रायबरेली में ईंट भट्ठे में बंधक 50 मजदूरों को छुड़ाया गया, पुलिस कर रही है जांच

रायबरेली (हि.स.)। छत्तीसगढ़ के 50 से ज्यादा बंधक मजदूरों को पुलिस ने मंगलवार को एक ईंट भट्ठे से छुड़ाया है। इन सभी को महीनों से बंधक बनाकर रात-दिन काम लिया जाता था। बंधक महिला मजदूरों को आरोप है कि उनके साथ अश्लीलता भी की जाती थी। परेशान हाल मजदूरों ने बिलासपुर के श्रम आयुक्त के यहां शिकायत की। तब मामले की जानकारी स्थानीय अधिकारियों को हुई। इसके बाद डीएम के निर्देश पर मंगलवार को सभी बंधक परिवारों को मुक्त कराकर उनके घर भेज दिया गया है।

ऊंचाहार थाना क्षेत्र के गांव पूरे ननकू मजरे पट्टी रहस कैथवल में काम कर रहे छत्तीसगढ़ प्रांत के बिलासपुर जनपद के गांव बिटकुली थाना बिल्हा निवासी गंगाराम अनंत और गांव भटचौरा मजरे मस्तूरी निवासी मुकट ने बिलासपुर जनपद के सहायक श्रम आयुक्त के यहां प्रार्थना पत्र देकर आरोप लगाया कि भटचौरा गांव निवासी रघुवीर पटेल उनके कुनबे के कुल 27 परिवारों को अधिक मजदूरी का प्रलोभन देकर ऊंचाहार के इस ईंट भट्टे पर बंधक बनवा दिया गया है।भट्ठा मालिक द्वारा अपने रसूख की धमकी देकर परिवार की महिलाओं और पुरुषों से रात दिन काम लिया जाता है तथा उन्हें मजदूरी नहीं दी जा रही है। यही नहीं परिवारों की नौजवान औरतों के साथ अश्लीलता भी की जाती है। विरोध करने पर हत्या करने की धमकी दी जा रही है। शिकायत पर रायबरेली जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव ने संज्ञान लेते हुए अधिकारियों को निर्देश दिया जिसके बाद तहसीलदार अजय गुप्ता के नेतृत्व में एक टीम ने सभी बंधकों को छुड़ाया। उपजिलाधिकारी आशीष मिश्रा ने बताया कि मजदूरों को उनके घर भेज दिया गया है और जांच की जा रही है।

रजनीश/प्रभात

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