योगी सरकार ने साल 2020 में माफियाराज पर लगाई नकेल, रसूखदार भी गए जेल.

– महिला सुरक्षा के लिए सरकार ने उठाए प्रभावी कदम, छेड़छाड़ करने से लेकर लूटपाट की अपराधों में आई कमी

– माफिया और उनके करीबी भी नहीं बख्शे, अपराध से अर्जित की गई अवैध सम्पत्ति की गई जब्त  
 दीपक वरुण

लखनऊ (हि.स.)। प्रदेश में हाल की कुछ आपराधिक घटनाओं को लेकर विपक्ष भले ही कानून व्यवस्था पर सवाल उठा रहा हो लेकिन इस साल 2020 के आंकड़ों के मुताबिक योगी सरकार की अपराध और भ्रष्टाचार के विरुद्ध जीरो टॉलरेंस नीति की बदौलत प्रदेश में अपराध न्यूनतम स्तर पर रहा है। 

वर्ष 2020 में कोरोना संक्रमण पुलिस बल के लिए एक चुनौती के रुप में सामने आया। बावजूद पुलिस बल ने इस चुनौती को स्वीकार कर जन सेवा भाव से कार्य करते हुए अपना अहम योगदान दिया है। साथ ही अपराधियों, गुंडो, माफियाओं पर नकेल कसी है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण अपराध जगत से कमाई गई 700 सौ करोड़ की सम्पत्तियों को जब्तीकरण व ध्वस्तीकरण कर माफिया मुख्तार अंसारी, गैंगस्टर अतीक अहमद बच्चा पासी, राजेश यादव, विजय मिश्रा, बदन सिंह तार बाबू खान मुबारक नजीर भर है। नकेल कसने में ऐसे आधा सैकड़ा से अधिक माफियाओं और उनके गुर्गां पर योगी सरकार ने प्रभावी कार्रवाई की है।   

अपराधों में आई कमी, हुई कार्रवाई 
पुलिस की गश्ती और प्रभावी कार्यशैली को देखते हुए इस वर्ष अपराध में काफी गिरावट देखने को मिली है। डकैती के अपराधो में 20 प्रतिशत से अधिक, लूट में 37 प्रतिशत से अधिक, हत्या में 5 प्रतिशत से अधिक, फिरौती के लिए अपहरण में 15 प्रतिशत से अधिक, गृहभेदन में 26 प्रतिशत से अधिक,  बलात्कार के अपराधों में 19 प्रतिशत से अधिक की कमी आयी है। इसके अलावा डकैती के प्रकरणो में माल की बरामदगी 72 प्रतिशत से अधिक, लूट के अपराधो में लूट के माल की बरामदगी 64 प्रतिशत से अधिक रही है,जो कि विगत की तुलना काफी उत्साहबर्धक उपलब्धि है। साथ ही साथ विवेचनाओ के गुणात्मक निस्तारण के क्रम में डकैती में 81 प्रतिशत से अधिक, लूट में 91 प्रतिशत से अधिक, हत्या एवं फिरौती हेतु अपहरण में 85 प्रतिशत से अधिक तथा बलात्कार में 73 प्रतिशत से अधिक अपराधियों के विरूद्ध प्रभावी वैधानिक कार्यवाही सुनिश्चित की गयी है।

मुठभेड़ में मारे गए 15 अपराधी, हुए गिरफ्तार 
वर्ष 2020 में शासन की अपराध एवं अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेन्स की नीति के अनुरूप विभिन्न कार्य योजनायें बनाकर अपराधियों के विरूद्ध कठोर कार्रवाई की गयी है। एक जनवरी से 30 नवम्बर 2020 तक विभिन्न जनपदों में दुर्दांत अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करते हुए मुठभेड़ में 50 हजार एवं उसके ऊपर के 15  अपराधी पुलिस मुठभेड़ के दौरान मारे गये, जिसमें पांच लाख रूपये का पुरस्कार घोषित, एक, एक लाख रूपये पुरस्कार घोषित छह, पचास हजार रुपये के पुरस्कार घोषित अपराधी, आठ है। इस अवधि में 50 हजार एवं उससे ऊपर के पुरस्कार घोषित अपराधियो में ढाई लाख रुपये  का एक  पुरस्कार घोषित अपराधी, एक लाख रुपये के आठ पुरस्कार घोषित अपराधी एवं पचास हजार रूपये 65 पुरस्कार घोषित अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। 

