रायबरेली : सफाई कर्मी की बेटी बनी एक दिन की जिलाधिकारी, फरियादियों की सुनी समस्यायें

रायबरेली (हि.स.)। सफ़ाई कर्मी की बेटी सोमवार को रायबरेली की जिलाधिकारी बनी। कक्षा 8 की छात्रा ने दो घंटे के कार्यकाल में फरियादियों की समस्यायें सुनीं वहीं अधीनस्थों को नसीहत भी दी। यह सब आज जिलाधिकारी कार्यालय में देखने को मिला जब आठवीं की मेधावी छात्रा और सफ़ाई कर्मी की बेटी को एक दिन के लिए जिलाधिकारी नामित किया गया। 

जगतपुर के पूरे हनुमान गढ़ मजरे टिकरिया निवासी व कम्पोजिट विद्यालय रोझेया में कक्षा में 8 की छात्रा मिताली विश्वकर्मा को शासन के आदेश पर सोमवार को 10 से 12 बजे तक के लिए जिलाधिकारी के रूप में नामित किया गया था। मिताली के पिता पंचायती राज विभाग में सफाई कर्मी के पद पर हैं। जिलालाधिकारी का चार्ज लेते ही छात्रा ने कड़े तेवर दिखाने शुरू किए उसकी सूझबूझ व काम करने के तरीके के सभी कायल दिखे। 
दरअसल मुख्यमंत्री के निर्देश पर मिशन शक्ति के तहत मेधावी छात्रा को एक दिन का जिलाअधिकारी बनाया गया। मिताली ने मिशन शक्ति के तहत एक चार्ट बनाया था। जिसमें वह जनपद प्रथम आई जिसके बाद जिलाधिकारी के पद पर एक दिन के लिए इसका चयन हुआ। 
जिलाधिकारी की कुर्सी पर बैठ कर मनोनीति डीएम मिताली ने जहां लोगो की समस्याएं सुनी और उनके निवारण के लिए संबंधित आलाधिकारियों को न सिर्फ मार्क किया बल्कि फोन पर अधिकारियों को फटकार भी लगाई। वहीं इस पूरे मामले में जब जिला अधिकारी वैभव श्रीवास्तव का कहना है कि शासन के आदेश पर मिताली को एक दिन का जिलाधिकारी मनोनीति किया गया है। शासन की मंशा से इन बालिकाओं के मनोबल बढ़ेगा। साथ ही काम करने के तरीके में भी बदलाव आएगा।

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