संघ के बौद्धिक प्रमुख ने किया नैश पीठ का उदघाट्न

रिपोर्ट शुभम दीक्षित

पुस्तकालय भी किया गया स्थापित
हवन व भण्डारे में भी लोगों ने लिये भाग


गोंडा। बौद्धिक स्तर को बढ़ाना है तो आद्यात्मिक ज्ञान अति आवश्यक है। जिससे हमारा आज और आने वाला कल सवरेगा।

उक्त विचार शुक्रवार को आरएसएस के अखिल भारतीय बौद्धिक प्रमुख स्वांत रंजन ने नैश पीठ आध्यात्मिक ऊर्जा केंद्र का उदघाट्न समारोह में व्यक्त किये। कर्नलगंज चरसडी स्थित नरायनपुर जयसिंह में बौद्धिक प्रमुख ने पीठ के उदघाट्न के बाद हवन व भंडारे में भी भाग लिया। इस समारोह में साहित्यकार डॉ सूर्यपाल सिंह ने भी अपने विचार व्यक्त किये। इसके साथ ही रामरूप रेकी साधना मंडप व ज्ञानेंद्र बाबू पुस्तकालय का भी उदघाट्न किया गया। शिवकुमार रतन भंडारा जिसमें बेसहारो के लिये भोजन का प्रबंध किया जायेगा उसकी भी शुरूवात की गई। कार्यक्रम में कार्यकारी अध्यक्ष अखिल भारतीय साहित्य परिषद डॉ सुशील चन्द्र द्विवेदी ने भी अपने विचार रखें। दुखहरण धर्म मंडप का उदघाट्न उमेश मिश्र ने किया। दुर्गा मृत जल का उदघाट्न नीरजा त्रिपाठी ने,शिवासु विष्णु यज्ञ का महात्यागी विष्णुदास झरैला बाबा ने किया। बतातें चले इस नैश पीठ की स्थापना सेवानिवृत्त प्रवक्ता केएल इंटर कालेज के गणेश प्रसाद तिवारी ने की है। जिनकी दर्जनों साहित्य व ज्ञान से जुड़ी पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी है। इस कार्यक्रम में संघ से जुड़े तमाम पदाधिकारी व शिक्षक सहित क्षेत्र के प्रबुद्ध जन उपस्थित रहे।हरिशंकर मिश्र, पदमाकर मिश्र,अशोक पांडेय,शिवकुमार तिवारी, नीरज,अजय,आरडी कश्यप आदि लोग उपस्थित रहे।

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