गैंगस्टर के तहत 668 करोड़ 05 लाख 63 हजार सम्पत्ति जब्त
माफियों पर नकेल कसने के लिए प्रदेश की योगी सरकार ने इस साल गैंगस्टर की धारा 14 का पूरा इस्तेमाल किया है। पुलिस ने इस दौरान 668 करोड़ 05 लाख 63 हजार रुपये की अवैध सम्पत्तियों के जब्तीकरण की कार्यवाही की गयी। इस अवधि में कुल 1772 नए गैंग रजिस्टर्ड किए गए हैं। एनएसए के अन्तर्गत 199 अभियुक्तों को निरूद्ध किया गया।

मिशन शक्ति के तहत पुलिस ने की कार्रवाई 
महिलाओं व बालिकाओं में सुरक्षा को लेकर मिशन शक्ति के तहत अभियान चलाया गया है। एक नवम्बर से 19 नवम्बर तक 1,621 एन्टी रोमियो की टीम ने 3,36,912 स्थानों पर भ्रमण किया और 15,29,177 व्यक्तियों को चेक किया है। धारा 107/116 के तहत 44,716,  धारा 151 द0प्र0सं0 के तहत 23,394, धारा 294 भादवि के तहत 1,213 व गुण्डा एक्ट के अन्तर्गत 1,831 एवं धारा 110 जी के तहत 6,221 व्यक्तियों के विरूद्व वैधानिक कार्यवाही की गयी है। 

एंटी रोमियों की कार्रवाई 3,488 मुकदमा दर्ज, 
एन्टी रोमियो स्क्वायड द्वारा प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा एवं उनके सशक्तीकरण के लिए अनवरत अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के तहत इस वर्ष एक जनवरी से 30 नवम्बर तक 07 लाख 07 हजार 950 स्थानो पर 19 लाख 76 हजार 569 व्यक्तियों को चेक किया है।  चेकिंग के दौरान 3,488 अभियोग पंजीकृत कर 4,720 व्यक्तियों के विरूद्ध विधिक कार्यवाही की गयी। 8,12,993 व्यक्तियों को चेतावनी प्रदान की गयी। सभी जनपदो के समस्त 1535 थानो पर महिला हेल्प डेस्क की स्थापना की गयी है, जिस पर ससम्मान उनकी शिकायतो का निस्तारण कराया जा रहा है। महिलाओ की सुरक्षा के दृष्टिगत जनपद लखनऊ में 100 संवेदनशील स्थानों पर 100 पिंक बूथ की स्थापना की गयी है। अपहृतो की बरामदगी-उक्त  अवधि में 111 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 27 अपहृतो को सकुशल मुक्त कराने में सफलता प्राप्त की  है। 

पाक्सो एक्ट के तहत चार को उम्र कैद की सजा 
पाक्सो एक्ट के मामले में प्रभावी कार्रवाई करते हुए इस साल अभियोजन के फलस्वरूप चार लोगों मृत्यु दण्ड की सजा, 78 लोगों को आजीवन कारावास और अन्य दण्ड के 255 वादां में माननीय न्यायालयों द्वारा सजा सुनाई गयी है।

अपराध एवं अपराधियों पर अंकुश लगाने के लिए इस साल एसटीएफ ने कठोर कार्रवाई की। एसटीएफ ने इस अवधि में मुठभेड़ में 10 दुर्दान्त पुरस्कार घोषित अपराधियों को मारा गिराया गया। संगठित अपराध सम्बन्धित कुल 648 अपराधियों को गिरफ्तार किया। 11 अपराधियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 158 अवैध शस्त्र 373 कारतूस बरामद किया। मादक पदार्थो की तस्करी करने वाले 115 अपराधियो को गिरफ्तार कर 20,684 किलोग्राम से अधिक विभिन्न प्रकार के अवैध मादक पदार्थो की बरामदगी की गयी। 

