योगी सरकार पावन पथ परियोजना में 100 भव्य स्तंभों के निर्माण की तैयारी में

-मंदिरों के पहले भव्य प्रवेश द्वार बनेगा, स्तंभ की ऊंचाई करीब 12 से 15 फीट के बीच, दिसंबर 2023 तक मूर्त रूप देने का लक्ष्य तय

वाराणसी (हि.स.)। काशीपुराधिपति की नगरी में धार्मिक यात्राओं के विशेष महत्व को देखते हुए प्रदेश की योगी सरकार पावन पथ परियोजना पर लगभग 24.35 करोड़ रुपये खर्च करने की तैयारी में है। पावन पथ सर्किट में 100 भव्य स्तंभों का निर्माण के साथ मंदिरों के पहले भव्य प्रवेश द्वार बनाया जाएगा। इस खास धार्मिक योजना को दिसंबर 2023 तक मूर्त रूप देने का लक्ष्य तय किया गया है।

यूपी प्रोजेक्ट्स कारपोरेशन लिमिटेड, वाराणसी के परियोजना प्रबंधक विनय जैन के अनुसार पावन पथ पर यात्राओं में शामिल श्रद्धालुओं के सुविधा के लिए यह स्तंभ हर पावन पथ पर मंदिरों की पहचान के रूप में स्थापित होंगे। इसे देखते ही श्रद्धालु मंदिरों की पहचान आसानी से कर सकेंगे। रेड एंड व्हाइट स्टोन से निर्मित स्तंभ की ऊंचाई करीब 12 से 15 फीट के बीच होगी। सभी स्तंभों की स्थापत्य कला वाराणसी के ही मंदिरों से मिलती जुलती है। काशी की द्वादश ज्योतिर्लिंग यात्रा में स्तंभ पर नंदी और शिवलिंग, नवदुर्गा यात्रा में दुर्गा, द्वादश आदित्य ज्योतिर्लिंग में स्तंभों पर सूर्य, विनायक की अलग-अलग यात्रा में स्तंभों पर भगवान गणेश की मूर्ति मिलेगी। यात्रा पथ में लाइट, कूड़ेदान, बैठने के लिए बेंच, पीने का साफ पानी, फ्लोरिंग आदि का काम हो रहा है।

परियोजना प्रबंधक विनय जैन ने बताया कि 10 पावन यात्रा परिपथों के बीच पौराणिक महत्व के 120 मंदिर स्थित हैं। बताते चलें कि काशी में अष्ट भैरव यात्रा, नौ गौरी यात्रा, नौ दुर्गा यात्रा, अष्टविनायक यात्रा, अष्ट प्रधान विनायक यात्रा, एकादश विनायक यात्रा, द्वादश ज्योतिर्लिंग यात्रा, काशी विष्णु यात्रा, द्वादश आदित्य यात्रा और काशी चार धाम यात्रा होती है।

श्रीधर

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