर उनको भटकाया जा रहा है। ऑनलाइन पढ़ाई का मजाक बनाया जा रहा है। गरीब छात्रों के पास बस वही लैपटाप हैं जो समाजवादी सरकार ने बांटे थे। भाजपा ने भी लैपटाप देने का वादा किया था लेकिन वादा खिलाफी भाजपा का स्थायी चरित्र है। समाजवादी पार्टी की मांग है कि भाजपा सरकार युवाओं एवं छात्रों की समस्याओं के समयबद्ध समाधान के लिए ‘यूथचार्टर’ जारी करे।

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