योगी सरकार ने सफाई कर्मचारियों के हितों का रखा ध्यान, स्वरोजगार का मिला अवसरः डॉ. निर्मल

लखनऊ (हि.स.)। सफाई कर्मचारियों के हितों का ध्यान योगी सरकार में सबसे अधिक रखा जा रहा है। स्वरोजगार के लिए सरकार ने 3.35 करोड़ की धनराशि को सीधे स्वच्छकारों के बैंक खातों में भेजा गया है, जो हाथ से मैला उठाने के काम में लगे हुए थे। इससे स्वच्छकार स्वरोजगार की दिशा में आगे बढ़ेंगे और उनका सशक्तीकरण होगा। 

ये बातें अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम के अध्यक्ष डॉ. लालजी प्रसाद निर्मल ने केन्द्रीय सफाई कर्मचारी आयोग के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं राज्य मंत्री बबन रावत से अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम के कार्यालय में बैठक के दौरान कही है। बबन रावत उपाध्यक्ष बनने के बाद पहली बार उत्तर प्रदेश दौरे पर हैं।
हाथ से मैला उठाने वाले सफाई कर्मचारियों के 37,379 स्वच्छकारों को एक मुश्त नकद सहायता के रूप में उनके बैंक अकाउंट में 128.11 करोड़ रुपये सीधे भेजे गए हैं। शेष अनुसूचित जातियों के लिए उप्र अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम द्वारा 15 लाख रुपये तक का वित्तपोषण अनुसूचित जातियों को पशुपालन, डेयरी स्थापना, लाण्ड्री, टेन्ट हाऊस, टी-स्टाल एवं अन्य रोजगार हेतु दिए जा रहे हैं। समाज के इन कमजोर वर्गों के लिए ब्याज मुक्त दुकान निर्माण तथा लाण्ड्री शाप हेतु वित्तपोषण भी किया जा रहा है।
डॉ. निर्मल ने कहा कि आजादी के बाद दलितों की रहनुमाई का दम भरने वाली कांग्रेस हुकूमत भी बाल्मीकी समाज को विकास की मुख्यधारा से नहीं जोड़ पाई। हाथ से मैला उठाने की बीमारी का इलाज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया। आज पूरे प्रदेश में हाथ से मैला उठाने की प्रथा पर लगाम लग गई है। इसका श्रेय भाजपा सरकार को जाता है।

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