दस करोड़ की शराब बरामद 
पुलिस ने शराब के अवैध कारोबार करते हुए इस तस्करी में लिप्त 65 अपराधियों को गिरफ्तार कर 10 करोड़ रूपये से अधिक कीमत की अवैध शराब बरामद की है। 11 वन्य जीव अपराधियों को गिरफ्तार करके उनके कब्जे से बड़ी संख्या में     प्रतिबन्धित जीव जन्तुओं को बचाया गया तथा बरामदगी की गयी। साइबर क्राइम  के 41 अपराधियां को गिरफ्तार किया गया। विभिन्न परीक्षाओं में फर्जी शिक्षक, भर्ती परीक्षा नकल कराने वाले साल्वर गैंग के सदस्यों को भी गिरफ्तार किया गया। इस अवधि में निरोधात्मक कार्यवाही के अन्तर्गत शस्त्र अधिनियम में 33,051, जुआ अधिनियम में-13,659, एनडीपीएस अधिनियम में 10,201,  आबकारी एक्ट में 77,357, गुण्डा एक्ट में 30,972, गैंगेस्टर एक्ट 4,142, एनएसए में 199, गोबध अधिनियम में 2360 एवं अन्य अधिनियम के अन्तर्गत 72,44,560 की कार्यवाही की गयी।

एटीएस ने की कार्रवाई 
यूपी एटीएस ने इस साल अपराधियों के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही की है। इसमें मुख्यतः जासूसो के विरूद्ध कार्यवाही करते हुए एक अभियुक्त, एक्यूआईएस संगठन की विचारधारा से प्रभावित आतंकवादियों के विरूद्ध कार्यवाही करते हुये तीन अभियुक्तों को, एफआईसीएन से सम्बन्धित चार अभियुक्तों को, पीएफआई के विरूद्ध जनपदीय पुलिस के सहयोग से कार्यवाही करते हुए 91 अभियुक्तों को, अवैध टेलीफोन एक्सचेन्ज संचालित कर सरकार को करोड़ों रुपये की क्षति पहुंचाने के सम्बन्ध में एक अभियुक्त, खालिस्तानी आतकंवादियों को अवैध शस्त्र सप्लाई करने के सम्बन्ध में तीन अभियुक्तों को, फर्जी आईडी एवं दस्तावेजां के आधार पर अवैध रूप से रह रहे बंगलादेशी गिरोह के दो अभियुक्तों एवं अन्य 07 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है।

अवैध शराब के कारोबार में 82,532 अभियुक्त गिरफ्तार 
पुलिस ने शराब के अवैध कारोबार व मादक पदार्थां के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 82,532 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से 15 लाख 06 हजार 945 लीटर अवैध अंग्रेजी शराब, 19 लाख 12 हजार 431 लीटर अवैध देशी शराब, 36 लाख 42 हजार 381 किलोग्राम लहन की बरामद करते हुए  6,918 अवैध भट्ठियों को नष्ट करने की कार्यवाही की गयी है। मादक पदार्थो के विरूद्ध की गयी कार्यवाही के फलस्वरूप 10,514 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 17.1 किलोग्राम हेरोइन, 36 किलोग्राम मारफीन, 711.1 किलोग्राम चरस, 243.1 किलोग्राम अफीम, 33,012.4 किलोग्राम अवैध गांजा, 67.7 अवैध स्मैक, 8706.8 किलोग्राम डोडा पोस्ता, 15.14 किलोग्राम नशीला पाउडर एवं 1,35,977 नशीली गोलिया बरामद की गयी।

245 अवैध शस्त्र फैक्टरी में छापा 
अवैध शस्त्रों के खिलाफ चलाये गए अभियान में पुलिस ने 245 फैक्टरी में छापा मारा है। इस अवधि में फैक्टरी निर्मित बन्दूक-179, पिस्टल-107, रिवाल्वर-74, रायफल-79, एके-47, एक-056 एक-एक, काबाईन-दो, डेटोनेटर-261, कारतूस-41,326 एवं अवैध देशी निर्मित बन्दूक-219, अवैध पिस्टल 22,447, अवैध रिवाल्वर 1,231, अवैध रायफल-157, बम-2,481, अवैध कारतूस-3,528 बरामद किया है। 

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